यूक्रेन के सांसद वादिम हलाईचुक ने जंग को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के बयान को सराहा है। समरकंद में SCO समिट के दौरान PM मोदी ने कहा था कि ‘ये जंग का युग नहीं है’। हमें खाना, फ्यूल और फर्टिलाइजर से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है।
एक इंटरव्यू में वादिम ने कहा कि हम PM मोदी के आभारी हैं। उन्होंने सही कहा कि ये जंग का युग नहीं है। भारत की आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य तौर पर क्षमता को देखते हुए हमें उम्मीद है कि रूस उनके मैसेज को समझेगा। हालांकि, अब तक उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है। इसलिए हमें उम्मीद है कि ये मैसेज बार-बार दोहराया जाएगा, जिससे रूस को ये समझ में आ जाए कि जंग में कोई भी उनका साथ नहीं देगा।
24 फरवरी को जंग शुरू हुए 1 साल हो जाएगा
रूस-यूक्रेन जंग को 24 फरवरी को 1 साल हो जाएगा। वादिम ने उस दिन रूस के हमले को याद करते हुए कहा कि जब यूक्रेनी सुबह सो कर उठे थे तो पूरे देश में बमबारी हो रही थी। रिहायशी इलाकों पर रूस हमले कर रहा था। उसका लक्ष्य यूक्रेनी लोगों को डराना और हराना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम पहले से ज्यादा स्ट्रॉन्ग हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मदद से हम उनसे लड़ रहे हैं।
‘रूस जंग नहीं रोकना चाहता’
वादिम ने कहा- रूस ने जंग को रोकने को लेकर अब तक कोई खास पहल नहीं की है। सीजफायर या नेगोसिएशन को लेकर भी कोई कदम नहीं उठाया गया है। रूसी संसद में पुतिन के भाषण पर वादिम ने कहा कि रूस ने अमेरिका के साथ न्यू स्टार्ट ट्रीटी भी रद्द कर दी। वो पूरी दुनिया को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी तरफ, सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के ऑफिस के हेड एंड्री यरमाक और भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल के बीच फोन पर बातचीत हुई। दोनों ने 10 पॉइंट वाले यूक्रेन पीस प्लान पर चर्चा की।