देश के अलग-अलग राज्यों के बाद अब यूपी में भी खेलो इंडिया गेम का शुभारंभ शुक्रवार को किया गया। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम के लोगो मैस्कॉट और एंथम लॉन्च हुआ। अनुराग ठाकुर ने कहा- कुछ दिन पहले ही हमने खेलो इंडिया लॉन्च का 5 वर्ष पूरा किया। यह एक ऐसा प्लेटफार्म बनकर तैयार हुआ, जहां खिलाड़ियों को तलाशने और उनको तराशने का काम किया जाता है।
इन्हीं खिलाड़ियों ने देश के लिए मेडल जीते हैं। और आज मैं यह कह सकता हूं कि तीसरा संस्करण खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का सबसे बड़ा आयोजन उत्तर प्रदेश में होने जा रहा है। जिस तरह से यहां पर सीएम योगी ने खेलों को बढ़ावा देने का काम किया है। मैं कह सकता हूं कि वह दिन दूर नहीं जब दुनिया के किसी भी कोने में मेडल भारत जीता करेगा तो उत्तर प्रदेश का उसमें बहुत बड़ा योगदान होगा।
अनुराग बोले-पहले दंगे, अब दंगल के लिए यूपी की पहचान
उत्तर प्रदेश की छवि तेजी से बदली है। कभी इस राज्य को दंगों के नाम से जाना जाता था। अब यहां के दंगल के लिए जाना जाएगा। जो यहां के पहलवान लड़ेंगे। कभी यहां पर गोलियां बरसती थी। अब दूसरे ढंग से यानी हमारे राइफल शूटिंग में हमारे खिलाड़ी मेडल जीतने का काम करेंगे।
योगी ने कहा- कितना परिवर्तन हुआ है एक दशक पहले खेल और खिलाड़ियों के प्रति लोगों के मन में अच्छी धारणा नहीं होती थी। लोग यह मानते थे कि खेल है, अनावश्यक कार्य है। आज धारणा बदली है, बच्चों को खेल के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
खेलकूद के सभी प्रकार स्वस्थ रखता है। राष्ट्र को भी सशक्त करता है। हमने ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम बनाए। 58 हजार ग्राम पंचायतों में खेल का मैदान बनवाया। 85 हजार खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किट दी गई। 20 हजार और खिलाड़ियों को देने वाले हैं। मेरठ में उत्तर प्रदेश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का शुभारंभ किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के 4 शहरों में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम की शुरूआत की जा रही है। इसमें लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर और गौतमबुद्ध नगर शामिल हैं। 23 मई से 3 जून तक यानी कि 10 दिन खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की शुरुआत की जाएगी। इसमें लखनऊ में सबसे ज्यादा बार 8 इवेंट किए जाएंगे। उसके बाद गौतमबुद्ध नगर में 5, वाराणसी में 2 और गोरखपुर में 1 इवेंट होगा।