मोदी बोले- परिवारवाद का खामियाजा कांग्रेस ने भुगता:एक प्रोडक्ट लॉन्च करने के चक्कर में दुकान पर ताला लगने की नौबत आ गई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद देने पहुंचे। 100 मिनट की स्पीच में PM ने कांग्रेस, परिवारवाद, भ्रष्टाचार, रोजगार, महंगाई, राम मंदिर, पर्यटन, महिला, किसान, युवा, विपक्षी गठबंधन और 10 साल के UPA बनाम NDA सरकार के काम-काज पर बात की।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान सबसे ज्यादा 85 बार देश, 43 बार कांग्रेस, 31 बार भारत, 19 बार विपक्ष, 14 बार महंगाई, 9 बार परिवारवाद, 8 बार किसान-युवा, 7 बार भ्रष्टाचार, 7 बार नेहरू, 5 बार बेटियों और 2 बार इंदिरा गांधी का नाम लिया।

PM ने कहा- एक ही प्रोडक्ट को कई बार लॉन्च करने के चक्कर में कांग्रेस की दुकान पर ताला लगने की नौबत आ गई है। देश के साथ-साथ कांग्रेस ने भी परिवारवाद का खामियाजा भुगत रही है। ये विपक्ष कई दशक तक सत्ता में बैठा था, वैसे ही इस विपक्ष ने कई दशक तक विपक्ष में बैठने का संकल्प लिया है। जनता के आशीर्वाद से ये अगले चुनाव में दर्शक दीर्घा में दिखेंगे।

मोदी ने 2024 लोकसभा चुनाव के रिजल्ट पर कहा- देश का माहौल बता रहा है कि अबकी बार 400 पार। अकेले भाजपा 370 सीटें जीतेगी। ये बात देश ही नहीं खड़गे जी भी बोल रहे हैं।

1. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर

PM ने कहा- राष्ट्रपति का भाषण तथ्यों और हकीकत के आधार पर एक बहुत बड़ा दस्तावेज है। जो देश के सामने राष्ट्रपति जी लाती हैं। इस पूरे दस्तावेज को आप देखेंगे तो उस हकीकत को समेटने का प्रयास किया है, जिससे देश स्पीड से प्रगति कर रहा है। किस तेजी के साथ गतिविधियों का विस्तार हो रहा है, उसका लेखा जोखा राष्ट्रपति जी ने दिया।

राष्ट्रपति ने चार मजबूत स्तंभों का उल्लेख किया है। नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब और किसान, मछुआरे और पशुपालक। इनके सशक्तीकरण से देश विकसित भारत बनेगा। बीच में अधीर रंजन चौधरी ने कहा- माइनॉरिटी कहां है? मोदी बोले- आपके यहां नारी, युवा, गरीब, किसान और मछुआरे शायद माइनॉरिटी नहीं होती क्या? कब तक देश को टुकड़ों में देखोगे।

2. विपक्ष और कांग्रेस के परिवारवाद पर
PM बोले- आज विपक्ष की जो हालत है, इसकी दोषी कांग्रेस पार्टी है। कांग्रेस को एक अच्छा विपक्ष बनने का अवसर मिला। 10 साल में कई मौके मिले होंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा किया नहीं। न खुद ऐसा किया, न दूसरे उत्साही युवा सांसदों को ऐसा करने दिया। यंग जनरेशन को इसलिए मौका नहीं दिया कि किसी और का चेहरा न दब जाए।

देश को एक अच्छे और स्वस्थ्य विपक्ष की बहुत जरूरत है। देश ने जितना परिवारवाद का खामियाजा उठाया है, उतना ही खामियाजा कांग्रेस ने भी उठाया है। हालत देखिए खड़गे जी इस सदन से उस सदन में शिफ्ट हो गए। गुलाम नबी जी पार्टी से ही शिफ्ट कर गए। ये सब एक ही प्रोडक्ट को लॉन्च करने के चक्कर में दुकान को ताला लगने की नौबत आ गई।

3. भाजपा नेताओं के पारिवारिक राजनीति पर प्रधानमंत्री ने कहा- अगर किसी परिवार ने अपने बलबूते पर तरक्की की है, तो हम उसका विरोध नहीं करते। हम उस परिवारवाद का विरोध करते हैं, जो परिवार पार्टी चलाता है। पार्टी के सारे फैसले परिवार लेता है। अमित शाह के परिवार की पार्टी नहीं है। राजनाथ सिंह के परिवार की भी कोई पार्टी नहीं है। देश के लोकतंत्र के लिए परिवारवाद की राजनीति चिंता का विषय है।

किसी परिवार के दो लोग तरक्की करें तो स्वागत है, 10 लोग तरक्की करें तो स्वागत है। लेकिन परिवार ही पार्टी चलाए। उसका बेटा ही अध्यक्ष बने, इसका विरोध होना चाहिए। कांग्रेस एक परिवार में उलझ गई। देश के करोड़ों परिवार की आकांक्षाएं और उपलब्धियां वे देख नहीं सकती।

4. UPA और अपनी सरकार के कामकाज पर
PM ने कहा- हमारे काम की स्पीड और हमारा हौसला आज दुनिया देख रही है। उत्तर प्रदेश में एक कहावत है- नौ दिन चले अढाई कोस। ये कहावत कांग्रेस को परिभाषित करती है। कांग्रेस की सुस्त रफ्तार का कोई मुकाबला नहीं।

हमने गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए। शहरी गरीबों के लिए 80 लाख पक्के मकान बने। कांग्रेस की रफ्तार से ये घर बने होते तो 100 साल लगते इतना काम करने में। 5 पीढ़ियां गुजर जातीं। 10 साल में 40 हजार किलोमीटर रेलवे ट्रैक का इलेक्ट्रीकरण हुआ। कांग्रेस को 80 साल लगते, 4 पीढ़िया गुजर जातीं। 4 करोड़ गैस कनेक्शन दिए। कांग्रेस को 60 साल लगते, 3 पीढ़ियां गुजर जाती।

5. नेहरू और इंदिरा गांधी पर मोदी ने कहा- कांग्रेस ने देश के सामर्थ्य पर कभी विश्वास नहीं किया। वे अपने आपको शासक मानते रहे। 15 अगस्त को लाल किले पर नेहरू ने कहा था- हिंदुस्तान में ज्यादा मेहनत करने की आदत आमतौर पर नहीं है। हम इतना काम नहीं करते जितना जापान, चीन, रूस, अमेरिका वाले करते हैं। यानी नेहरू जी की भारतीयों के प्रति सोच थी कि भारतीय आलसी और कम अकल के हैं।

इंदिरा जी की सोच भी उससे ज्यादा अलग नहीं थी। इंदिरा जी ने लाल किले से 15 अगस्त को कहा था- दुर्भाग्यवश हमारी आदत यह है कि जब कोई शुभ काम पूरा होने को होता है, तो हम आत्म-तृप्त हो जाते हैं, कठिनाई आने पर नाउम्मीद हो जाते हैं। कभी-कभी तो लगता है कि पूरे राष्ट्र ने पराजय भाव को अपना लिया है। आज भी कांग्रेस में वही सोच देखने को मिलती है।

6. जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर
PM ने कहा- भ्रष्टाचार पर एजेंसिया एक्शन ले रही हैं। उस पर भी गुस्सा। UPA के समय में एजेंसियों का राजनीतिक उपयोग होता था। कांग्रेस के समय ED ने 5 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की, हमारे समय में एक लाख करोड़ की संपत्ति जब्त की। देश को लूटने नहीं दिया जाएगा।

सभी राजनीतिक दलों को भी सोचने की जरूरत है। आज जिस पर भ्रष्टाचार सिद्ध हो जाता है। चोरी में जेल हो आता है। उनका महिमा-मंडन किया जा रहा है। आपकी ऐसी कौन सी मजबूरी है। मेरी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। जिसने देश को लूटा है, उसे लौटाना पड़ेगा।

7. नए गठबंधन I.N.D.I.A पर
मोदी ने इशारों-इशारों में राहुल गांधी के बहाने 28 दलों के विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A पर भी तंज किया। उन्होंने कहा- कांग्रेस के लोगों ने नया-नया मोटर मैकेनिक का काम सीखा है, इसलिए अलाइन्मेंट क्या होता है, इसका ज्ञान तो हो गया होगा, लेकिन अलायंस का अलाइन्मेंट बिगड़ गया।

मोदी ने विपक्षी गठबंधन पर कहा- कुछ दिन पहले भानुमती का कुनबा जोड़ा, लेकिन फिर एकला चलो रे। उनका इशारा ममता बनर्जी के बंगाल में अलग चुनाव लड़ने की ओर था। ममता ने कुछ दिन पहले कहा था कि वे बंगाल में कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव नहीं लड़ेंगी।

8. देश की अर्थव्यवस्था पर
मोदी बोले- कांग्रेस के लोग 2014 में कहते थे, 2044 तक दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनेंगे। ये लोग सपना देखने की भी हिम्मत नहीं जुटा पाए। मैं विश्वास दिलाता हूं। 30 साल नहीं लगेंगे। मोदी की गारंटी है, मेरे तीसरे कार्यकाल में देश तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगी। आपको अगर 11 वें नंबर पर पहुंचने की खुशी है, तो पांचवे पर पहुंचने की भी खुशी होनी चाहिए। ये देश की उपलब्धि है।

कांग्रेस में एक कैंसिल कल्चर डेवलप हुआ है। हम कहते हैं मेक इन इंडिया तो वे कहते हैं, कैंसिल, वंदेभारत, आत्मनिर्भर भारत, नई संसद। कांग्रेस कहती है कैंसिल। ये मोदी की उपलब्धि नहीं, देश की उपलब्धि है। महंगाई पर दो गाने सुपरहिट हुए- एक महंगाई मार गई, और दूसरा महंगाई डायन खाए जात हैं। ये दोनों गाने कांग्रेस शासन में आए।

9. सरकार की उपलब्धियों पर
प्रधानमंत्री ने कहा- देश की जनता ने जब हमें पहली बार मौका दिया तब से हम गड्‌ढे भरते आ रहे हैं। दूसरे कार्यकाल में हमने विकसित भारत की नींव रखी। तीसरे कार्यकाल में हम उज्ज्वल भारत बनाएंगे। जिन उपलब्धियों का देश इंतजार कर रहा था, वो सब हमने दूसरे कार्यकाल में पूरे होते देखे। भगवान राम अपने घर लौटे।

हम सबने 370 खत्म होते देखा। नारी शक्ति वंदन अधिनियम दूसरे कार्यकाल में बना। अंतरिक्ष से ओलिंपिक तक, संसद से लेकर सशस्त्र बल तक नारी शक्ति का सशक्तिकरण देश ने देखा। अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनों से भविष्य के सपनों को देखा है। भारत दुनिया का तीसरा बड़ा एविएशन सेंटर बना।

10. आखिरी में ​​​​​​​विपक्ष को न्योता दिया
प्रधानमंत्री ने कहा- हमारे लिए नेशन फर्स्ट है। मैं सभी राजनीतिक दलों से सभी सदस्यों से अपील करता हूं- देश से बढ़कर कुछ नहीं। कंधे से कंधा मिलाकर हम देश के निर्माण के लिए आगे बढ़ें। मैं आपका साथ मांग रहा हूं। मैं विश्व के अंदर जो अवसर आया है, उसे भुनाने के लिए आपका साथ चाहता हूं।

लेकिन आप अगर साथ नहीं दे सकते, आपका हाथ ईट फेंकने के लिए ही है, तो आपको बता दूं कि आपके फेंकी हर ईट पत्थर को विकसित भारत की नींव में लगा दूंगा। ये नामदार हैं, हम कामदार हैं। कामदारों को नामदारों से सुनना ही पड़ता है। हम सुनते भी रहेंगे और देश को आगे बढ़ाते रहेंगे।