रोहतक कोर्ट के अधिवक्ता की निजी वीडियो वायरल करने के नाम पर चार आरोपितों ने उससे रकम की मांग की, जिससे तंग आकर अधिवक्ता ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या का प्रयास किया। अधिवक्ता का पीजीआइएमएस में उपचार चल रहा है।
आइएमटी थाने में दी गई शिकायत में अधिवक्ता ने बताया कि वह रोहतक कोर्ट में प्रेक्टिस करता है। पिछले करीब 10 दिन से गांव के रहने वाले पांच युवक उसे परेशान कर रहे हैं। जो जानकारी को लिंक करने के नाम पर ब्लैकमेल कर रहे थे। 10 मई को आरोपितों ने अधिवक्ता के मोबाइल पर निजी वीडियो भेजी। धमकी दी कि यदि दो लाख रुपये नहीं दिए तो वीडियो को वायरल कर देंगे।
अधिवक्ता की दो-तीन दिनों तक आरोपितों के साथ कोई बातचीत नहीं हुई। फिर एक आरोपित का फोन आया, जिसने कहा कि खेत में बैठकर आपस में बात कर लेते हैं। आरोपितों ने वहां पर भी अधिवक्ता को उसकी निजी वीडियो दिखाई और वायरल करने की धमकी दी। जिस पर 70 हजार रुपये में सौदा तय हो गया। अधिवक्ता ने उन्हें 30 हजार रुपये भी दे दिए।
फिर भी आरोपित लगातार उस जल्दी से जल्दी बाकी रकम देने का दबाव बना रहे थे। इससे तंग आकर अधिवक्ता ने 18 मई को जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या का प्रयास किया। हालत बिगड़ने पर परिवार के लोगों ने उसे उपचार के लिए पीजीआइएमएस में भर्ती कराया। अब अधिवक्ता की शिकायत पर आइएमटी थाना पुलिस ने चारों आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आइएमटी थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जल्दी ही आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा।