राहुल गांधी की सेना पर टिप्पणी के खिलाफ भाजपा का डेलीगेशन बुधवार को चुनाव आयोग शिकायत करने पहुंचा। राहुल ने सोमवार को कहा था- मोदी ने दो तरह के सैनिक बनाए हैं। एक गरीब, पिछड़े, आदिवासी और दलित का बेटा और दूसरा अमीर घर का बेटा।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आयोग के ऑफिस पहुंचकर राहुल और उनकी पार्टी के कई नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि ये सैनिकों पर सीधा हमला है। कांग्रेस इसे विवाद का मुद्दा बनाना चाहती है और सैनिकों का मनोबल गिराना चाहती है। यह चुनाव का मामला नहीं है, यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। चीन के खिलाफ देश की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना गंभीरता के साथ अपनी पूरी ताकत लगा रही है।
जयशंकर बोले- कांग्रेस पहले भी सेना पर उठा चुकी है सवाल
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह पहली बार नहीं कि जब कांग्रेस ने भारतीय सेना पर हमला किया हो। इससे पहले भी जब हमारे सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश में चीन के सैनिकों को आगे आने से रोका था और उन्हें खदेड़ दिया था। उस वक्त भी राहुल गांधी ने संसद में कहा था भारतीय सैनिकों की पिटाई हुई है। ये अपमान हम देखते आ रहे हैं।
इससे पहले भी जब बालाकोट में जब सैनिकों ने सर्जिकल स्ट्राइक की तो भी इन लोगों ने उस पर सवाल उठाए , जब हम हमने उरी में एक्शन लिया उस पर भी इन लोगों ने सवाल उठाए। जयशंकर ने आगे कहा कि देश बर्दाश्त नहीं करेगा कि हमारे सैनिकों पर राजनीतिक कारण की वजह से ऐसे हमले हों।
सेना के खिलाफ झूठ पर आपत्ति है
सीमाओं पर हमारे सैनिक देश को चीनी बलों से सुरक्षित रखने के लिए अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं। पाकिस्तान सीमा पर आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं। अगर कांग्रेस झूठ फैलाकर कहती है कि अगर वे शहीद हो गए तो सरकार उनके लिए कुछ नहीं करेगी तो इस पर हम गंभीर आपत्ति जताते हैं।
EC ने हेट स्पीच मामले में भाजपा-कांग्रेस को नोटिस जारी किया था
25 अप्रैल को चुनाव आयोग के पोल पैनल ने कांग्रेस और भाजपा की एक-दूसरे के खिलाफ की गई शिकायतों के आधार पर दोनों पार्टियों के अध्यक्षों को नोटिस जारी किया था। यह नोटिस आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर लोक प्रतिनिधित्व कानून 1951 के सेक्शन 77 के तहत इश्यू किया गया।
यह पहली बार है जब आयोग ने स्टार प्रचारक की जगह पार्टी अध्यक्षों को नोटिस जारी किया। PM नरेंद्र मोदी भाजपा और राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक हैं। इस लिहाज से इनके भाषणों के लिए EC ने पार्टी अध्यक्षों को जिम्मेदार माना है।
चुनाव आयोग से PM मोदी और राहुल गांधी के भाषण में आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की गई थी। शिकायत में कहा गया कि ये लीडर्स धर्म, जाति, समुदाय और भाषा के आधार पर लोगों को बांटने और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।
चुनावी रैलियों में नफरती भाषण मामले में जवाब देने के लिए भाजपा ने चुनाव आयोग (EC) से एक हफ्ते और कांग्रेस ने दो हफ्ते का वक्त मांगा। चुनावी रैलियों में पीएम मोदी और राहुल गांधी की तरफ से नफरती भाषण देने के मामले में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चुनाव आयोग को 29 अप्रैल को जवाब देना था। हालांकि अभी तक जवाब नहीं दिया गया है।
राजस्थान में मोदी बोले थे – कांग्रेस आपकी संपत्ति ज्यादा बच्चे वालों में बांट देगी
- नेता: नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
- जगह: बांसवाड़ा, राजस्थान
- तारीख: 21 अप्रैल, 2024
- बयान: PM मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो लोगों की संपत्ति को ज्यादा बच्चे वालों में बांट देगी। साथ ही PM ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उस टिप्पणी का भी जिक्र किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है।
- शिकायत: कांग्रेस ने इस बयान को विभाजनकारी, दुर्भावना से भरा और समुदाय विशेष को टारगेट करने वाला बताया। पार्टी ने कहा- चुनाव आयोग ‘संपत्ति का बंटवारा’ वाले बयान पर एक्शन ले। PM के संपत्ति जब्त करने वाले बयान के खिलाफ कांग्रेस और CPI-M ने अलग-अलग शिकायत दर्ज कराई थी।