धर्मेंद्र यादव बोले आजमगढ़ से सपा का जज्बाती रिश्ता:NDA पर भारी पड़ेगा INDIA गठबंधन; प्रदेश के किसी जिले में नहीं ऐसी लीडरशिप

आजमगढ़ लोकसभा सीट पर 25 मई को लोकसभा का चुनाव होना है। आजमगढ़ लोकसभा सीट पर इस बार फिर से समाजवादी पार्टी ने धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया है। 2022 के लोकसभा उपचुनाव में सपा ने धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया था लेकिन वे चुनाव हार गए थे।

वहीं भाजपा ने सिटिंग सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ पर फिर से दांव लगाया है। 21 मार्च को जिले के दौरे पर आए सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव लगातार सुबह से ही जिले की पांचों विधानसभा क्षेत्रों में जाकर चुनाव प्रचार करते दिखे। इसके साथ ही पीडीए के साथियों से मिलकर 2024 के लोकसभा चुनाव में विजय के लिए वोट मांगा।

धर्मेंद्र यादव का कहना है कि आजमगढ़ से सपा का जज्बाती रिश्ता है। ऐसे में आने वाले लोकसभा चुनाव में जिले की जनता आजमगढ़ और लालगंज लोकसभा सीटों पर सपा प्रत्याशियों को चुनाव जिताकर भेजने का काम करेगी। आजमगढ़ से समाजवादियों का जज्बाती रिश्ता है।

सवाल : समाजवादी पार्टी आजमगढ़ में कितना चुनौती मानती हैं?

जवाब: आजमगढ़ समाजवादी पार्टी के नेताओं की कर्मभूमि है। समाजवादियों की सबसे बड़ी थाती है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के दिल के बहुत नजदीक यह जिला है। यहां की महिलाएं, बुजुर्ग, नौजवान, माताएं और बहनें हमें किसी चुनौती में नहीं फंसने देंगे, इस बात का मुझे पूरा यकीन है। इसी भरोसे के साथ यहां पर आया हूं।

आजमगढ़ की जनता को विश्वास और भरोसा दिलाता हूं कि जनता की उम्मीदों और भावनाओं पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा। यह मेरा प्रयास है।

सवाल : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को कैसे देखते हैं ?

जवाब: सपा नेता का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। बदले की भावना से संवैधानिक संस्थाओं का भाजपा दुरूपयोग कर रही है। शायद भाजपा के लोग सरकार के नशे में इस बात को भूल गए हैं कि लोकतंत्र में अभी अंतिम पायदान जिंदा है। जनता का तेवर रहा है कि अन्याय और अत्याचार को कभी बर्दाश्त नहीं किया है।

जिस तरह से संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को को समन भेजा गया। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार पर लगातार ईडी और आयकर की टीम छापेमारी कर रही है। झारखंड के सीएम को गिरफ्तार किया गया। यह सब जनता देख रही है और इसी दम पर परिवर्तन होगा। इस बार इन संस्थाओं के दम पर चुनाव नहीं होगा।

सवाल : एनडीए गठबंधन से इंडिया गठबंधन को कितनी चुनौती मानते हैं?

जवाब: इस बार के चुनाव में इंडिया गठबंधन ऐतिहासिक जीत हासिल करेगा। शोषण, अन्याय, अत्याचार, महंगाई, बेरोजगारी, अग्निवीर, निजीकरण, पेपर लीक जैसे योजनाओं से जनता को समस्याएं हुई हैं। देश की संस्थाएं लगातार बेची जा रही है। यह सब बातें इस देश की जनता देख रही है और आने वाले समय में इसका जवाब देने के लिए तैयार बैठी है।

सवाल : लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद आजमगढ़ से दूर रहे विपक्ष निशाना साधता है?

जवाब: सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव का कहना है कि मैंने पहले भी कहा था कि भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ को स्क्रिप्ट भाजपा की तरफ से दी जाती है। जैसे एक कलाकार को डायरेक्टर के द्वारा दिया जाता है। उनका उसी तरह का आचरण और राजनीति करने का तरीका है। आज भी आजमगढ़ जैसी वरिष्ठ लीडरशिप किसी जिले में नही है।

उनको नहीं पता कि आजमगढ़ में राम नरेश यादव, चंद्रजीत यादव, मुलायम सिंह यादव जैसे नेता रहे हैं। ऐसी लीडरशिप सपा में नहीं किसी अन्य पार्टी में भी नहीं है। जिनके पास कोई पदाधिकारी नहीं है वह लोग इसे नहीं समझ पाएंगे।

आजमगढ़ से समाजवादियों के जज्बाती रिश्ते हैं। हमारे नेताओं ने उस परंपरा को आगे बढ़ाने का काम किया जो हमें यहां भेजा है। यह हमारा सौभाग्य है। मुझे यकीन है कि आजमगढ़ के लोग हमें स्वीकार कर उस परंपरा को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।

सवाल : भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ का कहना है कि सपा ने जितना काम 15 साल में किया उससे ज्यादा हमने डेढ़ वर्ष में किया, इस पर क्या कहेंगे ?

जवाब: इस बारे में सपा नेता ने कहा कि आजमगढ़ का हवाई अड्‌डा 10 वर्ष पहले बनकर तैयार हुआ था। मुझे पूरी तरह से याद है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में इसी हवाई अड्‌डे पर नेताजी आए थे। इसके साथ ही सठियांव की चीनी मिल का शुभारंभ जब हुआ था, तब भी इसी हवाई अड्‌डे पर आए थे। 2019 में अखिलेश यादव जब चुनाव लड़ने आए तब भी इस हवाई अड्‌डे पर आए थे।

जब यह हवाई अड्‌डा 10 वर्ष पहले से उपयोगिता में है तो अब कैसा उद्घाटन। सपा प्रत्याशी ने कहा कि 10 वर्ष पहले जिस हवाई अड्डे का उद्घाटन हो चुका है, उसका उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री कर रहे हैं। हो सकता है प्रधानमंत्री को इस बात की जानकारी न रही हो लेकिन यह समझना चाहिए कि आजमगढ़ के विकास की एक-एक ईंट पर समाजवादियों का नाम है।