विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजस्थान को लेकर कांग्रेस सभी संशय और समस्याएं दूर करना चाहती है। यही वजह है कि गुरुवार को एआईसीसी दफ्तर में 4 घंटे तक मैराथन बैठक चली। इसमें दो बड़े निर्णय किए गए। पहला- पार्टी विधानसभा चुनाव से तीन महीने पहले यानी सितंबर में सभी 200 प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी। ताकि प्रत्याशियों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिले। सीएम अशोक गहलोत ने आलाकमान को कम से कम दो महीने पहले टिकट वितरण का सुझाव दिया था। इसके अलावा सीएम फेस भी घोषित नहीं किया जाएगा। दूसरा- पार्टी के अंदरूनी मामलों पर बयानबाजी को अनुशानहीनता माना जाएगा।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव वेणुगोपाल, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत 30 बड़े नेता थे।
सीएम गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये जुड़े। मीटिंग में सभी ने राहुल की भारत जोड़ो यात्रा की जमकर तारीफ की। गहलोत ने कहा- यात्रा के दौरान सोशल सिक्योरिटी की बात की गई थी, हमारी सरकार उसी काम को आगे बढ़ा रही है।
पायलट बोले- चुनाव नहीं जिता सकता एक व्यक्ति
पायलट ने सरकार रिपीट करने के लिए मिलकर चुनाव लड़ने की पैरवी की। कहा- एक व्यक्ति चुनाव नहीं जिता सकता। सभी मिलकर काम करेंगे तो जीतेंगे। पार्टी नेतृत्व जो निर्णय ले, उसकी पालना करनी होगी।
यहां पैर बंधे हैं… वहां हाथ
बैठक में राहुल गांधी और सचिन पायलट तो माैजूद रहे, जबकि सीएम गहलोत वीसी से जुड़े। सीएम के दोनों पैरों के अंगूठों मंे चोट लगी है। इसलिए दिल्ली नहीं जा सके। बैठक के बाद वेणुगोपाल ने कहा कि अब पायलट-गहलाेत मुद्दे का समाधान निकल चुका है। कोई मुद्दा नहीं रहा। पायलट मीटिंग में यूनिटी को लेकर बहुत अच्छा बोले और उन्होंने विश्वास जताया कि हम दोबारा सरकार बनाएंगे। हम सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। राहुल गांधी और खरगे ने राजस्थान के नेताओं को कहा कि वे एकजुट होकर चुनाव लड़ें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अब किसी तरह के मतभेद की बात सामने नहीं आने चाहिए। खरगे ने कहा- अशोक जी पट्टी खोलाे, मैदान में उतरो
चुनाव को लेकर
एससी-एसटी, अल्पसंख्यकों पर फोकस
खरगे ने कर्नाटक का अनुभव बताया कि जैसे वहां एससी और एसटी का वोट शेयर 6 प्रतिशत बढ़ा है, वैसे ही राजस्थान में भी बढ़ाएंगे। रंधावा ने कहा- 90 दिनों में कांग्रेस सभी जातियों को साधेगी। मुख्य रूप से एससी-एसटी व अल्पसंख्यक चूंकि हमारे वोट बैंक हैं, इसलिए उन पर फोकस रखेंगे।
प्रत्याशियों को लेकर
- गहलोत बोले- कड़े निर्णय लेने होंगे
- बैठक में गहलोत ने स्पष्ट रूप से कहा कि जहां हारने वाला कैंडिडेट है, वहां कड़े निर्णय करने होंगे।
- वेणुगोपाल ने कहा- केवल जीतने वाले ही प्रत्याशी होने का क्राइटेरिया रहेगा। उसके लिए हमने कई प्रकार के सर्वे कराए हैं। हम मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित नहीं करने वाले। जैसा कि हम कभी नहीं करते।
विपक्ष : भाजपा की फूट का लाभ उठाएंगे, अगस्त में राहुल-प्रियंका आएंगे
मीटिंग में कहा गया कि प्रदेश में भाजपा की फूट का फायदा कांग्रेस को उठाना चाहिए। भाजपा कैसे काम कर रही है, उस पर नजर रखते हुए रणनीति बनाई जानी चाहिए। राजस्थान में पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित सीनियर लीडरशिप के दौरों के बीच सभी नेताओं ने राहुल व प्रियंका के दौरों की मांग उठाई। तय किया गया कि अगस्त में दोनों के दौरे होंगे। जुलाई के अंतिम हफ्ते में जयपुर के बूथ सम्मेलन में खरगे व राहुल आ सकते हैं।
बैठक में तय किया गया कि शुक्रवार से प्रदेशभर में मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता घर-घर कैंपेन करेंगे। सरकार की योजनाओं और प्रदेश की खुशहाली की जानकारी देंगे।