मोहम्मद शमी ने लंदन में कराई सर्जरी:सोशल मीडिया पर लिखा- रिकवरी में टाइम लगेगा लेकिन जल्द बॉलिंग करूंगा; IPL से हुए बाहर

टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने सोमवार को लंदन में एड़ी की सफल सर्जरी करवाई। शमी ने अपने सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी। शमी ने पिछले साल टीम इंडिया के लिए वनडे वर्ल्ड कप खेला था, इसके बाद से ही वह इंजरी के कारण क्रिकेट नहीं खेल सके।

शमी ने सोशल मीडिया पर फोटोज पोस्ट कर ल‍िखा, मेरी एड़ी का सक्सेसफुल ऑपरेशन हुआ। रिकवरी में टाइम लगेगा लेकिन मैं जल्द ही अपने पैरों पर खड़ा होकर बॉलिंग करने के लिए एक्साइटेड हूं।

8 महीने के लिए हो सकते हैं बाहर
सर्जरी के बाद शमी को करीब 3 से 4 महीने तक आराम करना पड़ सकता है। इसके बाद ही वह प्रैक्टिस शुरू करेंगे। NCA से फिटनेस क्लियरेंस मिलने के बाद ही उन्हें मैच खेलने की परमिशन मिलेगी। इसमें 6 से 8 महीने का समय लग सकता है।

न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, सर्जरी के बाद शमी अब इंडियन प्रीमियर लीग नहीं खेल सकेंगे। उनका टी-20 वर्ल्ड कप खेलना भी मुश्किल है। वह सितंबर-अक्टूबर में होने वाली बांग्लादेश और न्यूजीलैंड सीरीज तक बॉलिंग शुरू करेंगे। लेकिन मैच के लिए फिट होने में उन्हें नवंबर तक का समय लग सकता है। दिसंबर में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 टेस्ट की सीरीज खेलनी है।

3 सप्ताह तक लंदन में थे शमी
शमी जनवरी के आखिरी सप्ताह में लंदन गए। जहां उन्होंने एंकल के लिए स्पेशल इंजेक्शन लिए। डॉक्टर्स ने उन्हें बताया कि 3 सप्ताह बाद वह रनिंग शुरू कर सकते हैं। अगर उन्हें ठीक फील होता तो वह रनिंग के बाद बॉलिंग भी शुरू कर देते लेकिन इंजेक्शन ने उतना असर नहीं दिखाया जितनी उम्मीद थी। ऐसे में शमी के पास सर्जरी कराने के अलावा कोई और ऑप्शन नहीं बचा।

साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से नहीं खेली
शमी पिछले साल नवंबर में वर्ल्ड कप खत्म होने के बाद से टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए। वह पिछले साल के आखिर में साउथ अफ्रीका टूर के लिए टीम इंडिया का हिस्सा थे। लेकिन दो टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले वह एड़ी की इंजरी की वजह से बाहर हो गए। इसके बाद वह इंग्लैंड के खिलाफ जारी घरेलू टेस्ट सीरीज का हिस्सा भी नहीं बन सके।

वर्ल्ड कप के टॉप विकेट टेकर थे शमी
मोहम्मद शमी ने पिछले साल अक्टूबर और नवंबर में इंजरी के बावजूद वनडे वर्ल्ड कप खेला। उन्होंने टूर्नामेंट के 7 मैचों में सबसे ज्यादा 24 विकेट लिए। इसी के साथ वह वर्ल्ड कप में 50 से ज्यादा विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने थे।