दिल्ली के राउ IAS कोचिंग में तीन छात्रों की मौत को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका पर आज सुनवाई होगी। इसमें हादसे की जांच के लिए पैनल गठित करने की मांग की गई है। वकील रुद्र विक्रम सिंह ने हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेडेला की बेंच के सामने याचिका लगाई है।
उधर , मंगलवार को दोपहर तीन बजे से धरने पर बैठे छात्रों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरु कर दी है। भूख हड़ताल पर बैठे एक छात्र अमन कुमान का कहना है कि जब तक दिल्ली सरकार के अधिकारी, मेयर, निगमायुक्त, विधायक, जल बोर्ड के अधिकारी हमारे पास मिलने नहीं आते है, तबतक हड़ताल यह जारी रहेगी।
छात्रों की मांग है कि यहां पर छात्रों के साथ जिस तरह से व्यवहार हो रहा है, उसे बदला जाना चाहिए। ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा नहीं हो। साथ ही उन्होंने कहा कि मौतों की संख्या ज्यादा है, लेकिन प्रशासन छिपा रहा है। जब बेसमेंट में पानी गया, तब 35 छात्र पढ़ रहे थे।
NHRC ने नोटिस जारी किया
कोचिंग सेंटर के बेसमेंट हादसे पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस और MCD कमिश्नर को नोटिस जारी किया है। आयोग ने 14 दिन के अंदर डिटेल रिपोर्ट मांगी है। साथ ही मुख्य सचिव को निर्देश दिया गया है कि राज्य में नियमों का उल्लंघन करने वाले सभी कोचिंग सेंटर्स का पता लगाएं।
आयोग ने कहा है कि मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया है कि जलभराव के संबंध में अधिकारियों से कई शिकायतें की गईं, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे नजर आता है कि अधिकारियों ने लापरवाही की। वहीं, आयोग ने पटेल नगर इलाके में जलभराव के कारण पानी में फैसले करंट से सिविल सेवा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी की मौत पर भी संज्ञान लिया है।
मुख्य सचिव ने आतिशी को पहली रिपोर्ट सौंपी
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने सोमवार को राजस्व मंत्री आतिशी को पहली रिपोर्ट सौंपी। उन्होंने कहा कि डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को कोचिंग सेंटर पर बाढ़ के कारणों का पता लगाने का निर्देश दिया गया है। वे जल्द ही इसकी फाइनल रिपोर्ट सौंपेंगे।
कल ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेठी का गठन किया। यह 30 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसमें हादसे के कारण, हादसे के लिए जिम्मेदारों का जिक्र होगा। साथ ही ऐसे हादसों से बचने के उपाय और नीति में बदलाव की सिफारिश भी होगी।
एजुकेटर विकास दिव्यकीर्ति ने जारी किया बयान
दिल्ली के राजिंदर नगर में 27 जुलाई को राउ IAS कोचिंग सेंटर हादसे पर एजुकेटर विकास दिव्यकीर्ति ने मंगलवार (30 जुलाई) को बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि कोचिंग सेंटर्स से जुड़ी यह समस्या ऊपर से जितनी सरल दिखती है, उतनी है नहीं। इसके कई पहलू हैं, जिनके तार कानूनों की अस्पष्टता और अंतर्विरोध से जुड़ते हैं।
DDA, MCD तथा दिल्ली फायर डिपार्टमेंट के नियमों में असंगति है। ‘दिल्ली मास्टरप्लान-2021’ को छोड़कर किसी भी डॉक्युमेंट में कोचिंग सेंटर्स के लिए नियम साफ नहीं हैं। उन्होंने आशा जताई कि गृह मंत्रालय की तरफ से नियुक्त कमेटी एक महीने बाद जब अपनी रिपोर्ट सौंपेगी तो इनका समाधान मिल सकेगा।
विकास दिव्यकीर्ति ने अपने कोचिंग सेंटर के सुरक्षा उपायों के बारे में भी बताया है। उन्होंने बताया कि सेंटर में ‘फायर एंड सेफ्टी ऑफिसर’ का पद है। ऑफिसर बिल्डिंग का नियमित रूप से सेफ्टी ऑडिट करते हैं।