मेरठ में कॉमेडियन सुनील पाल को बंधक बनाकर रखा:फिरौती के 8 लाख से खरीदे जेवर, पैसे ज्वेलर के खाते में मंगाए; CCTV में दिखे किडनैपर

मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल को किडनैप कर मेरठ लाया गया था। आंखों पर पट्‌टी बांधकर 24 घंटे कमरे में बंद रखा गया।

किडनैपर ने परिवार से 8 लाख फिरौती की रकम यहीं के दो नामचीन ज्वेलर के खातों में ट्रांसफर करवाई। ज्वेलर्स की शॉप से ज्वेलरी खरीदी। इसके बाद 3 दिसंबर की रात सुनील पाल को छोड़ दिया।

पुलिस जांच में सामने आया है कि किडनैपर्स ने राधे श्याम ज्वेलर्स के खाते में 2.30 लाख रुपए और आकाश गंगा ज्वेलर्स के खाते में 4.70 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए।

SSP विपिन ताडा ने बताया कि महाराष्ट्र पुलिस दोनों ज्वेलर्स के खातों को फ्रीज कर दिया है। ज्वेलरी शॉप में लगे CCTV में 2 बदमाश नजर आए हैं। महाराष्ट्र पुलिस से पूरे मामले की जानकारी लेकर कार्रवाई की जा रही है।

2 दिसंबर की शाम को सुनील पाल को कार्यक्रम के लिए मुंबई से दिल्ली बुलाया गया था। इसके बाद उनका पता नहीं चला।

इवेंट के बहाने कॉमेडियन को बुलाया सुनील पाल के मुताबिक, 16 दिन पहले पहले अमित नाम के युवक ने कॉल करके खुद को इवेंट कंपनी का डायरेक्टर बताया। उसने सुनील को हरिद्वार के एक इंवेंट में आने को कहा। इसके लिए सुनील पाल को कुछ रकम भी ट्रांसफर की।

2 दिसंबर को सुनील दिल्ली पहुंचे तो इवेंट कंपनी की तरफ से उनको हरिद्वार ले जाने के लिए कार भेज दी गई। रास्ते में एक ढाबे पर वे रुके तो तीन युवक उनके फैन बनकर पास पहुंचे। एक युवक ने उन्हें बताया कि उसने नई कार ली है। वह अपनी कार के पास ले गया। उन्हें कार को अंदर से देखने के लिए कहा। सुनील के कार में बैठते ही आरोपियों ने उन्हें बंधक बना लिया।

जरा भी आवाज निकाली तो जहर से मार दूंगा सुनील पाल ने बताया कि बदमाशों ने कहा- तुम्हें किडनैप कर लिया गया है। शोर मचाया तो मार देंगे। बदमाशों ने चेहरे पर कपड़ा बांध दिया। एक घंटे कार चलने के बाद बदमाश मुझे एक मकान में ले जाया गया। यहां पर दूसरी मंजिल पर मुझे बंधक बना लिया।

एक बदमाश हाथ में इंजेक्शन लिए हुए था। वह बोल रहा था कि इसमें जहर है। अगर जरा भी आवाज निकाली तो जहर से मार दूंगा। मैंने बदमाशों से पूछा कि तुम चाहते क्या हो, तो उन्होंने 20 लाख रुपए देने को कहा।

20 नहीं तो 10 लाख दे दो… मैंने उनसे कहा कि मेरे पास इतने रुपए नहीं हैं। बदमाशों ने कहा- हमें पता है कि तू बहुत बड़ा कॉमेडियन है, तेरे पास इतने रुपयों की कहां कमी होगी। 20 नहीं तो 10 लाख दे दो। फिर एटीएम कार्ड के बारे पूछा तो मैंने कहा कि कार्ड नहीं रखता हूं।

बदमाशों ने पत्नी को कॉल कर पैसा मांगने की बात कही। इस पर मैंने उनसे कहा- घर फोन मत करो। वे लोग परेशान हो जाएंगे। मैं दोस्तों से बात करके पैसा मंगवाता हूं।

20 हजार रुपए मुझे टिकट के लिए दिए 3 दिसंबर को बदमाशों ने फिरौती के 8 लाख रुपए ऑनलाइन मंगाए। ​​​​​​पैसे मिलने के बाद बदमाशों ने 20 हजार मुझे फ्लाइट के टिकट के लिए दिए। इसके बाद लालकुर्ती थाना क्षेत्र में मुझे छोड़ दिया।

खाता सीज होने पर मामला खुला इधर, सुनील पाल के मुंबई पहुंचते ही वहां की पुलिस ने उनसे पूछताछ की। उन्होंने पूरी बात बताई। इसके बाद मुंबई पुलिस ने उन 2 खातों को सीज कर दिया। जिसमें किनडैपर ने पैसे मंगाए थे।

5 दिसंबर को जेवर्स कारोबारी अक्षित सिंघल एक्सिस बैंक में रुपए जमा करने पहुंचे। बैंक मैनेजर ने उन्हें बताया कि आपका अकाउंट महाराष्ट्र पुलिस की शिकायत पर फ्रीज कर दिया गया है। आपके अकाउंट से कोई ट्रांजैक्शन नहीं हो सकता है। तब जाकर पूरा मामला सामने आया।

4 बार में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन से डाले रुपए वेस्टर्न कचहरी रोड शिवलोक निवासी अक्षित ने बताया- उनकी जवाहर क्वार्टर में न्यू राधे लाल राम अवतार सर्राफ नाम से फर्म है। 3 दिसंबर को 12 बजे दो युवक दुकान पर आए। उन्होंने सोने की चेन, सिक्के दिखाने को कहा।

युवकों ने 10 हजार रुपए देते हुए कहा कि आप दोनों सिक्के और चेन पैक करा दीजिए। बाकी पैसे हम ऑनलाइन आपके अकाउंट में जमा करा देंगे। दोनों फर्म का अकाउंट नंबर लेकर चले गए। फिर बिना चेन और सिक्के लिए चले गए।

फर्म के अकाउंट में दोपहर 1:35 बजे 50 हजार रुपए ट्रांजैक्शन किए गए। 2 बजकर 12 मिनट पर 80 हजार, 2 बजकर 18 मिनट पर 50 हजार, फिर शाम को 4 बजकर 17 मिनट पर 50 हजार ट्रांसफर किए। कुल 2 लाख 30 हजार रुपए पेमेंट की गई। इसके बाद युवक ने फोन कर पैसों के ट्रांसफर के किए जाने के बारे में बताया।

सोने के 2 सिक्के और चेन लिए वॉट्सऐप पर ट्रांजैक्शन के स्क्रीन शॉट भी भेज दिए। शाम को 6 बजे दोनों युवक दुकान पर पहुंचे। उन्होंने 10-10 ग्राम सोने के 2 सिक्के, एक चेन 7.240 ग्राम की पसंद की। तीनों का बिल 2,25,500 रुपए का बना। युवक ने आधार कार्ड और पैन कार्ड देकर सुनील पाल नाम से बिल बनवा लिया।

ऑनलाइन किए गए पैसे में से बचे हुए 4500 रुपए लेकर चले गए। रात में करीब 8 बजकर 17 मिनट पर मेरे मोबाइल पर फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस सेन्टाक्रूस पुलिस स्टेशन का अधिकारी बताया। उसने कहा कि आपके अकाउंट में जो रकम ट्रांसफर हुई है, वह फिरौती की रकम के रूप में हुई है।

मैंने उनको ज्वेलरी खरीदे जाने की पूरी बात बताई। इस पर फोन करने वाले ने ट्रांजैक्शन आईडी और दोनों युवकों के नंबर देने को कहा। इसकी जानकारी मैंने लालकुर्ती थाना प्रभारी को दी। थाना प्रभारी ने मुझसे कहा कि आप कोई बात शेयर मत करना। आजकल ऐसा फर्जीवाड़ा चल रहा है। खाता सीज हुआ तो पूरे मामला का पता चला।