नेतन्याहू की चेतावनी- हमास शनिवार तक बंधकों को रिहा करे:नहीं तो सीजफायर खत्म और जंग शुरू होगी; सैनिकों को तैयार रहने का आदेश

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को कहा कि अगर हमास शनिवार दोपहर तक हमारे बंधकों को रिहा नहीं करता है तो सीजफायर खत्म हो जाएगा। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक नेतन्याहू ने अपनी सुरक्षा कैबिनेट के साथ 4 घंटे मीटिंग के बाद यह बयान दिया।

हालांकि अभी साफ नहीं है कि नेतन्याहू ने सभी बंधकों की रिहाई बात की है, या शनिवार को रिहा होने वाले सिर्फ 3 बंधकों की।

इजराइली PM ने कहा-

हमास सीजफायर का उल्लंघन कर हमारे बंधकों को रिहा करने से इनकार रहा है। इसके मद्देनजर मैंने IDF को गाजा के आसपास सैनिकों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया है। अगर हमास ने शनिवार तक बंधकों को रिहा नहीं किया तो युद्ध विराम खत्म हो जाएगा। हमारी सेना फिर से जंग शुरू करेगी और यह तब तक चलेगी जब तक कि हमास का सफाया नहीं हो जाता।

इजराइल के रक्षा मंत्री ने सेना को अलर्ट पर रहने और ‘गाजा में किसी भी स्थिति’ से निपटने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया। इजराइली सेना ने गाजा डिवीजन के सैनिकों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी हैं, जिससे संकेत मिलता है कि इजराइल युद्ध फिर से शुरू करने की तैयारी कर रहा है।

इससे पहले हमास ने आरोप लगाया था इजराइली सेना गाजा जाने वाली मदद को बीच में रोक कर सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। ऐसे में वो अगले आदेश तक बंधकों की रिहाई रोक देंगे।

ट्रम्प की धमकी- हमास शनिवार तक सभी बंधक रिहा करे

ट्रम्प ने मंगलवार को हमास के धमकी देते हुए कहा था कि अगर शनिवार तक इजराइली से किडनैप किए गए सभी बंधक रिहा नहीं हुए तो गाजा में सब कुछ बर्बाद हो जाएगा। अगर शनिवार 12 बजे तक सभी बंधकों को नहीं लौटाया जाता है तो मुझे लगता है कि सीजफायर समझौते को रद्द कर देना चाहिए।

इससे पहले उन्होंने गाजा पर कब्जा करके वहां सिटी रिसॉर्ट बनाने की बात कही थी। तब उनका कहना था कि फिलिस्तीनी लोगों को गाजा से विस्थापित करके जॉर्डन और मिस्र में बसाया जाना चाहिए।

2000 फिलिस्तीनी बच्चों को अपने यहां जगह देगा जॉर्डन

मिस्र और जॉर्डन दोनों ने शुरुआत में ट्रम्प के इस प्लान का विरोध किया था। हालांकि बुधवार को डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात के बाद जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला सेकेंड ने गाजा से 2000 गंभीर रूप से बीमार बच्चों को लेने पर सहमति जताई है।

अब्दुल्ला ने कहा कि वो बच्चों जिनमें से कई कैंसर से पीड़ित हैं या गंभीर हालात में हैं, उन्हें जितनी जल्दी हो सकेगा जॉर्डन ट्रांसफर किया जाएगा।

हमास बोला धमकी का कोई मतलब नहीं

दूसरी तरफ हमास का आरोप लगाया था इजराइल फिलिस्तीनी लोगों को दी जाने वाली मदद रोक रहा है। यह सीजफायर की शर्तों का उल्लंघन है। वहीं ट्रम्प की धमकी पर भी हमास ने जवाब दिया। हमास ने कहा कि अगर एक साथ सभी बंधकों की रिहाई होती है तो यह सीजफायर डील के खिलाफ होगा।

हमास के एक सीनियर लीडर अबू जुहरी ने मंगलवार को कहा कि ट्रम्प को इस डील का सम्मान करना चाहिए। बंधकों की वापसी का यही एकमात्र यही तरीका है। जूहरी ने कहा कि धमकी का कोई मतलब नहीं है। इससे मामला और मुश्किल हो जाता है।

फिलिस्तीनियों को वापस लौटने का अधिकार नहीं होगा

ट्रम्प ने इससे पहले फॉक्स न्यूज से कहा कि अमेरिका के गाजा टेक ओवर के बाद फिलिस्तीनियों को वहां लौटने का हक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि वे ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि वहां उनके पास बेहतर घर होंगे। दूसरे शब्दों में कहूं तो मैं उनके लिए एक स्थायी घर बनाने की बात कर रहा हूं।

तीन फेज में पूरी होगी सीजफायर डील

हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल की बॉर्डर एरिया पर हमला कर 1200 लोगों का कत्ल कर दिया था। जबकि 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था। इन लोगों की रिहाई को लेकर 19 जनवरी को कतर में हमास और इजराइल के बीच सीजफायर डील हुई थी।

इस डील में दोनों पक्षों को कैदियों के अदला बदली करनी है। यह डील तीन फेज में पूरी होगी। इसमें 42 दिन तक बंधकों की अदला-बदली की जाएगी। अभी तक पांच बार बंधकों की अदला बदली हो चुकी है।

पहला फेज:

  • 19 जनवरी से 1 मार्च तक गाजा में पूरी तरह से युद्धविराम रहेगा। हमास 33 इजराइली बंधकों को रिहा करेगा। इजराइल रोजाना अपने एक बंधक के बदले 33 फिलिस्तीनी बंदियों को रिहा करेगा। हर एक इजराइली महिला सैनिक के बदले 50 फिलिस्तीनी बंदियों को रिहाई मिलेगी।

दूसरा फेजः

  • अगर पहले फेज के 16वें दिन, यानी 3 फरवरी तक सब कुछ ठीक रहा, तो दूसरे फेज की योजना पर बातचीत शुरू हो जाएगी। इस दौरान कोई भी हमला नहीं किया जाएगा। जिंदा बचे हुए बाकी बंधकों को रिहा किया जाएगा।
  • इजराइल 1 हजार फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा, इनमें लगभग 190 कैदी 15 साल से ज्यादा समय से सजा काट रहे हैं।

तीसरा फेजः

  • इस डील के आखिरी फेज में गाजा को दोबारा बसाया जाएगा। इसमें 3 से 5 साल का समय लगेगा। हमास के कब्जे में मारे गए बंधकों के शव भी इजराइल को सौंपे जाएंगे।