हरियाणा में हत्‍थे चढ़े कबूतरबाज, फर्जी तरीके से विदेश भेजने वाले 25 शातिरों को भेजा सलाखों के पीछे

विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों पर पुलिस की पैनी नजर है। पुलिस अब ऐसे फर्जी ट्रैवल एजेंट को बक्शने के मूड़ में नहीं दिख रही जो विदेश भेजने के नाम पर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। वर्ष 2021 के दौरान ऐसे लोगों के खिलाफ दी गई शिकायतों पर 31 मामले दर्ज किए हैं।

इस वर्ष इस प्रकार के मामलों की चार माह में 18 है। पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर ऐसे फर्जी एजेंटों के दस्तावेज चेक करने शुरू कर दिए हैं। पिछले वर्ष से अब तक 49 मामलों में 25 आरोपियों को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। पांच मामलों में सबूत न मिलने पर निरस्त किया जा चुका है। अन्य मामलों में पुलिस द्वारा गहनता से जांच की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला ने कहा कि युवा विदेश में जाकर पैसा कमाने की इच्छा रखते हैं , जिसके लिए वह कहीं न कहीं से पैसों का इंतजाम कर लेते हैं। वहीं दूसरी ओर इनकी मजबूरी का फायदा उठाने के लिए फर्जी ट्रैवल एजेंट भी ताक में रहते हैं। युवा हर रोज इस तरह के फर्जी ट्रैवल एजेंटों का शिकार हो रहे हैं।

आए दिन ऐसे मामले उजागर हो रहे हैं, लेकिन ठगी का धंधा थम नहीं रहा। ट्रैवल एजेंटों के हाथों से लूटने के बाद लोगों को पता चलता है कि वह ठगी का शिकार हो गए है। उसके बाद वह पुलिस से सहायता मांगते हैं लेकिन दस्तावेजों की कमी के कारण आरोपित बचने में कामयाब हो जाते हैं । पुलिस समय-समय पर ऐसे ठगों पर कार्रवाई करती हैं, फिर भी ठगी का धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा।

रजिस्टर्ड ट्रैवल एजेंटों की लें मदद

पुलिस का मानना है कि विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगी उनके जानकारों के माध्यम से ही होती हैं। इस तरह के मामलों में ठगी करने वाले उनको जानने वाले होते हैं या फिर किसी संपर्क के जरिए मिलते हैं। लोग पुलिस के पास तब शिकायत करते हैं जब ठगी के शिकार हो चुके होते हैं। आमजन से अपील की जाती है कि ठगी से बचने के लिए रजिस्टर्ड ट्रैवल एजेंटों की मदद लें और एजेंटों को दी जाने वाली रकम बैंक या डिजिटल एप से ही करें ।