सेट पर कार्तिक का घंटों इंतजार करती थीं कियारा:बोलीं- पहले चिल्लाना पड़ता था पर अब वो पंक्चुअल हो गया है

कियारा आडवाणी और कार्तिक आर्यन स्टारर भूल भुलैया 2 को रिलीज हुए एक साल हो गया है। इस फिल्म में दोनों की जोड़ी को दर्शकों ने काफी पसंद किया था। कार्तिक और कियारा अब ‘सत्य प्रेम की कथा’ में दोबारा नजर आएंगे। इसी बीच कियारा ने फिल्म के प्रमोशन के दौरान कार्तिक के साथ अपने रिश्ते को लेकर बात की। उन्होंने बताया की कार्तिक उन्हें ‘भूल भुलैया 2’ के दौरान सेट पर घंटों इंतजार करवाते थे। लेकिन तब से अब तक दोनों के बीच काफी बदलाव आए हैं- प्रोफेशनल और पर्सनल रूप से।

कार्तिक पर चिल्लाती थीं कियारा

कियारा ने कहा, ‘तब से अब तक हम बड़े हो गए हैं, हम सब में काफी बदलाव आए- पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों में। भूल भुलैया 2 की शूटिंग के दौरान मैं कार्तिक पर चिल्लाते हुए कहा करती थी कि मुझे इंतजार मत कराओ। कार्तिक वादा करते थे कि ऐसा आगे नहीं होगा और तब से अब तक वह समय का पाबंद हो गया है। इस पर कार्तिक ने अपने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘आज कियारा ने मुझे इंतजार कराया। वही देर से आई थी।’

कियारा का कहना है कि उनके बदलाव का एक कारण हाल ही में एक साथ काम करने वाला प्रोजेक्ट है जिसके लिए उन्होंने साथ में शूटिंग की। फिल्म के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, देखिए ‘भूल भुलैया 2’ अलग थी। इस फिल्म के लिए हमें अपने किरदारों में बहुत अधिक समर्पण करने की आवश्यकता थी। इस तरह की एक प्रेम कहानी काफी पेचीदा है। कोई नहीं जानता कि हुआ क्या है और यह क्या है। फिल्म की कहानी को बहुत खूबसूरती से बताया गया है। शूट के दौरान हमने एक दूसरे को कार्तिक या कियारा के रूप में नहीं देखा, बल्कि सत्तू और कथा (फिल्म में उनके किरदार) की तरह देखा।

29 को रिलीज होगी सत्यप्रेम की कथा

बता दे, ‘सत्यप्रेम की कथा’ 29 जून को रिलीज हो रही है। इस फिल्म को साजिद नाडियाडवाला ने प्रोड्यूस किया है। गौर फरमाने वाली बात यह है की एक्टर्स और उनकी टीम ने फिल्म के प्रमोशन रिलीज के हफ्ते पहले ही शुरू की है। कार्तिक की माने तो यह भी एक मार्केटिंग स्ट्रैटेजी है।

कार्तिक ने कहा, ‘यह फैसला हमने जानबूझकर लिया था क्योंकि हमने यह तय किया की हम सिर्फ कंटेंट पर फोकस करेंगे और धीरे-धीरे प्रमोशनल कैंपेन शुरू करेंगे। आज पहला हमने मार्केटिंग इवेंट किया। भूल भूलैया तो छतों पर चढ़-चढ़कर प्रमोट किया था, उससे पहले की फिल्म भी जोरो-शेरों से की थी लेकिन इस बार हमने पैटर्न चेंज किया जो बहुत जरूरी है। हर फिल्म एक साथ अलग-अलग मार्केटिंग कैंपेन होती हैं, सत्यप्रेम की कथा बहुत ही प्योर फिल्म हैं। मुझे लगता है की यह ट्रिक काम कर रही है’।