पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार रात अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया के फ्लैट पर छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक, ED ने यहां अपार्टमेंट के CCTV फुटेज खंगाले और एंट्री डायरी भी देखी। जांच-पड़ताल के बाद अधिकारियों ने एंट्री डायरी और माई गेट ऐप का डेटा जब्त कर लिया।
अपार्टमेंट के सचिव अमित चौरसिया ने मीडिया को बताया कि हमने ED के अधिकारियों को विजिटर रजिस्टर बुक और माई गेट ऐप का डेटा दे दिया है। टेक्निकल वजहों से CCTV फुटेज नहीं निकाला जा सका है। उसे सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है।
इसी फ्लैट से मिले थे 28 करोड़ कैश
27 जुलाई को ED ने अर्पिता के बेलघरिया के इसी फ्लैट पर छापेमारी की थी। इसमें करीब 28 करोड़ रुपए कैश मिले थे। 18 घंटे तक चली इस छापेमारी में ED की टीम ने 5 किलो सोना भी बरामद किया था। फ्लैट से इतने अधिक पैसे मिलने के बाद अर्पिता ने पहली बार कबूला था कि सभी रकम पार्थ चटर्जी की है।
ED की पूछताछ में पार्थ-अर्पिता ने अब तक क्या-क्या कहा है?
1. पार्थ चटर्जी: अर्पिता के फ्लैट से मिले पैसे किसके हैं, मुझे नहीं पता। शिक्षा विभाग में नेताओं की सिफारिश पर नौकरियां दी गईं।
2. अर्पिता मुखर्जी: जो पैसा मिला है, वो पार्थ का है। मुझे फ्लैट पर जाने की इजाजत नहीं थी। पार्थ के लोग फ्लैट पर कैश रखने आते थे।
11 बैंकों में दोनों का जॉइंट अकाउंट, 8 करोड़ रुपए रखे
ED सूत्रों के मुताबिक, 11 बैंकों में पार्थ-अर्पिता के जॉइंट अकाउंट होने की जानकारी मिली है। इनमें 8 करोड़ रुपए होने का सबूत मिला है। एजेंसी जल्द ही इन खातों को सीज करने की तैयारी में है। वहीं, ED पार्थ के करीब 15 और ठिकानों पर छापा मारने की तैयारी में है।
पेंटहाउस के बारे में जानकारी मिली, 2 फ्लैट भी
ED सूत्रों को अर्पिता के जिस फ्लैट से 22 करोड़ रुपए कैश मिले थे, उस सोसाइटी में पार्थ ने अलग-अलग नामों से एक पेंटहाउस और दो फ्लैट्स खरीद रखे हैं। छापेमारी के बाद सोसाइटी के ऐप से इन फ्लैट्स के बारे में जानकारी हटा दी गई है।
आनंदबाजार पत्रिका ने सोसाइटी में रहने वाले लोगों के हवाले से बताया कि मकान की 19वीं और 20वीं मंजिल पर दो फ्लैट्स हैं, जबकि सबसे ऊपर पेंटहाउस बनाया गया है। यहां रहने वाले लोगों ने बताया कि पार्थ कभी-कभी इस पेंटहाउस में आते थे।