कर्नाटक में पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा सरकार के दौरान कोविड स्कैम होने की बात सामने आने के बाद से राजनीति गरमाई हुई है। विजयपुर से बीजेपी विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने कर्नाटक में बीजेपी की सरकार के दौरान 40 हजार करोड़ रुपए के कोविड स्कैम होने का आरोप लगाया है।
बसनगौड़ा के इस दावे पर कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने गुरुवार ( 28 दिसंबर) को कहा कि यदि विधायक पाटिल की मंशा दोषियों को सजा दिलाने की है तो उन्हें स्कैम से जुड़े दस्तावेज जांच आयोग (जस्टिस जॉन माइकल कुन्हा कमेटी) के सामने पेश करना चाहिए।
वहीं, कर्नाटक की मौजूदा सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने भी बसनगौड़ा पाटिल यतनाल से घोटाले से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक करने को कहा है। उन्होंने कर्नाटक के लोगों को ध्यान में रखते हुए और उनकी सुरक्षा के लिए दस्तावेजों को सार्वजनिक किया जाए।
इस बीच, प्रदेश भाजपा महासचिव पी राजीव ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र के नेतृत्व में हुई भाजपा पदाधिकारियों की बैठक में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई है। कर्नाटक बीजेपी ने कहा कि पार्टी की गरिमा को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ऐसे सामने आई 40 हजार करोड़ के स्कैम की बात
26 दिसंबर को भाजपा विधायक यतनाल ने आरोप लगाया कि येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली पिछली भाजपा सरकार के दौरान कोविड के दौरान 40 हजार करोड़ रुपए का स्कैम किया गया। विधायक ने येदियुरप्पा के बेटे पर भी घोटाले के आरोप लगाए।
यतनाल ने कहा कि यदि मुझे पार्टी से निकाला गया तो उन लोगों के नाम सामने लाएंगे, जिन्होंने पैसा लूटा और कई प्रॉपर्टियां बना लीं। बीएस येदियुरप्पा सरकार के दौरान 40 हजार करोड़ का गबन किया गया है। उन लोगों ने प्रत्येक कोरोना मरीज के लिए 8 से 10 लाख रुपए का बिल बनाया।
45 रुपए के मास्क के दाम 485 रुपए
पाटिल ने कहा कि उस वक्त हमारी सरकार थी, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सत्ता में किसकी सरकार थी। चोर तो चोर हैं। कोरोना महामारी के वक्त 45 रुपए के मास्क के दाम 485 रुपए रखे थे।
बेंगलुरु में 10 हजार बेड्स की व्यवस्था की गई थी। इसके लिए किराए पर 10 हजार बेड मंगाए गए थे। मुझे जब कोरोना हुआ था तो मणिपाल अस्पताल ने पांच लाख 80 हजार रुपए मांगे थे। गरीब आदमी इतने पैसे कहां से लाएगा?
भाजपा सरकार 40% कमीशन सरकार: सीएम सिद्धारमैया
बीजेपी विधायक के इन आरोपों के बाद कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया की प्रतिक्रिया भी सामने आई थी। उन्होंने कहा था कि बीजेपी विधायक के इन आरोपों ने हमारे पहले के सबूतों को और पुख्ता कर दिया है।
भाजपा सरकार 40% कमीशन सरकार थी। हम यतनाल के आरोप पर विचार करें तो ऐसा लगता है कि भ्रष्टाचार हमारे अनुमान से 10 गुना बड़ा है। भाजपा के मंत्रियों का समूह जो हमारे आरोप पर चिल्लाते हुए सदन से बाहर आए थे वे अब कहां छिपे हुए हैं।