बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना आज 4 दिवसीय दौरे पर भारत पहुंच गई हैं। इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगी। वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करेंगी।
इस दौरान भारत-बांग्लादेश के बीच रक्षा, व्यापार, रेलवे, वॉटर मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी से जुड़े 7 समझौते हो सकते हैं। इनमें महत्वपूर्ण कुशियारा नदी जल समझौता भी शामिल है। 8 सितंबर को शेख हसीना अजमेर शरीफ की दरगाह पर माथा टेकने जाएंगी।
शेख हसीना ने रोहिंग्या मुसलमानों को बताया बोझ
इसके पहले हसीना ने रोहिंग्या मुसलमानों को उनके देश के लिए एक चुनौती बताया। उन्होंने कहा- ये देश के लिए बहुत बड़ा बोझ हैं और उन्हें लगता है कि इस मुद्दे का समाधान निकलने में भारत एक बड़ी भूमिका निभा सकता है। उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे बांग्लादेशी छात्रों का रेस्क्यू करने के लिए भारत के PM नरेंद्र मोदी की तारीफ की।
भारत ने मुश्किल समय में मदद की
शेख हसीना ने मुश्किल समय में मदद करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ भी की। उन्होंने कहा- रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच हमारे (बांग्लादेश) कई छात्र पूर्वी यूरोप में फंस गए थे। इन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बाद भारत लाया गया। हसीना ने कहा- बांग्लादेश के कई छात्र जंग से बचकर पोलैंड चले गए थे, लेकिन जब भारत सरकार भारतीय छात्रों को बचाने में लगी हुई थी उन्होंने हमारे छात्रों को मुसीबत में नहीं छोड़ा। वो भी हमारे छात्रों को भी वापस घर ले आए।
बांग्लादेश का ‘टेस्टेड फ्रेंड’ है भारत
उन्होंने भारत को बांग्लादेश का ‘टेस्टेड फ्रेंड’ यानी परखा हुआ मित्र बताया। उन्होंने कहा- भारत ने वैक्सीन मैत्री प्रोग्राम के तहत बांग्लादेश को वैक्सीन की कई खेप भेजीं। ये भी सराहनीय है। उन्होंने पड़ोसी देशों के बीच मजबूत सहयोग कायम रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्हें बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए।