हरियाणा CMO में फिर बदलाव की तैयारी:बराड़ दंपती की हो सकती है एंट्री; कई DC भी बदलेंगे, खुल्लर तैयार कर रहे लिस्ट

हरियाणा सरकार इन दिनों इलेक्शन मोड में है। प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में बड़े बदलाव की तैयारी की जा रही है। इस बदलाव का असर मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में भी दिखाई देगा। सूबे के IAS आशिमा बराड़ और इनके पति मंदीप सिंह बराड़ में से एक की एंट्री सीएमओ में हो सकती है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी इस बदलाव के पक्ष धर हैं और इसी के तहत 1991 बैच के आईएएस अनिल मलिक को केंद्र में प्रतिनियुक्ति की मंजूरी दे दी है।

2024 में संभावित लोकसभा चुनाव को देखते हुए ब्यूरोक्रेसी में इस बदलाव का खाका खुद मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर खुद तैयार कर रहे हैं।

अफसरों के फॉरेन टूर पर रोक

इस बदलाव के कारण मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से अफसरों के फॉरेन टूर पर भी रोक लगा दी गई है। हरियाणा के पांच IAS अफसरों ने विदेश जाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन सीएम के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने उनके आवेदन पर रोक लगा दी। इनमें चार ऐसे अफसर थे, जिन्होंने अपने खर्चे पर विदेश जाने के लिए आवेदन किया था।

इलेक्शन को देखते हुए बदलेंगे अफसर

हरियाणा सीएमओ में राजेश खुल्लर के आने के बाद बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होना था, जिसके तहत अभी सिर्फ प्रशासनिक सचिवों के ही ट्रांसफर किए गए हैं। बड़ा फेरबदल होना अभी बाकी है। चूंकि अगले एक साल में ही लोकसभा और विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए अब जिन अफसरों को फील्ड में तैनात किया जाएगा, उनकी तैनाती चुनाव तक होगी।

संभावना यह जताई जा रही है कि इस महीने के अंत तक हरियाणा ब्यूरोक्रेसी में इस बदलाव की लिस्ट जारी की जा सकती है। इस लिस्ट में कई जिलों के DC के नाम भी शामिल होंगे।

CM सीधे असफरों को बोल रहे काम

मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी अब पूरी तरह से चुनावी मोड में हैं। उनके साथ उनकी कैबिनेट भी फील्ड में दिखाई दे रही है। वह अब कामों के लिए सीधे अफसरों को बोल रहे हैं। साथ ही मौके पर ही सख्त निर्णय भी ले रहे हैं। जनसंवाद कार्यक्रमों में सीएम खुद ही मूलभूत सुविधाओं से संबंधित शिकायतों को सुन रहे हैं। उन्होंने अफसरों को भी कहा है कि वह सीधे काम पर लग जाएं।

अमित आर्य दे चुके इस्तीफा

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर के मीडिया एडवाइजर अमित आर्य भी अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। उनका इस्तीफा स्वीकार भी हो चुका है, अब यह पद खाली है। 2014 में मनोहर लाल के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही मीडिया एडवाइजर के पद पर उनकी नियुक्ति हुई थी। वह लगातार करीब 9 साल से सीएम के मीडिया एडवाइजर का काम देख रहे थे। उनके इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में हलचल मची हुई है।