खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा है कि भारत की सरकार ने उसे मरवाने के लिए साजिश रची। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक पन्नू ने अमेरिका में हो रही कार्रवाई पर कहा कि वो निखिल गुप्ता नहीं बल्कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हो रही है। भारत को लग रहा था कि मोदी मुझे आतंकी कह देगा तो पूर दुनिया मुझ पर गोली चलाना शरू कर देगी।
वहीं, अमेरिका ने कहा है कि उन्हें पन्नू के मामले में भारत की तरफ से की जा रही जांच के नतीजों का इंतजार है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इजराइल में कहा- भारत सरकार ने कहा है कि वो मामले की जांच कर रही है, हम इस जांच के नतीजे देखना चाहते हैं।
अमेरिका बोला- हम मामले को लेकर गंभीर
ब्लिंकन ने मामले में ज्यादा कुछ कहने से इनकार कर दिया। हालांकि, उन्होंने ये साफ कर दिया कि अमेरिका पन्नू की हत्या की साजिश को लेकर काफी गंभीर है। उन्होंने कहा- हमने पिछले हफ्तों में इस मुद्दे को सीधे भारतीय अधिकारियों के साथ उठाया है।
वहीं, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी से जब सवाल किया गया कि पन्नू के मामले का भारत-अमेरिका के रिश्तों पर क्या असर पड़ेगा तो उन्होंने कहा है- भारत-अमेरिका अपनी स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप जारी रखेंगे। हम दोनों देशों के संबंधों को बेहतर करने के लिए काम करते रहेंगे।
पन्नू बोला- मैं निखिल गुप्ता को नहीं जानता
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक आतंकी पन्नू ने कहा है कि वो न तो निखिल गुप्ता को जानता है और न ही उस भारतीय अधिकारी को जिस पर हत्या की साजिश रचने के आरोप लगे हैं। पन्नू ने कहा- मुझे मौत का डर नहीं है। हम बहादुरों के घर और आजाद वतन अमेरिका में रहते हैं। उसने कहा- मुझे मार देने से भी खालिस्तान की मांग पर असर नहीं पड़ेगा।
मई 2023
अमेरिकी प्रोसिक्यूटर के मुताबिक इसी वक्त एक भारतीय अधिकारी ने निखिल गुप्ता को हायर किया।
29 मई
निखिल गुप्ता ने किसी ऐसे शख्स की तलाश शुरू की जो पन्नू को मार सके। हालांकि, जिसे पन्नू को मारने के लिए हायर किया गया वो अमेरिका का अंडर कवर एजेंट निकला। कुछ हफ्तों तक निखिल गुप्ता ने इस अंडर कवर एजेंट से पन्नू को मारने के तरीके और कीमत पर चर्चा की।
9 जून
गुप्ता ने पन्नू को मारने के लिए हायर किए गए हिटमैन को एक शख्स के जरिए 15 हजार डॉलर यानी 12 लाख 49 हजार रुपए का कैश भिजवाया। ये हत्या के लिए एडवांस पेमेंट थी।
11 जून
भारत के अधिकारी ने गुप्ता को कहा कि पन्नू को अभी नहीं मरवा सकते हैं। दरअसल, जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी के दौरे पर गए थे। उस दौरान दोनों देशों के बीच डिप्लोमेटिक बैठकें हो रही थी। गुप्ता ने भी फोन पर कहा था कि 10 दिनों तक कुछ नहीं किया जा सकता है, नहीं तो प्रदर्शन शुरू हुए जाएंगे।
जून 12 से जून 14
गुप्ता ने फोन पर अपने साथी को कनाडा में किसी बड़े टारगेट के बारे में बताया। उसने कहा कि वो बाद में उसकी डिटेल्स शेयर करेगा।
18 जून
कुछ लोग कनाडा में आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर देते हैं। कुछ ही महीनों बाद कनाडा इस हत्या का आरोप भारत पर लगाता है।
19 जून
गुप्ता निज्जर की हत्या का वीडियो अमेरिका में पन्नू की हत्या के लिए हायर किए हिटमैन को भेजता है। वो लिखता है- ये अच्छी खबर है, अब इंतजार करने की जरूरत नहीं है। गुप्ता ने हिटमैन को ये भी बताया था कि अब टारगेट और चौकन्ना रहेगा।
22 जून
अमेरिकी राष्ट्रपति भारत से संबंध बेहतर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्टेट डिनर के लिए बुलाते हैं।
जून 24 से जून 29
गुप्ता ने पन्नू का मारने का प्लान आगे बढ़वाया। उसकी निगरानी शुरू हुई।
30 जून
गुप्ता भारत से चेक रिपब्लिक गया, जहां अमेरिका के कहने पर उसे हिरासत में ले लिया गया।