अशोका गार्डन के एक घर से पुलिस ने गुरुवार की रात करीब 32 लाख कटे-फटे, पुराने और नए नोट बरामद किए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि युवक मनी एक्सचेंज का काम करता है। उसके पास से एक लेटर मिलने की बात भी सामने आई है। हालांकि, पुलिस ने किसी तरह का पत्र मिलने से इनकार किया है। पुलिस हवाला के एंगल से भी मामले की जांच कर रही है।
डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि कैलाश खत्री (38) पंथ नगर अशोका गार्डन में स्वयं के मकान में पत्नी और बच्चों के साथ रहते हैं। मुखबिर से मिली सूचना के बाद आचार संहिता के चलते उनके घर दबिश दी गई। उनके घर 31 लाख 87 हजार 73 रुपए मिले। इसमें पांच, दस, बीस, पचास और सौ रुपए के कटे-फटे और पुराने व नए नोट हैं। कैलाश ने पुलिस को बताया कि वह 2006 से मनी एक्सचेंज का काम कर रहा है। उसकी जहांगीराबाद में दुकान भी है।
कारोबारी बोला- नोट एक्सचेंज का काम करता हूं
कैलाश ने पुलिस को बताया कि वह पुराने कटे-फटे नोट एक्सचेंज करने का काम करता है। फटे नोट एक्सचेंज कराने पर एक लाख रुपए के बदले 75 हजार रुपए लौटाया करता था। आरबीआई ने वर्ष 2015 में पीएनबी को पत्र लिखा था, जिसमें कैलाश को फटे-पुराने नोट लेकर बैंक में जमा करने के लिए अधिकृत किया गया है। कैलाश ने बताया कि कुछ समय से बैंक ने यह नोट लेना बंद कर दिए। इसके बाद वह इन्हें मुंबई और आगरा में जाकर बेचने लगा।
कोई लीगल दस्तावेज पेश नहीं कर सका
डीसीपी ने बताया कि आरोपी इतनी बड़ी संख्या में घर में कैश क्यों रखा था, इसका जवाब नहीं दे सका है। इसी के साथ उसके पास नोट एक्सचेंज कारोबार से जुड़े होने का कोई लीगल दस्तावेज नहीं मिला है। उससे पूछताछ की जा रही है। कुल रकम कितनी है, यह गिनती पूरी होने के बाद भी बताया जा सकेगा। प्रारंभिक तौर पर करीब 5 लाख रुपए की रकम की गिनती की जा चुकी है। छोटे नोट ज्यादा होने के कारण गिनती में समय लग रहा है।
मार्केट में कारोबारी के दलाल सक्रिय हैं
कैलाश के दलाल शहर के सभी प्रमुख मार्केट में सक्रिय हैं। वह दलालों को नोट एक्सचेंज कराने वाले ग्राहक लाने के एवज में कमीशन दिया करता था। उसने पुलिस को बताया कि 18 सालों से यही काम कर रहा है। मामले में आगे की जांच इनकम टैक्स डिपार्टमेंट करेगा। पुलिस ने आईटी को सूचना दे दी है।