मणिपुर गवर्नर से मिले राहुल, अब CM बीरेन राजभवन जाएंगे:इस्तीफे की अटकलें; घर के बाहर जुटीं महिलाएं, बोलीं- इस्तीफा नहीं, एक्शन चाहिए

2 महीने से जारी हिंसा के बीच मुख्यमंत्री बीरेन सिंह शुक्रवार को दोपहर 3 बजे राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात करेंगे। मणिपुर की कई लोकल मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि बीरेन सिंह हिंसा की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे सकते हैं।

इन रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि केंद्र ने बीरेन सिंह दो विकल्प दिए थे। पहला- वे इस्तीफा दे दें। दूसरा- केंद्र हालात सुधारने के लिए खुद दखल देगा।

हालांकि अटकलों के बीच महिलाओं का एक दल इंफाल में राजभवन के सामने पहुंचा। महिलाओं ने मांग की कि बीरेन सिंह इस्तीफा ना दें, बल्कि हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लें।

बीरेन सिंह और उइके की मुलाकात तब हो रही है, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2 दिन के मणिपुर दौरे पर हैं। बीरेन सिंह से पहले राहुल ने भी राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की।

एक दिन पहले गोलीबारी में मारे गए 3 लोग

मणिपुर में गुरुवार को हुई गोलीबारी में 3 लोगों की जान चली गई। हिंसा की 2 घटनाओं में से एक गुरुवार सुबह 5:30 बजे कांगपोकपी जिले में हुई। यहां हथियार बंद लोगों ने गोलीबारी इस घटना में 2 लोगों की जान गई थी। लोगों ने शवों को लेकर CM हाउस तक जुलूस निकालने की कोशिश की। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज भी किया था।

मणिपुर हिंसा में 131 लोग गंवा चुके हैं जान
मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है। हिंसा में अब तक 131 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 419 लोग घायल हुए हैं। 65,000 से अधिक लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। आगजनी की 5 हजार से ज्यादा घटनाएं हुई हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। हिंसा को देखते हुए राज्य में 30 जून तक इंटरनेट पर प्रतिबंध बढ़ा दिया गया है। राज्य में 36 हजार सुरक्षाकर्मी और 40 IPS तैनात किए गए हैं।

राहुल गांधी बोले- मणिपुर को शांति की जरूरत
राहुल गांधी ने 2 दिन के मणिपुर दौरे पर हैं। शुक्रवार को मोइरांग रिलीफ कैंप में हिंसा प्रभावित से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा- मणिपुर को शांति की जरूरत है। मैं चाहता हूं कि यहां शांति बहाल हो। मैंने कुछ राहत शिविरों का दौरा किया, इन राहत शिविरों में कमियां हैं, सरकार को इसके लिए काम करना चाहिए।

गुरुवार को राहुल ने चूराचांदपुर में रिलीफ कैंप में पीड़ितों से मुलाकात की थी। हालांकि, चूराचांदपुर पहुंचने से पहले राहुल का काफिला बिष्णुपुर में रोका गया था। पुलिस ने कहा था कि हिंसा की आशंका के चलते काफिला रोका गया था। इसके बाद राहुल हेलिकॉप्टर से चूराचांदपुर पहुंचे थे।

यहां उन्होंने कहा था- मैं मणिपुर के अपने सभी भाई-बहनों को सुनने आया हूं। सभी समुदायों के लोग बहुत स्वागत और प्रेम कर रहे हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार मुझे रोक रही है।