पंचकूला में कांग्रेस का चिंतन शिविर:7 घंटे में सत्ता तक पहुंचने के 10 से ज्यादा फॉर्मूला निकाले; रूठों को मनाएगी पार्टी

प्रदेश की सत्ता तक पहुंचने का फॉर्मूला निकालने के पंचकूला में आयोजित हरियाणा कांग्रेस का चिंतन शिविर कई अहम मुद्दों पर चर्चा और निर्णय के बाद संपन्न हो गया। इस शिविर में खास बात यह रही कि पूर्व CM भूपेन्द्र सिंह हुड्‌डा गुट के अलावा दूसरा कोई सीनियर नेता इसमें शामिल नहीं हुआ।

प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल से लेकर, कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा, किरण चौधरी और यहां तक कि कार्यकारी अध्यक्ष तक नहीं पहुंचे। मोरनी हिल्स स्थित रिजोर्ट में आयोजित चिंतन शिविर में कांग्रेस ने सत्ता तक पहुंचने के लिए कई लोक लुभावने निर्णय लिए हैं।

इनमें सत्ता में आने पर बुजुर्गों की पेंशन 6 हजार, गरीबों को 300 यूनिट फ्री बिजली और 100-100 वर्ग गज के प्लॉट देने की बात की गई। सरकार बनने पर कांग्रेस क्रीमी लेयर की लिमिट को 6 से बढ़ाकर 10 लाख करेगी। चिंतन शिविर में महंगाई, बेरोजगारी, बिगड़ती कानून व्यवस्था, जर्जर अर्थव्यवस्था, भ्रष्टाचार, कृषि, सामाजिक न्याय, महिला, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण समेत अन्य मुद्दों पर प्रस्ताव पास किए गए।

रूठे नेताओं और वर्करों को मनाएगी कांग्रेस

चिंतन शिविर में निर्णय लिया गया कि पार्टी में किसी भी कीमत पर धड़ेबाजी नहीं होगी। इसे खत्म करने की पुरजोर कोशिश की जाएगी। सभी एक साथ मिलकर चलेंगे तो आगे की राह आसान होगी। पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं व वर्करों को बार-बार न्योता भेजा जाएगा। वे पार्टी के कार्यक्रम आएं या ना आएं, यह उनकी मर्जी होगी, लेकिन पार्टी उन्हें मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

विधायक बोले- एक चिंतन शिवर वर्करों के लिए होना चाहिए

चिंतन शिविर के दौरान कई विधायकों ने आवाज उठाई कि पार्टी की मजबूती के लिए एक चिंतन शिविर वर्करों के लिए भी होना चाहिए, ताकि धरातल पर पार्टी को मजबूती मिल सके। यह चिंतन शिविर जिला स्तर या फिर जोन स्तर पर भी हो सकते हैं।

जीतने वाले कैंडिडेट को मिले टिकट

चिंतन शिविर में कुछ नेताओं ने आवाज उठाई कि पार्टी को सत्ता में लाना है तो सिर्फ जिताऊ कैंडिडेट को ही टिकट मिलनी चाहिए। टिकटों का सौदा होने से नुकसान होता है। चाहे कितना ही बड़ा नेता क्यों न हो, लेकिन टिकट उसे ही मिलना चाहिए तो जीतने के काबिल हो।

नंवबर में गुरुग्राम में होगा दूसरा शिविर

चिंतन शिविर में निर्णय लिया गया कि नए चेहरे जोड़ने के साथ ही रूठों को मनाया जाएगा। अब कांग्रेसी घर-घर जाकर गठबंधन सरकार की पोल खोलने के साथ ही उसकी गलत नीतियों से लोगों को अवगत कराएंगे। अब हर 6 माह में पार्टी का चिंतन शिविर होगा। दूसरा चिंतन शिविर नवंबर में गुरुग्राम में होगा। गठबंधन सरकार को हराने का रोडमेप तैयार कर नेता अब फील्ड में होंगे।