Indian Railway News: यूपी, दिल्ली और पंजाब में रेलवे की इस तकनीक से हो रही करोड़ों की बचत

परंपरागत तरीक से रेल कोच की सफाई में भारी मात्रा में पानी की जरूरत होती है। इस काम में समय भी ज्यादा लगता है। पानी की बर्बादी रोकने और कम समय में बेहतर सफाई के लिए उत्तर रेलवे में स्वचालित कोच धुलाई संयंत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है। हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर इस तरह का पहला संयंत्र लगा था और अब 10 स्टेशनों पर यह सुविधा हो गई है। सिर्फ दिल्ली में इस इस आधुनिक तकनीक को अपनाकर प्रति वर्ष लगभग 24 करोड़ लीटर पानी की बचत की जा रही है। राजधानी दिल्ली में रोज साढे़ चार सौ से ज्यादा कोच की मशीन से धुलाई शुरू हो गई है।

यहां नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन छोड़कर राजधानी के सभी बड़े स्टेशनों पर मशीन से कोच की सफाई शुरू हो गई है। जल्द ही नई दिल्ली पर भी यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। पारंपरिक तरीके से कोच सफाई में काफी समय और कर्मचारियों की जरूरत होती है। लगभग 22 कोच वाली ट्रेन के बाहरी हिस्से को साफ करने के लिए करीब 32 कर्मचारियों की जरूरत होती है। इन्हें ट्रेन साफ करने में लगभग डेढ़ से दो घंटे का समय लगता है। वहीं, स्वचालित संयंत्र में मात्र एक कर्मचारी लगभग 15 मिनट में पूरी ट्रेन के बाहरी हिस्से को साफ कर देता है। शौचालय के नीचे वाले हिस्से को साफ करने में कर्मचारियों को भीr परेशानी होती थी। मशीन से यह काम भी आसान हो गया है।

स्वचालित मशीनों से इस तरह होती है पानी की बचत

उत्तर रेलवे द्वारा गठित कमेटी के रिपोर्ट के अनुसार पारंपरिक तरीके से कोच की धुलाई में प्रति कोच 1500 लीटर पानी की जरूरत होती है। स्वचालित संयंत्र से धुलाई में मात्र 300 लीटर पानी की आवश्यकता होती होती है। इसमें भी स्वच्छ जल सिर्फ 60 लीटर। शेष 240 लीटर शोधित करके इस्तेमाल किया जाता है।

प्रति वर्ष दो करोड़ रुपये की बचत

दिल्ली में स्वचालित संयंत्र के प्रयोग से अभी लगभग दो करोड़ रुपये प्रति वर्ष बचत हो रही है। अधिकारियों का कहना है कि नई दिल्ली पर संयंत्र शुरू होने के बाद यह बचत बढ़कर पौने तीन करोड़ रुपये हो जाएगी।

दिल्ली के इन स्टेशनों पर है स्वचालित कोच धुलाई संयंत्र

हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, दिल्ली सराय रोहिल्ला और आनंद विहार टर्मिनल।

दिल्ली में इन स्टेशनों पर चल रहा है काम

नई दिल्ली में दो संयंत्र लगाए जा रहे हैं। जल्द ही इनका काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही को¨चग डिपो शकूरबस्ती में भी संयंत्र लगाने की तैयारी है। इस संबंध में औपचारिकता पूरी कर ली गई है जल्द ही संयंत्र लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

उत्तर रेलवे में इन स्थानों पर लगाया जा रहा है संयंत्र

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