एपल आने वाले महीनों में भारत में चार और फ्लैगशिप स्टोर खोलेगा। अभी मुंबई और दिल्ली में एपल का एक-एक स्टोर है। कंपनी के CEO टिम कुक ने तिमाही नतीजों के दौरान इसकी घोषणा की। आईफोन की बढ़ी सेल्स के कारण कंपनी ने ये फैसला लिया है।
टिम कुक ने कहा- आईफोन की बिक्री हर क्षेत्र में बढ़ी है, जिसने विश्व स्तर पर नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं। भारत में भी रिकॉर्ड हाई रेवेन्यू दर्ज किया गया है।
कुक ने बताया कि एपल ने सितंबर तिमाही में ग्लोबली 94.9 बिलियन डॉलर रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले साल से 6% ज्यादा है। अकेले आईफोन रेवेन्यू में 6% की बढ़ोतरी हुई है।
भारत में एपल के अभी 2 स्टोर
एपल ने 18 अप्रैल 2023 को मुंबई में ‘एपल BKC’ और 20 अप्रैल को दिल्ली में ‘एपल साकेत’ स्टोर ओपन किया था। एपल के CEO टिम कुक ने इन दोनों स्टोर्स की ओपनिंग की थी।
आईपैड के रेवेन्यू में 8% की बढ़ोतरी
चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर लुका मेस्त्री ने कहा कि आईफोन के अलावा, कंपनी के आईपैड ने भी भारत में रेवेन्यू रिकॉर्ड बनाया है। वैश्विक स्तर पर इसमें साल-दर-साल 8% की बढ़ोतरी हुई है।
लुका ने कहा- विकसित बाजारों में बढ़ोतरी के अलावा, हमने मेक्सिको, ब्राजील, मध्य पूर्व, भारत और दक्षिण एशिया में डबल डिजिट ग्रोथ के साथ कई उभरते बाजारों में मजबूत प्रदर्शन देखा।
एपल ने तेजी से छोटे शहरों में विस्तार किया
सीनियर रिसर्च एनेलिस्ट प्राचीर सिंह ने कहा, एपल ने तेजी से छोटे शहरों में विस्तार किया है। उपभोक्ता तेजी से प्रीमियम स्मार्टफोन में निवेश कर रहे हैं। एपल ने अपनी एस्पिरेशनल इमेज के कारण प्रीमियम बायर्स के लिए टॉप चॉइस बना हुआ है।
भारत के स्मार्टफोन बाजार का 22% हिस्सा एपल के पास
काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, एपल के पास अब वैल्यू के हिसाब से भारत के स्मार्टफोन बाजार का 22% हिस्सा है, जो सैमसंग के बाद दूसरे स्थान पर है। त्योहारी सीजन से पहले iPhone 16 के लॉन्च ने एपल की पोजीशन को बूस्ट किया है।
छह महीनों में भारत से 6 बिलियन डॉलर के आईफोन एक्सपोर्ट
बीते दिनों ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि एपल ने अप्रैल से सितंबर के बीच छह महीनों में भारत से 6 बिलियन डॉलर (करीब 50,454 करोड़ रुपए) के ‘मेड इन इंडिया’ आइफोन का एक्सपोर्ट किया है।
यह पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले एक तिहाई (33%) ज्यादा है। मौजूदा वित्त वर्ष (2024-25) के पूरा होने तक एक्सपोर्ट का आंकड़ा 10 बिलियन डॉलर (करीब 84,086 करोड़ रुपए) तक पहुंच सकता है।