Election 2022: दिल्ली में बैठे AAP-भाजपा और कांग्रेस के नेताओं की बढ़ी धड़कन, कई नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर

दिल्ली के भाजपा नेताओं की नजरें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव पर टिकी हुई हैं। चुनाव परिणाम दिल्ली के कई भाजपा नेताओं का राजनीतिक भविष्य प्रभावित कर सकता है। दरअसल, यहां के कई नेता उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व पंजाब में चुनावी जिम्मेदारी निभाने गए थे। उन्हें अलग-अलग सीटों की जिम्मेदारी दी गई थी। लगभग दो माह तक वहां नेताओं ने चुनाव प्रचार किया। यदि उन सीटों पर जीत मिलती है तो निश्चित रूप से संगठन में उनका महत्व बढ़ेगा। भविष्य में उन्हें संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी मिल सकती है। अगले माह यहां निगम चुनाव होने हैं। इस स्थिति में विधानसभा चुनाव परिणामों का असर निगम चुनाव पर पड़ सकता है। यदि भाजपा का प्रदर्शन सही रहा तो कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा। इसका फायदा पार्टी को निगम चुनाव में मिलेगा। इन वजहों से नेता 10 मार्च का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

AAP और कांग्रेस के नेताओं की बढ़ी धड़कन

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम पर दिल्ली के नेता भी दिल थामकर बैठे हैं। चाहें वे कांग्रेस के हों या भाजपा या फिर आम आदमी पार्टी से, हर कोई देखना चाहता है कि राजनीति का ऊंट किस करवट बैठता है। तीनों ही पार्टियां इस चुनाव परिणाम को संजीवनी मानकर चल रही हैं। आप के लिए जहां खोने को कुछ नहीं, सब कुछ पाने को ही है, वहीं भाजपा अपना आत्मविश्वास बनाए रखना चाहती है। कांग्रेस को लगता है कि अगर उसका प्रदर्शन बेहतर हुआ तो इसका मतलब भविष्य में भी संभावनाएं प्रबल हैं। दिल्ली कांग्रेस के लिए यह परिणाम इससे और भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं कि एक तो उन्होंने भी इन राज्यों में जाकर पार्टी का प्रचार किया है। वहीं वे इस सफलता को आगामी एमसीडी चुनाव में भुनाने का सपना भी देख रहे हैं। अब यह वक्त बताएगा कि सपना साकार होगा या टूटेगा।