व्रत में फैट भी उतना ही जरूरी है जितना अन्य पोषक तत्व, तो उपवास में चौथे दिन बनाएं हेल्दी मोमोज़

सिर्फ फैट-फ्री और शुगर-फ्री चीज़ें खाकर आप अपना वज़न नहीं घटा सकते। वेट कम करने के लिए सिर्फ इन 2 चीज़ों को ही नहीं, बल्कि अपने खाने में से कैलरी भी कम करनी होगी। रोज़ाना एक्सरसाइज़ करके कैलरी बर्न करना भी बहुत जरूरी है। यह भी जरूरी नहीं कि शुगर और फैट के विकल्प के रूप में इन चीज़ों में जो डाला जाए, वह हेल्दी ही हो। आपका बॉडी सिस्टम सुचारू रूप से चले, इसके लिए शरीर को सभी पोषक तत्वों की जरूरत होती है। वजन कम करना चाहते हैं तो दिन में थोड़ा-थोड़ा करके 4-5 बार खाएं। खाने में सैलेड, ताज़े फल और सब्जियों के सूप का सेवन करें। व्हाइट शुगर को गुड़ या खजूर के सीरप से बदलें। (लेकिन इसका सेवन कम मात्रा में करें। यदि वज़न सामान्य है, तो प्रतिदिन 5 टीस्पून ही लें।)

वेट लॉस – चीनी कम करने से निश्चित ही वज़न कम होगा, पर आप क्या खा रहे हैं, इसका भी विशेष रूप से ध्यान रखें।

सिर्फ फैट-फ्री और शुगर-फ्री चीज़ें खाकर आप अपना वज़न नहीं घटा सकते। वेट कम करने के लिए सिर्फ इन 2 चीज़ों को ही नहीं, बल्कि अपने खाने में से कैलरी भी कम करनी होगी। रोज़ाना एक्सरसाइज़ करके कैलरी बर्न करना भी बहुत जरूरी है। यह भी जरूरी नहीं कि शुगर और फैट के विकल्प के रूप में इन चीज़ों में जो डाला जाए, वह हेल्दी ही हो। आपका बॉडी सिस्टम सुचारू रूप से चले, इसके लिए शरीर को सभी पोषक तत्वों की जरूरत होती है। वजन कम करना चाहते हैं तो दिन में थोड़ा-थोड़ा करके 4-5 बार खाएं। खाने में सैलेड, ताज़े फल और सब्जियों के सूप का सेवन करें। व्हाइट शुगर को गुड़ या खजूर के सीरप से बदलें। (लेकिन इसका सेवन कम मात्रा में करें। यदि वज़न सामान्य है, तो प्रतिदिन 5 टीस्पून ही लें।)

थोड़ा मुश्किल है

कभी-कभी मीठा खाने की तेज क्रेविंग होती है, उस समय हम शक्कर वाली चीज़ें या चॉकलेट खा लेते हैं। जाहिर है हम उस समय चीनी और आर्टिफिशियल शुगर के बीच के अंतर को पहचानना मुश्किल होता है, क्योंकि कई प्रोडक्ट्स में विभिन्न नामों से चीनी छिपी होती है।

फैट-फ्री प्रोडक्ट्स और डाइट

कई रेडीमेड प्रो़डक्ट्स में स्टार्च, चीनी और नमक की मात्रा ज्यादा होती है। ऐसे में इस तरह के खाद्य पदार्थों से वजन कम हो पाना मुश्किल है। जब हम स्वास्थ्य की नज़र से देखें तो हम किस तरह के फैट का सेवन कर रहे हैं और कितनी मात्रा में ले रहे हैं, यह जानना ज्यादा जरूरी हो जाता है। उदाहरण से समझें- अगर आप आलू के रेडीमेड चिप्स का एक पैकेट खा रहे हैं तो उसमें सोडियम, चीनी और स्टार्च की मात्रा ज्यादा होगी। जो जाहिर है कि वेट बढ़ाएगा। लेकिन इसमें फैट के कुछ फ्लेवर्स शामिल नहीं है। ध्यान रखें कि हमारे लिए फैट भी उतना ही जरूरी है, जितना कि अन्य पोषक तत्व।

आप सोच रहे होंगे कि क्या व्रत में मोमोज़ खा सकते हैं? जी हां, आप मोमोज़ को भी व्रत में खा सकते हैं लेकिन मैदा की जगह व्रत के राइस से इसे बनाएंगे।

सामग्री

1 कटोरी सामक चावल का आटा (व्रत का चावल), 50 ग्राम राजगीरा का आटा, 4-5 आंवला, 2 खजूर, जरूरत भर पानी, स्वादानुसार सेंधा नमक

ऐसे बनाएं

एक बोल में दोनों तरह का आटा लें। इसमें पानी और नमक डालकर मुलायम आटा गूंध लें। ब्लेंडर में आंवले और खजूर को पीस लें। अब आटे की लोइयां बनाकर पीस लें। अब आटे को लोइयां लेकर बेलें। स्टफिंग भरें। मोमोज़ को मनपसंद आकार देते हुए बंद करें। इडली स्टीमर में मोमोज़ को रखें। 15-20 मिनट तक स्टीम में पकाएं।

टिप्स- मोमोज़ में स्टफिंग के रूप में खीरे और राजगीरे के पत्ते (रामदाना और अंग्रेजी में अमरंथ कहते हैं) का यूज़ कर सकती हैं। पानी की जगह छाछ का इस्तेमाल करें।

(शिवानी बावलेकर, सीनियर एग्ज़िक्यूटिव न्यूट्रिशनिस्ट, पुणे से बातचीत पर आधारित)