पैरोल पर जेल से बाहर आए डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम के ऑनलाइन सत्संग में अब प्रेमियों ने हनीप्रीत का जिक्र करना शुरू कर दिया है। डेरे के जिम्मेदार ब्लॉक भंगी राम रहीम से मिलाने के लिए हनीप्रीत की प्रंशसा करके प्रेमियों (डेरे के श्रद्धालु) के बीच उसकी पैठ बनवा रहे हैं। पिछले दो दिनों से ऑनलाइन गुरुकुल में हनीप्रीत की खूब चर्चा हो रही है।
राम रहीम के इस ऑनलाइन गुरुकुल करवाने की पूरी प्लानिंग हनीप्रीत की है। यह कार्यक्रम पूरे 40 दिन चलने हैं। इसका खुलासा खुद डेरे के जिम्मेदारों ने राम रहीम के सामने खड़े होकर प्रेमियों के सामने करना शुरू कर दिया है, ताकि प्रेमी भविष्य में हनीप्रीत के उत्तराधिकार को धीरे- धीरे स्वीकार कर सकें। जिसके लिए प्रेमियों का विश्वास जीतना जरूरी है।
बिटिया ने बहुत मेहनत की: राम रहीम
पहले सुनाम की संगत और अब दिल्ली आश्रम की संगत ने राम रहीम के समक्ष ही हनीप्रीत की प्रंशसा की। राम रहीम के गुरु मंत्र कार्यक्रम के दौरान प्रेमी राम रहीम के समक्ष हनीप्रीत का जिक्र करते हैं और कहते हैं कि पूरी संगत उनका धन्यवाद करती है, जिन्होंने आप से रुबरू करवाने के लिए इतने प्रयास किए। तब राम रहीम भी हनीप्रीत की प्रंशसा करता है और कहता कि बिटिया ने बहुत मेहनत की है। राम रहीम अपने प्रेमियों से नशे के खिलाफ अभियान चलाने की बात कर रहा है।
राम रहीम ने मां और पत्नी का जिक्र नहीं किया
राम रहीम ने अभी तक डेरा प्रेमियों के समक्ष अपनी मां नसीब कौर और पत्नी हरजीत कौर का जिक्र नहीं किया। दोनों सदस्य ही पिछले कई दिनों से बरनावा आश्रम में पहुंचे हुए है। जबकि हनीप्रीत पैरोल के पहले दिन से ही राम रहीम के साथ है। बीते दिन जब राम रहीम ने प्रवचन के दौरान परिवार की परिभाषा की व्याख्या की तो उसने कहा कि हमार परिवार 4- 5 लोगों का नहीं है। बल्कि 6 करोड़ बच्चे हमारे परिवार के सदस्य है। इस संख्या से राम रहीम अपने श्रद्धालुओं की संख्या होने का दावा कर रहा है। वहीं उसने अभी तक अपनी दोनों बेटियों के परिवार और बेटे के विदेश होने का जिक्र नहीं किया।
हनीप्रीत बन चुकी है डेरा की चेयरपर्सन
22 फरवरी 2022 के ट्रस्ट डीड में हुई एमेंडमेंट में हनीप्रीत अब डेरा प्रबंधन समिति की बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की चेयरपर्सन और ट्रस्ट का वाइस पैटर्न भी बन चुकी है। राम रहीम ने अपने परिवार पहचान पत्र में हनीप्रीत को अपनी मुख्या शिष्या घोषित किया है। परिवार पहचान पत्र में परिवार के किसी सदस्य का नाम नहीं है।
राम रहीम जब फरवरी 2022 में पहली बार पैरोल पर आया था तो अपने आधार कार्ड से लेकर परिवार पहचान पत्र में पिता और परिवार के नाम कटवा दिए थे। पिता के नाम के आगे अपने गुरू सतनाम सिंह का नाम अंकित करवा दिया। जबकि परिवार पहचान पत्र में अपनी पत्नी और मां के नाम ना लिखवाकर केवल हनीप्रीत का ही मुख्या शिष्या के तौर पर नाम अंकित करवा दिया।
राम रहीम के आगे भाजपाईयों का ‘चुनावी सजदा’:हरियाणा के डिप्टी स्पीकर ने ऑनलाइन सत्संग में आशीर्वाद लिया; हिसार मेयर की पत्नी भी पहुंची