12 गोल में देखें फीफा फाइनल का रोमांच:एक्स्ट्रा टाइम तक 3-3 से बराबर रहा मुकाबला; पेनल्टी में अर्जेंटीना ने मारी बाजी

अर्जेंटीना ने बेहद रोमांचक फाइनल मुकाबले में फ्रांस को हराकर 36 साल बाद फीफा वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया। इसके साथ ही लियोनल मेसी का वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना पूरा हो गया। मैच में तय 90 मिनट, 30 मिनट के एक्स्ट्रा टाइम और उसके बाद पेनल्टी शूटआउट को मिलाकर कुल 12 गोल हुए। एकस्ट्रा टाइम तक दोनों टीमें 3-3 की बराबरी पर थी। पेनल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना ने 4-2 से बाजी मारी। इस स्टोरी में हम मैच के सभी 12 गोल को रिविजट करेंगे। हम यह देखेंगे कि ये गोल कब हुए, इन्हें किसने किया और कैसे किया…

सबसे पहले एक्स्ट्रा टाइम तक हुए 6 गोल के बारे में जानिए…

अर्जेंटीना 1-0: पेनल्टी से आया पहला गोल
मैच के 21वें मिनट में अर्जेंटीना के एंजल डी मारिया फ्रांस के पेनल्टी बॉक्स की ओर बॉल लेकर दौड़े। वह लेफ्ट विंग से दौड़ लगाकर बॉक्स के अंदर पहुंचे। लेकिन, फ्रांस के ओस्मान डेम्बेले ने उन पर फाउल कर दिया। फाउल के बाद रेफरी ने अर्जेंटीना को पेनल्टी दे दी।

लियोनल मेसी ने 23वें मिनट में पेनल्टी पर शॉट मारा। बॉल नेट के बॉटम राइट कॉर्नर में गई और अर्जेंटीना 1-0 से आगे हो गया।। इस गोल के साथ ही मेसी के टूर्नामेंट में 6 गोल हो गए। वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल करने वाले प्लेयर बन गए। मेसी ने इस टूर्नामेंट में 4 गोल पेनल्टी से दागे।

2-0: एंजल डी मारिया ने डबल की बढ़त
शुरुआती बढ़त के बाद भी अर्जेंटीना ने फ्रांस पर अटैक करना जारी रखा। 35वें मिनट में अर्जेंटीना के लियोनल मेसी राइट विंग से बॉल लेकर दौड़े। उन्होंने फ्रांस के पेनल्टी बॉक्स में साथी प्लेयर मैक एलिस्टर को पास दिया। मैक एलिस्टर ने उसी वक्त एंजल डी मारिया को बॉल दिया।

36वें मिनट में फ्रांस के गोलकीपर ह्यूगो लॉरिस डी मारिया की तरफ दौड़े। लेकिन, डी मारिया ने इतने में गोल की तरफ शॉट मार दिया। बॉल सीधा नेट में गई और स्कोर अर्जेंटीना के फेवर में 2-0 हो गया। डी मारिया के अर्जेंटीना के लिए 129 मैच में 28 गोल और 27 असिस्ट हैं। ओवरऑल वर्ल्ड कप में यह उनका तीसरा ही गोल था।

2-1: 80वें मिनट में फ्रांस का पहला गोल
79वें मिनट में फ्रांस के कोलो मुआनी अर्जेंटीना के पेनल्टी बॉक्स में बॉल लेकर पहुंचे। अर्जेंटीना के ओटामेंडी ने उन पर फाउल किया। जिसके चलते रेफरी ने फ्रांस को पेनल्टी शूट करने का मौका दे दिया। कीलियन एम्बाप्पे ने पेनल्टी ली और बॉटम लेफ्ट कॉर्नर में शॉट मारा। अर्जेंटीना के गोलकीपर एमीलियो मार्टीनेज शॉट को नेट में जाने से रोक नहीं सके।

एम्बाप्पे ने इस टूर्नामेंट में पहली बार पेनल्टी से गोल दागा। इस गोल से पहले उन्होंने टूर्नामेंट में 5 गोल दागे। सभी फील्ड गोल ही थे।

2-2: एम्बाप्पे ने 97 सेकेंड में दूसरा गोल दागा
80वें मिनट में स्कोर लाइन 2-1 होने के बाद फ्रांस ने अटैक करना जारी रखा। 81वें मिनट में फ्रांस के कॉमान ने बॉल लेकर साथी प्लेयर कीलियन एम्बाप्पे को दी। एम्बाप्पे ने थुराम को बॉल दी। थुराम ने टाइम बर्बाद नहीं किया और वापस एम्बाप्पे को ही बॉल दे दी।

एम्बाप्पे फिर हाफ-वे लाइन से अर्जेंटीना के पेनल्टी बॉक्स तक अकेले ही बॉल ले गए। उन्होंने अर्जेंटीना के डिफेंडर्स को छाकाया और बॉटम लेफ्ट कॉर्नर की ओर शॉट मार दिया। अर्जेंटीना के गोलकीपर एम्बाप्पे के इस शॉट को गोल में जाने से रोक नहीं पाए। इस गोल के बाद स्कोर लाइन 2-2 से बराबर हो गई। इसके साथ एम्बाप्पे के टूर्नामेंट में 7 गोल हो गए।

3-2 : 108वें मिनट में मेसी ने दागा गोल
एक्स्ट्रा टाइम के फर्स्ट हाफ में कोई गोल नहीं लगा। फिर सेकेंड हाफ के 108वें मिनट में अर्जेंटीना के प्लेयर जूलियन अल्वारेज बॉल लेकर फ्रांस के पेनल्टी बॉक्स की ओर गए। उन्होंने मेसी को पास दिया। मेसी ने लौटारो मार्टीनेज को बॉल दी। मार्टीनेज ने गोल की तरफ शॉट मारा। लेकिन, बॉल फ्रांस के गोलकीपर से टकरा कर लियोनल मेसी के पास चली गई।

मेसी ने गोल की तरफ शॉट मारा। तभी बॉल गोल के अंदर खड़े फ्रांस के डिफेंडर के पास आ गई। डिफेंडर ने बॉल को गोल से बाहर पहुंचा दिया। लेकिन, रेफरी ने इसे गोल करार दिया। दरअसल, डिफेंडर के बाहर पहुंचाने से पहले ही बॉल अंदर टप्पा खा चुकी थी। इस कारण अर्जेंटीना को गोल मिला और उनकी बढ़त 3-2 की हो गई। इस गोल के साथ टूर्नामेंट में मेसी के 7 गोल हो गए। ओवरऑल 26वां वर्ल्ड कप मैच खेलने वाले मेसी का यह 13वां गोल था। उन्होंने इससे पहले 5 वर्ल्ड कप खेले। इनमें उन्होंने 8 असिस्ट भी किए।

3-3: 118वें मिनट में एम्बाप्पे की हैट्रिक
मेसी के गोल के बाद अर्जेंटीना ने डिफेंस को स्ट्रॉन्ग किया। लेकिन, 116वें मिनट में फ्रांस के कीलियन एम्बाप्पे अर्जेंटीना के पेनल्टी बॉक्स की तरफ गए और गोलपोस्ट की ओर शॉट मारा। बॉल बॉक्स में खड़े अर्जेंटीना के गोंजालो मोंटिएल के हाथ से टकरा गई। इसके बाद भी गेम जारी रहा। फ्रांस ने हैंडबॉल को चैलेंज किया।

रेफरी ने हैंडबॉल देख ली थी और फ्रांस की अपील से पहले ही उन्हें पेनल्टी दे दी। फ्रांस के लिए मैच में 2 गोल दाग चुके कीलियन एम्बाप्पे ने एक बार फिर पेनल्टी ली। उन्होंने इस बार बॉटम राइट साइड पर शॉट मारकर टीम को बराबरी दिला दी। इस गोल के बाद स्कोर लाइन 3-3 हो गई। यह एम्बाप्पे का इस टूर्नामेंट का 8वां गोल था। इसके साथ ही उन्होंने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल मारे। ओवरऑल 14 वर्ल्ड कप मैचों में उनके नाम 3 असिस्ट समेत 12 गोल हैं। फीफा वर्ल्ड कप फाइनल में वह अब तक 4 गोल दाग चुके हैं। उन्होंने पिछली बार के फाइनल में भी एक गोल किया था। तब उनकी टीम ने ट्रॉफी भी जीती थी।

अब देखें पेनल्टी के 6 गोल का रोमांच…

फ्रांस 1-0 : कीलियन एम्बाप्पे का लेफ्ट फुटर
फ्रांस को मैच में 3 गोल दागकर बराबरी दिलाने वाले कीलियन एम्बाप्पे ने अपनी टीम के लिए पहली पेनल्टी ली। उन्होंने बॉटम राइट कॉर्नर में शॉट मारा। अर्जेंटीना के गोलकीपर एमिलियो मार्टीनेज ने इसे सटीक जज किया और राइट साइड में डाइव मार दी। लेकिन, एम्बाप्पे का किक इतना तेज था कि मार्टीनेज बॉल को नेट में जाने से नहीं रोक सके।

अर्जेंटीना 1-1 : लियोनल मेसी का इक्वलाइजर
अर्जेंटीना के लिए मैच में 2 अहम गोल दागकर 2 बार बढ़त दिलाने वाले लियोनल मेसी ने पेनल्टी शूटआउट में टीम का पहला पेनल्टी किक मारा। उन्होंने धीरे से स्टार्ट किया और गोलकीपर को भांपा। गोलकीपर राइट साइड की ओर झुका तभी मेसी ने एक्स्ट्रीम राइट कॉर्नर में शॉट मार दिया। बॉल सीधा नेट में गई और स्कोर लाइन शूटआउट में 1-1 हो गई।

इससे पहले मेसी ने मैच में भी टीम के लिए 2 गोल दागे थे। 23वें मिनट में पेनल्टी पर स्कोर कर मेसी ने अर्जेंटीना को 1-0 से बढ़त दिलाई थी। फिर 108वें मिनट में मेसी ने फील्ड गोल दागकर अर्जेंटीना को 3-2 से आगे कर दिया था।

अर्जेंटीना 2-1 :पाउलो डीबाला ने दिलाई बढ़त
स्कोर लाइन 1-1 होने के बाद फ्रांस के किंग्स्ले कॉमान शॉट मिस कर गए। फिर अर्जेंटीना को पेनल्टी किक का चांस मिला। अर्जेंटीना के लिए पाउलो डीबाला शॉट लेने आए। उन्होंने देखा कि फ्रांस के गोलकीपर लेफ्ट साइड की ओर झुक रहे हैं। इसी का फायदा उठाकर डीबाला ने सेंटर में शॉट मारकर बॉल को नेट में पहुंचा दिया। इस गोल के बाद अर्जेंटीना ने पेनल्टी शूटआउट में 2-1 से बढ़त बना ली।

अर्जेंटीना 3-1 : लीएंड्रो पेरेडेस का गोल
स्कोर लाइन 2-1 के बाद फ्रांस के औरेलियन चौमेनी ने तीसरा शॉट मारा। लेकिन, अर्जेंटीना के गोलकीपर ने इसे सेव कर लिया। फिर अर्जेंटीना को तीसरी किक का चांस मिला। टीम के लीएंड्रो पेरेडेस इस बार शॉट मारने आए। उन्होंने गोलकीपर को सीधा खड़ा पाया और बॉटम राइट कॉर्नर की ओर शॉट मारा। गोलकीपर राइट साइड पर ही कूदे। लेकिन बॉल की स्पीड इतनी ज्यादा था कि गोलकीपर उसे नेट में जाने से रोक नहीं सके। इस गोल के बाद अर्जेंटीना ने शूटआउट में 3-1 की बढ़त बना ली।

फ्रांस 3-2 : रांडल कोलो मुआनी ने दी उम्मीद
फ्रांस को शूटआउट और मैच में बने रहने के लिए जरूरी था कि चौथी पेनल्टी पर गोल आ जाए। टीम के रांडल कोलो मुआनी इस बार किक मारने आए। उन्होंने देखा कि गोलकीपर राइट साइड की ओर डाइव मारने की कोशिश करने वाला है। मुआनी ने इसी का फायदा उठाया और गोलकीपर को हल्का सा छकाने के बाद टॉप सेंटर नेट में शॉट मार दिया। बॉल सीधा नेट में गई और स्कोर लाइन 3-2 हो गई। इस गोल से फ्रांस को थोड़ी उम्मीदें मिलीं।

अर्जेंटीना 4-2 : गोंजालो मोंटिएल ने बनाया चैंपियन
फ्रांस ने चौथी पेनल्टी पर स्कोर कर अपनी उम्मीदें बनाए रखी। लेकिन, अब चौथी पेनल्टी अर्जेंटीना को मिली। अगर अर्जेंटीना इसे मिस करता तो फ्रांस को एक और चांस मिलता। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। टीम के गोंजालो मोंटिएल पेनल्टी शूट लेने आए। उन्होंने देखा कि गोलकीपर लेफ्ट पोल की ओर डाइव मारने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने गोलकीपर को हल्का सा छकाया और राइट नेट में शॉट मार दिया। बॉल सीधा नेट में गई और पेनल्टी शूटआउट में 4-2 की स्कोर लाइन के साथ अर्जेंटीना चैंपियन बन गया।