लॉरेंस बिश्नोई की मुख्तार अंसारी से रही नजदीकी:गरीब लड़कों को लुभा रहा गैंग, बाबा सिद्दीकी से लेकर मूसेवाला की हत्या के तार यूपी से जुड़े

ढाई साल पहले पंजाब के मानसा में गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या हो या अब मुंबई में कारोबारी और NCP नेता बाबा सिद्दीकी का मर्डर। जहां-जहां गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम जुड़ रहा है, यूपी का किसी न किसी तरह से कनेक्शन सामने आया है। सिर्फ इतना ही नहीं, यूपी में भी अतीक और अशरफ की हत्या से लेकर लखनऊ कोर्ट में हुई गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या में भी लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया था।

यह बात अलग है कि यूपी के मामलों में पुलिस अब तक यह तय नहीं कर पाई कि इन घटनाओं में लॉरेंस बिश्नोई का हाथ था या नहीं? अब बाबा सिद्दीकी की हत्या और उसमें शूटर के रूप में यूपी के दो युवकों का नाम आने से पुलिस अलर्ट हो गई है।

अगर यह सच है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या लॉरेंस बिश्नोई ने कराई और उसने यूपी से शूटर हायर किए तो यह यूपी पुलिस के लिए आने वाले दिनों की बहुत बड़ी चुनौती बनने वाला है। पंजाब में छात्र राजनीति से पैदा हुआ यह नया डॉन यूपी में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। इसके पहले NIA ने यूपी में अयोध्या के विकास देवगढ़ को जब गिरफ्तार कर लॉरेंस बिश्नोई से उसकी नजदीकियों का खुलासा किया तो यूपी पुलिस के अफसर भी हैरान रह गए थे।

नेपाल में बेस, सीमा से लगे जिलों के युवा हो रहे शामिल गैंग यूपी के गरीब परिवारों के युवकों को हथियार बन रहा है। उन्हें रुपए से मदद कर रहा। फिर उनको ट्रेनिंग देकर हत्या करा रहा। बताया जाता है कि नेपाल में लॉरेंस गैंग अपना बेस बना चुका है। नेपाल से लगे जिलों के गरीब परिवार के युवाओं पर फोकस कर रहा है। इसके पहले सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले सागर और विक्की बिहार के बेतिया जिले के रहने वाले हैं। यह भी नेपाल से लगा जिला है। दोनों का परिवार झोपड़ी में रहता है। ये भी परिवार से बाहर कमाने की बात कहकर गए थे। पुलिस की जांच में पता चला था कि इनकी ट्रेनिंग नेपाल में हुई थी।

बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल तीन में से दो शूटर यूपी से होने की बात इसकी तस्दीक कर रहे हैं। शिवा गौतम और धर्मराज बहराइच के ही हैं। यह जिला भी नेपाल से लगा हुआ है।

मुख्तार अंसारी से रही है नजदीकी

जानकार बताते हैं, लॉरेंस बिश्नोई की नजदीकी पूर्वांचल के माफिया और बाहुबली मुख्तार अंसारी से भी रही है। राजस्थान के दुर्दांत अपराधी आनंद पाल से भी उसके रिश्ते किसी से छिपे नहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक पंजाब के दो गैंगस्टर प्रभजिंदर सिंह बराड़ और जसविंदर सिंह भुल्लर उर्फ रॉकी 1997 में वाराणसी में हुए व्यापारी नंद किशोर रूंगटा अपहरण कांड में लखनऊ जेल में बंद थे। इसी जेल में मुख्तार अंसारी भी बंद था। यहां भुल्लर की दोस्ती यूपी के एक बाहुबली नेता से हुई। भुल्लर पंजाब का जाना-माना माफिया था। बाद में भुल्लर की लॉरेंस से दोस्ती हो गई। 2016 में शिमला से लौटते समय एक टोल प्लाजा के पास भुल्लर की हत्या कर दी गई। इसके बाद भुल्लर का गैंग लॉरेंस के लिए काम करने लगा।

जानकार बताते हैं कि यूपी में लॉरेंस की एंट्री भुल्लर ने ही एक बाहुबली नेता के जरिए कराई थी। बताया तो यह भी जाता है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या की योजना भी यूपी में ही बनी थी।

अयोध्या के विकास सिंह का लॉरेंस ने लिया था नाम

एक मामले में जब NIA ने लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ की तो उसने अपने कुछ गुर्गों का नाम लिया था। इसमें अयोध्या के बाहुबली विकास सिंह उर्फ विकास देवगढ़ का नाम भी शामिल था। इसके बाद विकास NIA के रडार पर आ गया था। बताया जाता है कि सिद्धूू मूसेवाला की हत्या की योजना भी विकास के ठिकानों पर बनी थी। हत्या के बाद विकास ने हत्यारों को पनाह दी थी।

अयोध्या में नजर आए थे लॉरेंस बिश्नोई के दो शूटर

पिछले साल (2023 में) की शुरुआत में लॉरेंस गैंग के दो शूटर अयोध्या में देखे गए थे। तब चर्चा यह थी कि किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए यह शूटर अयोध्या पहुंचे थे। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों के सतर्क होने के चलते शूटर अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए थे। दावा यह भी किया गया कि विकास सिंह एक बाहुबली नेता के साथ मिलकर बिश्नोई गैंग के जरिए यूपी में एक बड़े माफिया को खत्म करने की प्लानिंग कर रहा था। हालांकि, प्लान फेल हो गया।

यूपी की दो घटनाएं, पैटर्न बाबा सिद्दीकी की हत्या की तरह

रिटायर्ड IPS और STF में लंबे समय तक काम करने वाले राजेश पांडेय का कहना है, बाबा सिद्दीकी की हत्या, प्रयागराज में अतीक अशरफ और लखनऊ में जीवा की हत्या एक ही पैटर्न पर हुई। यूपी की दोनों घटनाओं में पुलिस या जांच एजेंसियां अब तक यह पता करने में नाकाम रही हैं कि इनका असली सूत्रधार कौन था?

प्रयागराज में अतीक और अशरफ की जिस हथियार से हत्या की गई, वह जिगाना पिस्टल थी। इसकी कीमत लगभग 8 लाख रुपए है। यह पिस्टल किसी आम शूटर के पास नहीं आ सकती। जिन लोगों ने हत्या की, उनके खिलाफ उससे पहले कोई केस नहीं था।

इसी तरह लखनऊ में भरी अदालत में पश्चिम यूपी के अपराधी संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या 7 जून, 2023 को की गई थी। हत्यारे ने हाथ उठाकर सरेंडर कर दिया था। वह भी भाड़े का हत्यारा था। उसे नेपाल बुलाया गया था। वहीं पैसा दिया गया और काम क्या करना है, बताया गया। उसके पीछे का सच भी आज तक सामने नहीं आ सका।

आने वाले दिनों की बड़ी चुनौती बन सकता है लॉरेंस बिश्नोई

राजेश पांडेय कहते हैं- बाबा सिद्दीकी की हत्या लॉरेंस के गैंग ने की है या नहीं, यह तो नहीं पता। लेकिन जिस पैटर्न पर यूपी की दो घटनाएं और महाराष्ट्र की यह घटना सामने आई है, वह काफी डेयरिंग हैं। यह गैंग बबलू श्रीवास्तव और दाऊद इब्राहिम की तर्ज पर खुद को बढ़ा रहा है। इसमें शूटर बिल्कुल नए लड़के होते हैं, जिनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं होता। दूसरे राज्यों में जाकर घटनाओं को अंजाम देते हैं। यानी कहीं से कहीं भेजकर घटना को अंजाम दिला देते हैं।

यूपी के रिटायर्ड IPS राजेश पांडेय का कहना है…

किसी घटना की सिर्फ जिम्मेदारी लेने से यह नहीं मान लेना चाहिए कि घटना उसी गैंग ने की है। इतना जरूर है कि यूपी के प्रयागराज में अतीक-अशरफ की हत्या। लखनऊ की अदालत में जीवा की हत्या और बाबा सिद्दीकी की हत्या का पैटर्न एक जैसा नजर आ रहा है।

कौन है विकास सिंह

लॉरेंस बिश्नोई ने जिन चुनिंदा लोगों का नाम NIA पूछताछ में लिया था, उनमें अयोध्या का विकास सिंह भी था। विकास सिंह का अयोध्या, लखनऊ और आसपास के जिलों में अच्छा-खास प्रभाव है। विकास सिंह अयोध्या के देवगढ़ का रहने वाला है। वह अपने नाम के साथ गांव का नाम भी लगाता है। देवगढ़ में उसकी पुश्तैनी संपत्ति है। विकास के खिलाफ कई थानों में कुल 21 केस दर्ज हैं। इसमें हत्या, आर्म्स एक्ट, गुंडा एक्ट, हत्या के प्रयास समेत कई गंभीर धाराएं शामिल हैं।

एक्सपर्ट राजेंद्र कुमार का कहना है…

शातिर अपराधियों और बड़े माफियाओं का यह पुराना ट्रेंड रहा है। पहले गरीबों की मदद कर उनकी हमदर्दी हासिल करते रहे हैं उसके बाद ज्यादा कीमत देकर कॉन्ट्रैक्ट किलिंग कराते हैं। लॉरेंस बिश्नोई मामले में भी यही हो रहा है। ऐसे लड़कों को चुना जा रहा है जो बेहद गरीब परिवार से आते हैं।