छात्रा ने सीएम से पूछा-आप सच में जादूगर थे?:जवाब में कहा- पिता जादूगर थे, मैं तो साथ जाता थासीएम अशोक गहलोत बुधवार को उदयपुर दौरे पर थे। इस दौरान एक स्टूडेंट ने सवाल किया- क्या आप सच में जादूगर थे ? इस पर पहले सीएम अशोक गहलोत हंसे और बोले- ये तुम्हें किसने बताया। लेकिन, जब बच्ची सवाल के जवाब को लेकर जिद पर अड़ गई तो जवाब दिया- मेरे पिताजी जादूगर थे। मैं तो साथ में जाता था। दरअसल, बुधवार रात आठ बजे उदयपुर नगर परिषद के ऑडिटोरियम में स्टूडेंट संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में सरकार की ओर से चल रही निशुल्क कोचिंग योजना और स्पोर्ट्स से जुड़ी छात्राएं मौजूद थी। कार्यक्रम में छात्राओं ने स्कूल में फैकल्टी से लेकर कई सवाल किए, जिसके जवाब सीएम अशोक गहलोत ने दिए।

सीएम अशोक गहलोत बुधवार को उदयपुर दौरे पर थे। इस दौरान एक स्टूडेंट ने सवाल किया- क्या आप सच में जादूगर थे ? इस पर पहले सीएम अशोक गहलोत हंसे और बोले- ये तुम्हें किसने बताया। लेकिन, जब बच्ची सवाल के जवाब को लेकर जिद पर अड़ गई तो जवाब दिया- मेरे पिताजी जादूगर थे। मैं तो साथ में जाता था।

दरअसल, बुधवार रात आठ बजे उदयपुर नगर परिषद के ऑडिटोरियम में स्टूडेंट संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में सरकार की ओर से चल रही निशुल्क कोचिंग योजना और स्पोर्ट्स से जुड़ी छात्राएं मौजूद थी।

कार्यक्रम में छात्राओं ने स्कूल में फैकल्टी से लेकर कई सवाल किए, जिसके जवाब सीएम अशोक गहलोत ने दिए।

सीएम बोले: दोस्तों को भी जादू दिखाया तो छाप पड़ गई जादूगर की

कार्यक्रम में करौली निवासी भूमिका ने सीएम के जादूगर होने का सवाल किया। भूमिका मीणा निशुल्क कोचिंग योजना के तहत नीट की तैयार कर रही है। भूमिका ने सवाल पूछा तो सीएम ने जवाब दिया कि- मेरे फादर अच्छे जादूगर थे। मैं उनके साथ कभी-कभी भाग लेने चला जाता था। उनके साथ विदेश में जापान और हांगकांग भी गया। हांगकांग में वर्ल्ड सरप्राइज शो था, जिसमें दुनियाभर के जादूगर सरप्राइज वाला जादू दिखाने आए थे। मैंने भी अपने पिता के साथ वहां भाग लिया।

इसके बाद जब कॉलेज में आया तो वहां कॉलेज और दोस्तों के बीच जादू दिखाया तो मुझ पर भी जादूगर की छाप पड़ी।

आगे वे बोले- हमने अभी बजट पेश किया तो लोग बोले- बजट बहुत शान है लेकिन ये लागू कैसे होगा…तो मैंने कहा- मैं जादूगर हूं…सब हो जाएगा।

स्टूडेंट बोली: मेरे गांव की बच्चियां 5 किमी दूर पढ़ने जाती है, सीएम ने कर दी घोषणा

कार्यक्रम के दौरान उदयपुर में मेडिकल की कोचिंग कर रही डूंगरपुर निवासी शिल्पा डामोर ने सीएम को कहा कि मैं 8वीं तक जिस स्कूल में पढ़ी, वहां टीचर कम थे। इस वजह से माता-पिता आगे नहीं पढ़ाना चाहते थे, लेकिन मेरे टीचर मामा ने मुझे दूसरी जगह 10वीं तक पढ़ाया।

छात्रा ने सीएम से रिक्वेस्ट करते हुए कहा कि आप मेरे गांव के स्कूल को 12वीं तक कर दीजिए, क्योंकि छात्राओं को 8वीं बाद 5किमी दूर पढ़ने जाना पड़ता है और दूरी की वजह से लड़कियों को नहीं भेजते।

इस पर सीएम ने कार्यक्रम में ही स्कूल को 12वीं तक करने की घोषणा की।

इन स्टूडेंट्स ने भी सीएम ने रखी विभिन्न मांग

-उदयपुर के रिषभदेव की 11वीं की छात्रा इंदु मीणा ने सीएम से खेल मैदान उपलब्ध कराने का आग्रह किया। इंदु बोली- मैं बॉलीवॉल प्लेयर हूं, हमारे लिए मैदान है लेकिन छोटा है। इसलिए बड़ा मैदान मिले तो अच्छे से खेल सकेंगे। इस पर सीएम ने संभागीय आयुक्त को समाधान के निर्देश दिए।

-जावरमाइंस निवासी भूमिका मीणा ने कहा कि मेरे गांव सिंघटवाड़ा के सरकारी स्कूल में 11वीं व 12वीं में साइंस फैकल्टी नहीं है। कई बच्चों की साइंस में रुचि थी लेकिन वे नहीं पढ़ पाए। छात्रा ने सीएम से साइंस फैकल्टी खोलने का निवेदन किया।

-अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज लिम्बाराम की भतीजी उदयपुर के झाड़ोल निवासी सारा हिरावत ने कहा कि मैं भी उनकी तरह अंतरराष्ट्रीय प्लेयर बननकर गांव और देश का नाम रोशन करना चाहती हूं। सीएम ने लिम्बाराम की तारीफ करते हर बेटी को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।