कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने गड्ढे में उतरकर दिखाया बनारस का विकास:जुलूस निकालकर पीएम के वादों पर सवाल उठाया, कांवरियां शिविरों में बिजली-पानी गुल मिली

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने गुरुवार की रात वाराणसी में जलभराव और अव्यवस्थाओं के खिलाफ पदयात्रा निकाली। वाराणसी के विकास कार्यों पर सवाल उठाए और पीएम-सीएम को भी घेरा। काशी में सड़कों पर गड्‌ढे और चोक नालों के लिए प्रशासन को आईना दिखाया। अजय राय ने खुद गड्‌ढे में उतरकर गंदे पानी में चलकर विरोध दर्ज कराया।

वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से चितरंजन पार्क तक पदयात्रा में जनता से संवाद किया। सड़क पर गंदे पानी में चलकर अधिकारियों की कार्यशैली कटघरे में खड़ी की। विकास कार्यों में समाधान की जगह दुश्वारियां और जनता को परेशान करने की बात कही। काशी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।

प्रशासन की ओर से बनाए गए शिविरों को भी देखा। चितरंजन पार्क शिविर का वीडियो के जरिए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। जिसमें शिविर में बिजली, पानी और मूलभूत सुविधाएं नहीं होने का आरोप लगाते हुए प्रशासन से शिवभक्तों की अनदेखी की बात कही। वहीं कांवड़ मार्ग पर खुदाई और अव्यवस्थाएं भी बताई।

गुरुवार शाम कैंट स्टेशन पहुंचे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय राय ने नाइट मार्केट में दुकान लगाने वाले गरीबों से मुलाकात कर उनकी पीड़ा भी सुनी। दुकानदारों ने बताया कि उनसे पैसे लेकर नगर निगम की ओर से एक निजी एजेंसी के माध्यम से दुकानें आवंटित की गईं थीं, लेकिन आज उस एजेंसी को कोई ढूंढ नहीं रहा। न तो प्रशासन मदद कर रहा है, न ही सरकार जवाब दे रही है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि सरकार के विकास के वादों की पोल हर दिन बारिश और शहर के हालात खोल रहे हैं। जो काशी आ रहा है वही झूठे वादों की सच्चाई जान लेता है। शहर की जनता अब समझ गई है कि विकास के वादे छलावा और जुमले थे। आम नागरिकों के उत्पीड़न अब नहीं सहा जाएगा।

काशी में पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री ने विकास के नाम पर केवल दिखावा किया है। लाखों-करोड़ों खर्च होने के बावजूद आज सड़कों की हालत, जलभराव और गरीबों की हालत देखी जा सकती है। नाइट मार्केट बनाकर गरीब पटरी दुकानदारों से पैसे लिए गए और अब बिना पूर्व सूचना के उन्हें उजाड़ दिया गया। ये कैसा विकास है?”

जो स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री के निर्देश पर शुरू किया गया था, उसी के तहत नाइट मार्केट बसाया गया था। अब गरीबों को उजाड़ दिया गया, लेकिन उनका पैसा डूब गया। ठेले-पटरी पर व्यापार करने वाले छोटे दुकानदार और उनके परिवार अब सड़क पर आ गए हैं।” उन्होंने ऐलान किया कि कांग्रेस पार्टी उन सभी पीड़ित दुकानदारों के साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए आंदोलन करेगी।

कांवरिया शिविरों के अंधेरे में शिवभक्त, बिजली ना पानी: अजय राय

पूर्व मंत्री अजय राय ने सावन माह के आगमन से पहले कांवड़ यात्रा मार्गों पर भ्रमण किया। कहा कि सावन में हम काशीवासियों को कांवड़ियों की सेवा करनी थी, लेकिन मोदी सरकार ने पूरे शहर को खुदाई और अव्यवस्था में झोंक दिया है। कावरियों के पांव में कंकड़ चुभेंगे और परेशानियां झेलनी होगी।

प्रशासन की ओर से बनाए गए शिविरों को भी देखा। चितरंजन पार्क शिविर का वीडियो के जरिए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। कहा कि पावन श्रावण माह शुरू होते ही काशी की सच्चाई सामने है। इसमें चितरंजन पार्क, गोदौलिया में लगे शिविरों में ना बिजली, ना लाइट, ना पंखा और ना पीने का पानी।

श्रद्धालु गर्मी, अंधेरे और मच्छरों के बीच तड़प रहे हैं। जब मंत्री/अफसर निरीक्षण करने आते हैं, तभी लाइटें जलती हैं, टेंट चमकने लगते हैं। बाकी समय सिर्फ अंधेरा, बदबू और दिखावा। यही है मोदी-योगी का बनारस मॉडल — झूठे दावे, खोखली व्यवस्था और जनता बेहाल!