संसद परिसर में धरने पर 24 निलंबित सांसद:TMC, AAP और DMK ने संभाला खानपान का जिम्मा; मेन्यू में चिकन से लेकर गाजर हलवा तक शामिल

लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा की मांग को लेकर सस्पेंड हुए 24 सांसद संसद भवन परिसर में गांधी मूर्ति के सामने 50 घंटे का रिले धरना दे रहे हैं। यानी बारी-बारी से 50 घंटे तक सांसद धरना दे रहे हैं। बुधवार सुबह 11 बजे शुरू हुआ धरना शुक्रवार दोपहर एक बजे तक चलेगा।

सांसदों के खाने-पीने समेत जरूरी सुविधाओं का इंतजाम विपक्षी पार्टियों ने किया है। ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के लिए बाकायदा फूड रोस्टर तैयार किया है। इसमें दही-चावल, डोसा, हलवा, चिकन और गाजर हलवा तक शामिल हैं।

AAP, TMC और DMK ने धरने के दौरान खान-पान का पूरा जिम्मा संभाला है। बुधवार को DMK सांसद तिरुचि शिवा ने धरने पर बैठे सांसदों को ब्रेकफास्ट में डोसा खिलाया। डिनर तृणमूल कांग्रेस ने दिया। आज डिनर की जिम्मेदारी AAP की है।

सांसदों का यह धरना बुधवार सुबह 11 बजे शुरू हुआ था जो शुक्रवार की दोपहर 1 बजे तक चलेगा। धरने में शामिल कुछ महिलाएं और बुजुर्ग सांसद शिफ्ट में इस प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं। सांसदों का यह प्रदर्शन 50 घंटे का है।

सांसदों के हाथ में मोदी-शाह तानाशाह लिखी तख्ती
सस्पेंड हुए सांसदों के हाथ में ‘मोदी-शाह तानाशाह’ की तख्ती है। सांसदों ने आरोप लगाया है कि सरकार सदन में चर्चा से भाग रही है इसलिए हम लोगों को सस्पेंड कर दिया है। AAP से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि गुजरात में जहरीली शराब से हुई मौत का मुद्दा राज्यसभा में उठा रहा था, लेकिन मुझे सस्पेंड कर दिया गया।

पहले 19 और फिर एक सांसद को किया गया सस्पेंड
राज्यसभा से मंगलवार को विपक्ष के 19 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया था। इनमें से 7 सांसद सिर्फ तृणमूल कांग्रेस के थे। वहीं बुधवार को आप सांसद संजय सिंह को निलंबित किया गया है। सभी पर चर्चा की मांग को लेकर उप सभापति के ऊपर कागज फेंकने का आरोप है।

लोकसभा में सोमवार को भारी हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिड़ला ने कांग्रेस के 4 सदस्‍यों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया था। ये सांसद ज्योतिमणि, माणिकम टैगोर, टीएन प्रथापन और राम्या हरिदास हैं।

पहले भी रात में धरने पर बैठ चुके हैं राज्यसभा सांसद
सितंबर 2020 में कृषि कानून पास होने के दौरान विपक्ष के 8 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया था। उस वक्त भी सभी सांसद विरोध में धरने पर बैठ गए थे। हालांकि, अगले दिन उन सांसदों को खुद चाय पिलाने राज्यसभा के उप-सभापति हरिवंश पहुंचे थे।