आंतरिक जांच में दोषी मिले दो CRPF अधिकारी निलंबित, महिला कांस्टेबल से किया था दुष्कर्म

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने बुधवार को अपने मुख्य खेल अधिकारी डीआइजी खजान सिंह और कोच इंस्पेक्टर सुरजीत सिंह को निलंबित कर दिया। प्राथमिक जांच में उन्हें महिलाकर्मियों के यौन उत्पीड़न का दोषी पाया गया था। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि आइजी चारू सिन्हा की अध्यक्षता वाली एक समिति ने पाया कि 30 वर्षीय एक महिला कांस्टेबल द्वारा दोनों अधिकारियों के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप पहली नजर में सही हैं।

देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल के मुख्य खेल अधिकारी खजान सिंह ने 1986 के सियोल एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था। खजान सिंह ने इससे पहले आरोपों का खंडन किया था और कहा था कि उन पर लगाए गए आरोप पूरी तरह गलत हैं और उनकी छवि खराब करने के लिए लगाए गए हैं।

महिला कांस्टेबल ने पिछले साल दिसंबर में दिल्ली के बाबा हरिदास थाने में दर्ज शिकायत में दोनों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया था कि उन्होंने अन्य महिला कांस्टेबलों का भी यौन उत्पीड़न किया था। 2010 में सीआरपीएफ में भर्ती होने वाली उक्त महिला बाद में पुलिस जांच के दौरान अपने आरोपों से मुकर गई थी।

सीआरपीएफ में करीब 3.25 लाख कर्मी हैं। कांबैट रैंक में बल में पहली महिला 1986 में भर्ती हुई थी। वर्तमान में इस केंद्रीय बल में छह महिला बटालियन हैं जिनमें कुल करीब आठ हजार कर्मचारी हैं। इसकी खेल और अन्य प्रशासनिक शाखाओं में भी महिला कर्मचारी हैं।