महंत शब्दाई नाथ आत्महत्या मामला, गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शव रखकर जींद-कैथल मार्ग किया जाम

जींद के गांव पेगां के काला पीर डेरा के महंत शब्दाई नाथ ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले को लेकर रविवार को ग्रामीणों ने पहले डेरे में पंचायत की। पंचायत में ग्रामीणों ने महंत शब्दाई नाथ को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में नामजद कोथ कलां डेरे के महंत शुकराईनाथ, र्मिचपुर चौकी इंचार्ज सहित चारों आरोपितों को गिरफ्तारी की मांग की। महंत शब्दाई नाथ के शव को रखकर पेगां गांव के लोगों ने जींद कैथल मार्ग जाम कर महंत शुकराई नाथ को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे है।

ग्रामीणों का कहना है कि जब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक महंत शब्दाई नाथ को समाधि नहीं दी जाएगी। महंत शुकराईनाथ व उसके चेलों द्वारा शब्दाईनाथ के बेटे व संडील डेरे के महंत नंदाई नाथ को भी धमकी दी थी, इसलिए नंदाई नाथ को भी सुरक्षा दी जाए। ग्रामीणों की पंचायत का पता चलते ही अलेवा थाना प्रभारी बीरबल डेरे में पहुंचे और बताया कि इस मामले में आरोपितों को नामजद किया गया है। महंत शब्दाई नाथ के पास मिले सुसाइड नोट की लिखाई के मिलान के लिए लैब भेज दिया है। उसकी रिपोर्ट आते ही आरोपितों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। इस पर ग्रामीणों ने कहा कि शब्दाई नाथ के साथ शुक्रवार रात को मारपीट शुकराईनाथ के चेलों ने की थी। इससे स्पष्ट होता है कि शुकराई नाथ ने ही बार-बार धमकी देकर उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया है। इसलिए जब तक उच्च अधिकारी आकर आरोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन नहीं देते वह शव को समाधि नहीं देंगे।

ग्रामीणों ने एसपी नरेंद्र बिजारनियां को मौके पर बुलाने पर अड़े रहे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह मार्ग जाम करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। अलेवा थाना प्रभारी बीरबल ने बताया कि ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया है। ग्रामीणों की मांग को उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया है।