मोहाली धमाके के बाद पानीपत में अलर्ट, पहुंची बम निरोधक दस्ते की टीम, कलंदरशाह दरगाह परिसर में चलाया सर्च अभियान

करनाल में चार आतंकवादी पकड़े गए। इसके बाद मोहाली में धमाका हुआ। इससे हरियाणा में अलर्ट कर दिया गया है। पानीपत अतिसंवेदनशील जिलों में शामिल होने की वजह से मधुबन से बम निरोधक दस्‍ते की टीम ने सर्च अभियान चलाया।

पानीपत शहर आतंकियों के निशाना पर रहा है। यहां पर दो बार बम ब्लास्ट हो चुके हैं। जिनमें 70 लोगों की जान भी चली गई थी। इसी वजह से यह शहर अतिसंवेदनशील शहरों में शामिल है। पड़ोसी जिले करनाल में चार आतंकवादी पकड़े जा चुके हैं। इसके बाद से जिला अलर्ट पर है। मधुबन से आए बम निरोधक दस्ते के साथ मिलकर स्थानीय पुलिस ने कोर्ट परिसर, बस स्टैंड और कलंदरशाह दरगाह परिसर व आसपास क्षेत्र में तीन घंटे तक सर्च अभियान चलाया। संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई। शहर के नाकों, उत्तर प्रदेश से लगते सनौली नाके पर पुलिस मुश्तैद रही है।

सार्वजनिक स्थानों पर रहे मुश्तैद

एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को आदेश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में गश्त करें। सभी ढाबे, धर्मशालओं व होटलों की भी जांच करें। संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जाए। इसके अलावा बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी चौकसी रखने को कहा है।

यहां हुए थे बम ब्‍लास्ट

2007 में दीवाना के नजदीक समझौता एक्सप्रेस ट्रेन में ब्लास्ट कर दिया गया था। तब पाकिस्तान जा रहे 68 से ज्यादा यात्रियों की मौत हो गई थी। सभी ट्रेन के अंदर ही जिंदा जल गए थे। 12 से अधिक लोगों की तो अब तक पहचान नहीं हो सकी है। शव कब्रिस्तान में हैं। बिना पहचान की कब्र हैं।

-पानीपत के बस स्टैंड पर हमला हुआ था। एक फरवरी 1997 को एक निजी बस में ब्लास्ट किया गया। बस कालखा से पानीपत बस स्टैंड पहुंची थी। इस विस्फोट में बीस लोग घायल हुए थे। एक की मौत हो गई थी। अब्दुल करीम उर्फ टुंडा आरोपित था। सुबूतों के अभाव में बरी हो गया था।

-वर्ष 2016 में पंजाब की नाभा जेल ब्रेक कर आतंकियों को फरार कराने के मास्टर माइंड पलविंदर उर्फ पिंदा पानीपत के सनौली नाके से होता हुआ शामली की ओर गया था। तब शामली पुलिस ने परविंदर को हथियारों सहित गिरफ्तार कर लिया था।

पानीपत में हैं तीन बड़े औद्योगिक संस्थान हैं

पानीपत उद्योगिक नगरी है। यहां पर हजारों उद्योग हैं। लेकिन रिफाइनरी, एनएफएल और थर्मल बड़े औद्योगिक संस्थान हैं। इस वजह से यहां पर पुलिस हमेशा अलर्ट पर रहती है। रिफाइनरी में प्रवेश करना आसान नहीं है। सीआइएसएफ के हवाले है सुरक्षा की कमान। यहां पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एनएफएल में सीआइएसएफ सुरक्षा संभालती है। यहां पर सुरक्षा कड़ी की गई है।