छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक दिल्ली पहुंचे लेकिन शीर्ष नेतृत्व से मिली मायूसी, सीएम बघेल ने कही यह बात

 पंजाब में जारी सियासी घमासान के बीच दिल्ली पहुंचे छत्‍तीसगढ़ के कांग्रेस विधायकों से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मुलाकात नहीं की। सूत्र बताते हैं कि इसके बाद विधायकों ने राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात के लिए समय मांगा लेकिन उन्होंने किसी को समय नहीं दिया। दूसरी ओर पार्टी के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया लखनऊ प्रवास पर हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री को लेकर अपनी बात कहने पहुंचे इन विधायकों को मायूसी ही हाथ लगी।

जारी है अटकलों का दौर

गौरतलब है कि सूबे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच सत्ता के बंटवारे को लेकर संघर्ष के कयास राजनीति के गलियारों में लगाए जाते रहे हैं। पिछले दिनों दोनों नेता पार्टी आलाकमान से मिलने दिल्ली भी गए थे, उस दौरान सूबे में ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बनने की बात यह कहते हुए खारिज कर दी गई थी कि इस तरह की कभी कोई बात ही नहीं हुई है। इसके बाद भी पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं दिख रहा है।

किसी शीर्ष नेता से नहीं हुई मुलकात

दिल्ली पहुंचे विधायकों का नेतृत्व कर रहे बृहस्पत सिंह ने बताया कि अभी किसी भी शीर्ष नेता से उनकी मुलाकात नहीं हुई है। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि विधायकों के दिल्ली पहुंचने की जानकारी नहीं है। किसी भी विधायक ने उनसे मुलाकात के लिए संपर्क नहीं किया है। बताया जा रहा है कि एक अक्टूबर को कुछ और विधायक दिल्ली पहुंच रहे हैं। वहीं पंजाब गए मंत्री कवासी लखमा भी शुक्रवार को दिल्ली पहुंच जाएंगे।

बघेल बोले- विधायकों के आने जाने पर रोक नहीं

इस बीच रायपुर के एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ कहा कि विधायकों के दिल्ली दौरे को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। विधायकों के कहीं आने-जाने पर कोई रोक नहीं है। वे भी आपकी तरह कहीं आ जा सकते हैं।

जायसवाल बोले-दबाव की राजनीति का इरादा नहीं

दिल्ली पहुंचे मनेंद्रगढ़ विधायक डा. विनय जायसवाल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जितने भी विधायक आए हैं, वे निजी कार्य से आए हैं। विधायकों का शक्ति प्रदर्शन करने या दबाव की राजनीतिक करने का कोई इरादा नहीं है। ढाई-ढाई साल के फार्मूले की बात, दो मुख्यमंत्री की बात भाजपा के लोग कर रहे हैं। आलाकमान ने सरकार गठन के समय विधायक दल की बैठक में यह बात कभी नहीं की और न ही हमारे किसी नेता ने कहा है।

सिंहदेव ने कही यह बात

विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में राजा को साथ करके भाजपा ने सरकार बना ली। छत्तीसगढ़ में भी भाजपा भ्रम फैलाकर सीएम बघेल और सिंहदेव के बीच दरार पैदा करने की साजिश कर रही है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा की कोशिश है कि सरगुजा के महाराज को साथ लेकर यहां भी गड़बड़ किया जाए। इसके जवाब में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने साफ कहा कि मैं ऐसा महाराज नहीं हूं जो सत्ता के लिए कांग्रेस का साथ छोड़ दूं।