जानिये- कौन है गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई जो एक्टर सलमान खान को भी दे चुका है जान से मारने की धमकी

पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या करने के मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया है। पंजाब पुलिस के पुलिस महानिदेशक वीके भवरा ने बाकायदा पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई का सीधे-सीधे नाम लिया है। हत्या के पीछे लारेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है और लॉरेंस बिश्नोई के करीबी कनाडा में बैठे गैंगस्टर लकी उर्फ गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि यह दो गैंग के टकराव का मामला है। बता दें कि 2018 लॉरेंस बिश्नोई ने ही जेल में बंद रहने के दौरान बालीवुड एक्टर सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी।

गैगस्टर लॉरेंस बिश्नोई बालीवुड एक्टर सलमान खान की हत्या करना चाहता था। इसके पीछे असल वजह यह है कि सलमान खान पर काले हिरण के शिकार का आरोप लगा था। इसके बाद सलमान खान और असिन अभिनीत फिल्म ‘रेडी’ की शूटिंग के दौरान एक बार लॉरेंस ने अपने गुर्गों के जरिये सलमान खान पर हमले पूरी योजना बनाई भी थी। यह अलग बात है कि लॉरेंस बिश्नोई को पसंदीदा हथियार नहीं मिला तो यह योजना असफल हो गई थी। बताया जाता है कि गैंगस्टर बिश्नोई समाज से है। ऐसे में काले हिरण के शिकार को लेकर वह नाराज था, जिसमें सलमान भी आरोपी बने थे।

नामी गैंगस्टर गोल्डी बरार फिलहाल कनाडा में है, जबकि उसकी करीबी साथी और गैंग का मुखिया लॉरेंस बिश्नोई राजस्थान के अजमेर जेल में बंद है। लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह जेल में बंद रहने के दौरान भी गैंग को चला रहा है। वह अपने गुर्गों के जरिये हुकुम जारी करता है और फिर आपराधिक वारदात को अंजाम देता है।

देश के सबसे बड़े गैंगस्टर में शुमार जेल में बंद रहने के बाद भी व्हाट्स ऐप के जरिये सुपारी लेकर जेल से ही हत्या जैसे संगीन जुर्म को अंजाम दे देता है। इसका कबूलनामा भी वह अपने फेसबुक अकाउंट से कर देता है। बताया जाता है कि इस कुख्यात की गैंग में करीब 600 कुख्यात शार्प शूटर शामिल हैं। इस गैंग का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है।

22 फरवरी 1992 को पंजाब के फजिल्लका में जन्मा लॉरेंस बिश्नोई पर तकरीबन 50 से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत है।  करोड़ों की सम्पत्ति का मालिक लॉरेंस चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर चुका है। कहा जाता है कि पंजाब विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में हार के चलते लॉरेंस की जिंदगी जुर्म के रास्ते पर चल पड़ी। लॉरेंस के पिता खुद एक पुलिसवाले रहे हैं, लेकिन बेटे को जर्म के रास्ते पर जाने से नहीं रोक पाए।

वहीं, गोल्डी बरार ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए लिखा है, ‘सभी भाइयों को राम राम, सत श्री अकाल, आज जो मूसेवाला की हत्या हुई है, उसकी जिम्मेदारी मैं गोल्डी बरार, सचिन विश्नोई, लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप लेते हैं। पोस्ट में आगे लिखा है कि इसने हमारे भाई विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या में मदद की थी। उसी का हमने आज बदला ले लिया है।