UP Board Exam 2021: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपीएमएसपी) की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन 20 मई 2021 से किया जाना प्रस्तावित है। ऐसे में जबकि परीक्षाओं के शुरू होने में अब सिर्फ 10 दिन बचे रह गये हैं और उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति गंभीर बनी हुई है, यूपी बोर्ड 10वीं की परीक्षाओं को केंद्रीय बोर्ड सीबीएसई और आईसीएसई एवं विभिन्न राज्यों की तरह रद्द किये जाने की मांग स्टूडेंट्स द्वारा की जा रही है। इसी प्रकार इंटरमीडिएट परीक्षाओं का भी आयोजन भी फिलहाल न किये जाने और इसे स्थगित किये जाने की मांग की जा रही है। सीबीएसई, आईसीएसई और कई राज्यों के बोर्ड ने 12वीं की परीक्षाएं फिलहाल स्थगित कर रखी हैं।
इंटर्नल एसेसमेंट सिस्टम की चुनौतियां
दूसरी तरफ सीबीएसई, आईसीएसई और कई अन्य राज्यों के ईवैल्यूएशन पैटर्न को देखें तो यहां पूरे एकेडिमक सेशन के दौरान कई यूनिट टेस्च, मिड-टर्म, आदि लिये जाते हैं। इसी के चलते ये सभी बोर्ड इंटर्नल मार्क्स के आधार पर रिजल्ट घोषित करने में सक्षम हैं। हालांकि, यूपी बोर्ड के ज्यादातर स्कूलों में साप्ताहिक, मासिक और मिड-टर्म (अर्ध-वार्षिक) जैसी परीक्षाओं का आयोजन कोविड-19 के कारण प्रभावित हुए और देर से शुरू हुए सत्र के कारण नहीं किया जा सका है। ऐसे में 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं के रद्द किये जाने और इंटर्नल एसेसमेंट के आधार रिजल्ट जारी किये जाने की संभवना फिलहाल नजर नहीं आ रही है।
स्टूडेंट्स की बड़ी संख्या भी है चुनौती
केंद्रीय बोर्ड सीबीएसई, आईसीएसई और विभिन्न राज्यों के अलग-अलग बोर्ड की तुलना नें यूपी बोर्ड में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की कक्षाओं में स्टूडेंट्स की संख्या कहीं अधिक है। ऐसे में इन स्टूडेंट्स के इंटर्नल एसेसमेंट के मार्क्स का संकलन आसान नहीं होगा। सरकार या बोर्ड द्वारा हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षाओं पर कोई निर्णय न ले पाने के पीछे यह भी एक बड़ा कारण हो सकता है।