वायकॉम18 में पैरामाउंट की 13.01% हिस्सेदारी खरीदेगी रिलायंस:4,286 करोड़ में साइन हुई डील, कंपनी में RIL की हिस्सेदारी बढ़कर 70.49% हो जाएगी

रिलायंस इंडस्ट्रीज लोकल एंटरटेनमेंट नेटवर्क वायाकॉम 18 मीडिया में पैरामाउंट ग्लोबल की टोटल 13.01% हिस्सेदारी को खरीदने जा रही है। दोनों कंपनियों के बीच यह डील 517 मिलियन डॉलर (करीब 4,286 करोड़ रुपए) में हुई है।

इस डील के पूरा हो जाने के बाद वायाकॉम 18 में रिलायंस की हिस्सेदारी 57.48% से बढ़कर 70.49% हो जाएगी। वायाकॉम में पैरामाउंट ग्लोबल जो 13.01% हिस्सेदारी बेच रही है, वह उसके दो सब्सिडियरी कंपनियों की है।

वायकॉम18 के पास 38 टीवी चैनलों का नेटवर्क
इस डील की जानकारी दोनों कंपनियों ने अपनी-अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में दी है। वायाकॉन 18 रिलायंस की स्वामित्व वाली कंपनी है। इसके पास कॉमेडी सेंट्रल, निकलोडियन और MTV जैसे 38 टीवी चैनलों का नेटवर्क है।

वायकॉम को कंटेंट्स की लाइसेंस देता रहेगा पैरामाउंट
अमेरिकी कंपनी पैरामाउंट इस डील के बाद यानी अपनी टोटल स्टेक बेचने के बाद भी वायाकॉम को अपने कंटेंट्स की लाइसेंसिंग देता रहेगा। पैरामाउंट के कंटेंट फिलहाल रिलायंस के जियोसिनेमा पर स्ट्रीम किए जाते हैं।

रिलायंस-डिज्नी डील पर निर्भर होगा इसका ट्रांजैक्शन
हालांकि इस ट्रांजैक्शन का पूरा होना रिलायंस और वॉल्ड डिज्नी के बीच पहले से साइन मर्जर डील पर निर्भर है। हाल ही में, रिलायंस इंडस्ट्रीज, वायाकॉम 18 और वॉल्ट डिज्नी ने जॉइंट वेंचर एग्रीमेंट साइन किया है।

डील के तहत वायाकॉम 18 को स्टार इंडिया में मर्ज किया जाएगा। नीता अंबानी नई कंपनी की चेयरपर्सन होंगी। वहीं वॉल्ट डिज्नी के पूर्व एग्जीक्यूटिव उदय शंकर वाइस चेयरपर्सन होंगे।

मीडिया, एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स सेक्टर में सबसे बड़ी कंपनी होगी
डील पूरा होने के बाद ये भारतीय मीडिया, एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स सेक्टर में सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी। इसके पास अलग-अलग भाषाओं में 100 से ज्यादा चैनल, दो ओटीटी प्लेटफॉर्म और देश भर में 75 करोड़ व्यूअरशिप बेस होगा। 2024 के आखिरी हफ्ते या 2025 की शुरुआत में डील पूरी होने की उम्मीद है।

रिलायंस के हिस्से 2014 में आया था वायाकॉम
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2014 में सबसे बड़ा मीडिया एम्पायर बनने के अपने लक्ष्य में सबसे पहले नेटवर्क18 के पहले प्रमोटर राघव बहल से कंपनी में स्टेक खरीदा। नेटवर्क18 का हिस्सा होने के नाते वायाकॉम भी रिलायंस के हिस्से आ गई। 2018 में रिलायंस ने कंपनी में (वायाकॉम18) पारामाउंट ग्लोबल का 1% और स्टेक खरीद लिया।

इसके बाद रिलायंस ने सोनी के भारतीय बिजनेस के साथ मर्जर कर स्टार, जी और सोनी जैसे बिजनेसेज के साथ कंपीट करना चाहा, लेकिन शेयरहोल्डर्स और वैल्यूएशन पर सहमति नहीं हो पाने के बाद 2020 मर्जर प्लान कैंसिल हो गया था।

2020 में सोनी के साथ मर्जर कैंसिल होने के बाद रिलायंस ने यहीं डील जी (ZEE) के साथ आगे बढ़ाया। डील के तहत जी के बोर्ड में बदलाव को ZEE के सबसे बड़े शेयर होल्डर इन्वेस्को ने माना, लेकिन जी के अन्य प्रमोटर्स ने इससे असहमत थे, लिहाजा डील कैंसिल हो गई।

बाद में जी ने सोनी के साथ दिसंबर 2021 में डील साइन की, लेकिन वह भी बोर्ड में बदलाव पर सहमति नहीं बन पाने की स्थिति में 22 जनवरी 2024 को कैंसिल हो गया।

जी और सोनी के साथ बात नहीं बनी तो स्टार इंडिया से हुई डील
देश की दूसरी और तीसरी बड़ी मीडिया कंपनी के साथ डील नहीं हो पाने के बाद रिलायंस ने मार्केट लीडर स्टार इंडिया के साथ डील फाइनल की, जो वायाकॉम के साथ मर्जर के लिए था और इसी साल 28 फरवरी को फाइनल हुआ है। यह 8.5 बिलियन डॉलर (करीब 70,555 करोड़ रुपए) में हुई है।

भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर कंपनी है रिलायंस
रिलायंस भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर कंपनी है, जिसका मार्केट कैप 19.52 लाख करोड़ रुपए है। 31 मार्च 2023 के अनुसार, रिलायंस का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू ₹9,74,864 करोड़ है। कैश प्रॉफिट ₹1,25,951 करोड़ और नेट प्रॉफिट 73,670 करोड़ है।

रिलायंस अभी हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्शन, पेट्रोलियम रिफाइनिंग और मार्केटिंग, पेट्रोकेमिकल्स, एडवांस मटेरियल और कंपोजिट, रिन्यूएबल एनर्जी (सोलर और हाइड्रोजन), डिजिटल सर्विस और रिटेल सेक्टर में काम करती है।