बर्थ एनिवर्सरी:पति कमाल अमरोही के असिस्टेंट ने सरेआम मारा था मीना कुमारी को थप्पड़, अलग होकर भी पाकीजा पूरी की और प्रीमियर में भावुक हुईं

अपने जमाने की सबसे मशहूर एक्ट्रेस रहीं मीना कुमारी ने साहिब बीबी और गुलाम, बैजू बावरा, दिल अपना और प्रीत पराई जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया। इनकी जिंदगी की सबसे बड़ी फिल्म पाकीजा रही, लेकिन अफसोस की मीना इस फिल्म की कामयाबी देखने से पहले ही दुनिया से रुख्सत हो गईं। पाकीजा फिल्म 4 फरवरी 1972 को रिलीज हुई थी, जिसके अगले ही महीने मीना कुमारी कोमा में चली गईं और 31 मार्च को लिवर सिरोसिस से इनका निधन हो गया।

मीना ने भले ही अपनी बेहतरीन फिल्मों से खूब नाम, शोहरत और पैसे कमाए, लेकिन ये ताउम्र प्यार को तरसती रहीं। मीना ने घरवालों के खिलाफ जाकर फिल्ममेकर कमाल अमरोही से शादी की थी, लेकिन चंद सालों में ही ये शादी बुरे सपने में बदल गई।

आज मीना की बर्थ एनिवर्सरी पर आइए जानते हैं इनकी शादीशुदा जिंदगी की हलचल और पाकीजा के प्रीमियर पर हुई पति से मुलाकात का भावुक कर देने वाला किस्सा-

5 साल की उम्र में मीना को कमाल ने पहली बार देखा

कमाल एक फिल्म में बाल कलाकार की तलाश करते हुए मीना कुमारी के घर पहुंचे थे। तब मीना सिर्फ 5 साल की थीं। मीना 14 साल की हुईं तो कमाल ने उन्हें अनारकली फिल्म में लिया। जब शूटिंग के दौरान ही मीना का एक्सीडेंट हुआ तो कमाल ने उनकी दिन-रात सेवा, जिसे देखकर मीना उन्हें दिल दे बैठीं। कमाल रोजाना फूल लेकर मीना से मिलने पहुंचते और जब समय नहीं मिलता तो दोनों की खत के जरिए बातचीत होती। प्यार ऐसा परवान चढ़ा कि दोनों ने 14 फरवरी 1952 में गुपचुप शादी कर ली।

कमाल अमरोही के लिए छोड़ दिया पिता का घर

जब मीना के पिता को शादी की भनक लगी तो वो मीना पर तलाक लेने का दबाव बनाने लगे। जब पिता से अनबन बढ़ी तो मीना एक दिन पिता का घर छोड़कर कमाल अमरोही के साथ रहने पहुंच गईं। कमाल शक्की मिजाज के व्यक्ति थे, तो उन्होंने मीना पर तमाम तरह की पाबंदियां लगाईं। शूटिंग से लौटने का समय 6ः30 बजे था। अकेले बाहर जाने की इजाजत नहीं थी और ना ही मीना के मेकअप रूम में किसी पुरुष को जाने की इजाजत थी।

जब बिना गलती के सरेआम मीना को पड़ा था थप्पड़

मीना इन पाबंदियों का पालन करें इसलिए कमाल ने अपने असिस्टेंट बकर अली को उन पर नजर रखने को कहा। एक दिन जब गुलजार साहब मीना के मेकअप रूम पहुंचे तो कमाल के असिस्टेंट ने सेट पर ही मीना को सरेआम थप्पड़ जड़ दिया। मीना की शिकायत पर कमाल ने कोई जवाब नहीं दिया तो वो घर छोड़कर चली गईं।

कमाल से अलग होकर नशे में चूर हो गई थीं मीना

पति कमाल को छोड़ने के बाद मीना नशे में चूर हो गईं, जिससे उनकी हालत बिगड़ती गई। वादे के अनुसार मीना ने कमाल अमरोही की फिल्म पाकीजा पूरी की। मीना को पता था कि वो ज्यादा दिनों की मेहमान नहीं हैं, तो उन्होंने इलाज के बाद लंदन से लौटते ही फिल्म पूरी कर ली।

झगड़ों के बावजूद पति के साथ प्रीमियर में पहुंची थीं मीना

शूटिंग के दौरान मीना और कमाल की बात बंद रही, लेकिन जब 3 फरवरी 1972 में पाकीजा का प्रीमियर हुआ तो मीना, कमाल के साथ पहुंचीं। मीना प्रीमियर में कमाल के ठीक बाजू वाली सीट पर बैठीं। फिल्म देखने के बाद मीना ने खुश होकर कहा, मैं मान गई हूं कि मेरे पति एक मंझे हुए फिल्ममेकर हैं।

कमाल अमरोही के कहने पर साथ बनी दोनों की कब्र

4 फरवरी को पाकीजा रिलीज हुआ और हिट रही। फिल्म रिलीज के अगले महीने 28 मार्च को मीना को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां वो कोमा में चली गईं। ठीक 3 दिन बाद 31 मार्च को मीना कुमारी का निधन हो गया। पति कि ख्वाहिश पर मीना को रहमतबाद के कब्रिस्तान में दफनाया गया, जिसके ठीक बाजू में 11 फरवरी 1993 को उनके पति कमाल अमरोही को मौत के बाद दफनाया गया।