गुरुग्राम में स्पा सेंटर पर काम करने वाली ब्यूटीशियन पूजा के मर्डर केस में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने उसके लिव इन पार्टनर मुश्ताक के पिता अली अहमद और भाई सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार किया है। दोनों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने तालिबानी स्टाइल में पूजा की हत्या की थी।
पुलिस ने बताया कि भाई सद्दाम हुसैन ने पूजा के हाथ पकड़े और पिता अली अहमद ने पैर पकड़े। इसके बाद लिव इन पार्टनर मुश्ताक अहमद ने धारदार चाकू से पूजा का सिर धड़ से अलग कर दिया।
सद्दाम हरिद्वार के पिरान कलियर का रहने वाला है और उसे उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से पकड़ा गया है। अली अहमद उत्तराखंड के उधम सिंह नगर का रहने वाला है। उसे वहीं के बोरी खेड़ा गांव से पकड़ा गया है।
बता दें कि मुश्ताक ने 16 नवंबर 2024 को लिव इन पार्टनर पूजा की हत्या कर दी थी। पूजा का धड़ उत्तराखंड में नेपाल बॉर्डर पर एक नाले से मिला था। उसका सिर 7 महीने बाद भी बरामद नहीं हुआ है।
बाइक पर ले गए डेडबॉडी, नहर में फेंकी
आरोपियों ने बताया कि हत्या करने के बाद उन्होंने पूजा की डेडबॉडी बाइक पर रखी और नहर पुल के पास ले गए। वहां उन्होंने सिर और धड़ को अलग-अलग कर फेंक दिया। पुलिस ने हत्या के डेडबॉडी ले जाने के लिए इस्तेमाल की बाइक पहले ही बरामद कर ली थी। अब पुलिस ने बाइक की आरसी कब्जे में ली है।
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि सद्दाम को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि आरोपी अहमद अली को 5 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया है। उससे गहन पूछताछ की जाएगी और पूजा के सिर के बारे में भी पूछा जाएगा, क्योंकि अभी तक सिर नहीं मिला है।
अब जानिए पूजा मर्डर केस की कहानी……
गुरुग्राम में मुलाकात, हिंदू नाम बताकर बढ़ाई नजदीकियां
उत्तराखंड के सितारगंज के गौरीखेड़ा से गिरफ्तार हुए मुश्ताक अहमद ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि साल 2022 में पहली बार पूजा से उसकी मुलाकात रुद्रपुर रोडवेज बस में गुरुग्राम आते वक्त हुई थी। उसने अपना नाम अजीत बताया था। पूजा भी उत्तराखंड की रहने वाली थी, इसलिए उससे आसानी से दोस्ती हो गई। पूजा गुरुग्राम के एक स्पा सेंटर में काम करती थी। इसके बाद 2022 में उत्तराखंड में पूजा की मां बीमार हो गई थी। मां को देखने के लिए दो से तीन बार पूजा मुश्ताक की टैक्सी लेकर उत्तराखंड गई थी। इससे दोनों में नजदीकियां बढ़ गईं।
लिव इन में रहने लगे, झांसा देकर शादी भी की
मुश्ताक ने पुलिस को बताया कि इस दौरान दोनों में नजदीकियां बढ़ीं तो लिव इन में रहने का फैसला किया। दोनों के साथ रहने से किसी को दिक्कत न हो, इसके लिए दोनों ने सितंबर 2024 में शादी भी कर ली। वह अक्टूबर 2024 में पूजा को छोड़कर अपने घर सितारगंज चला गया और रिश्तेदारी में ही एक मुस्लिम लड़की से निकाह कर लिया। इसका राज न खुले, इसके लिए वह काम होने की बात कहकर कभी गुरुग्राम और कभी सितारगंज आता-जाता रहता था।
पूजा ने किया हंगामा, बनाई हत्या की प्लानिंग
आरोपी के अनुसार, जब पूजा को उसकी शादी का पता चला तो उससे सहन नहीं हुआ। उसने कहा कि जब पहले शादी उससे कर ली थी तो अपनी बिरादरी में दूसरी शादी क्यों की? इस बात को लेकर वह सितारगंज तक आ गई। यहां उसने घर में हंगामा किया और पुलिस को शिकायत भी दी। मुश्ताक पूजा को लेकर अपनी बहन के घर अमाऊ गांव चला गया। उसके पीछे सद्दाम और अली अहमद भी वहीं आ गए। रात को तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी।
बहन ने गुमशुदगी की FIR कराई
19 दिसंबर 2024 को पूजा की बहन ने थाना सेक्टर-5 में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि वह उत्तराखंड के ही गांव गोरी खेड़ा के मुश्ताक अहमद के साथ लिव-इन में रहती थी। पुलिस ने मुश्ताक अहमद की तलाश करके उसे 30 जनवरी 2025 को उत्तराखंड से पकड़ लिया। पूछताछ करने पर पता चला कि उसने पूजा की हत्या कर दी। पुलिस ने पूजा की सिर कटी लाश को उत्तराखंड में एक नहर के पुल के नीचे से बरामद किया।