कश्मीर के अनंतनाग में सेना का जवान लापता:आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन टीम का हिस्सा थे; जम्मू में इंटरनेशनल बॉर्डर पर पाक घुसपैठिया गिरफ्तार

कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकेरनाग में मंगलवार को सेना का एक जवान लापता हो गया। जवान आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाने वाली टीम का हिस्सा थे। लापता जवान की तलाश में कल रात से आर्मी का सर्च ऑपरेशन जारी है।

भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स ने बताया कि खुफिया इनपुट के आधार पर 8 अक्टूबर को कोकेरनाग के काजवान फॉरेस्ट एरिया में पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ सेना ने जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया गया था। इस दौरान एक टेरिटोरियल आर्मी के जवान के लापता होने की खबर मिली थी।

हालांकि, पहले खबर आई थी कि आतंकियों ने भारतीय सेना के दो जवानों का अपहरण कर लिया है। इनमें एक जवान के आतंकियों के चंगुल से भागने की जानकारी थी।

दूसरी तरफ, जम्मू में इंटरनेशनल बॉर्डर पर BSF के जवानों ने 31 साल एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान पाकिस्तान के पंजाब के सरगोधा के रहने वाले शाहिद इमरान के रूप में हुई है। इमरान के कब्जे से दो चाकू, एक स्मार्ट वॉच, सिगरेट का पैकेट, एक खाली सिम कार्ड होल्डर और पाकिस्तानी करेंसी में 5 रुपए का सिक्का बरामद हुआ बै।

अगवा होने के एक साल बाद शाकिर का शव मिला था इससे पहले 2 अगस्त, 2020 में आतंकियों ने कश्मीर में टेरिटोरियल आर्मी के जवान शाकिर मंजूर वागे का अपहरण कर लिया था। उनके परिवार को 5 दिन बाद घर के पास शाकिर के कपड़े मिले थे। तब 24 साल के शाकिर वागे दक्षिण कश्मीर के शोपियां के हरमैन में अपने घर के पास से लापता हो गए थे।

​​​​​​​शाकिर 162-टीए में दक्षिणी कश्मीर के बालापुर में तैनात थे। वे बकरीद पर अपने घर गए थे। अपहरण करने के साथ ही आतंकियों ने जवान की गाड़ी को भी फूंक दिया था। काफी तलाश के बाद भी उनका पता नहीं लग पाया था।

अगवा होने के एक साल बाद सितंबर 2021 में कुलगाम जिले में शाकिर का शव मिला था। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने शाकिर के परिवार से संपर्क किया। उनके पिता मंजूर अहमद वागे ने कहा था कि शव की पहचान करने पर पता चला कि यह मेरा बेटा शाकिर ही है।