बैंकरप्ट हो चुके क्रिप्टोएक्सचेंज FTX के फाउंडर सैम बैंकमैन-फ्राइड को बहामास में गिरफ्तार कर लिया गया है। अमेरिकी अभियोजकों के आपराधिक आरोप लगाए जाने के बाद बहामास में फ्राइड की गिराफ्तारी हुई है। फ्राइड को अब अमेरिका में प्रत्यर्पित किया जा सकता है। मैनहट्टन में अमेरिकी अटॉर्नी ऑफिस के एक प्रवक्ता ने बैंकमैन-फ्राइड के गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
बैंकमैन-फ्राइड की नेटवर्थ हुई जीरो
FTX की गड़बड़ियां सामने आने के बाद फ्राइड की 16 बिलियन डॉलर की वेल्थ महज कुछ दिनों में जीरो हो गई थी। एक समय सैम बैंकमैन की नेटवर्थ 26 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई थी। नेटवर्थ में गिरावट का कारण लिक्विडिटी क्रंच के बाद FTX ट्रेडिंग लिमिटेड का दिवालिया होना है।
क्या है पूरा मामला?
FTX दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एफिलिएटेड क्रिप्टो ट्रेडिंग कंपनी थी। फाइनेंशियल गड़बड़ियों के कारण लिक्विडिटी क्रंच (वित्तीय संकट) में आई FTX ट्रेडिंग लिमिटेड दिवालिया हो गई है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक सैम बैंकमैन-फ्राइड ने गुप्त रूप से FTX से उसकी ट्रेडिंग आर्म अल्मेडा रिसर्च में 10 बिलियन डॉलर के कस्टमर फंड ट्रांसफर किए थे। अल्मेडा इस फंड का इस्तेमाल ट्रेडिंग के लिए करती थी।
जब ट्रेडिंग में इस फर्म को बड़ा लॉस हुआ तो क्रिप्टो पब्लिकेशन कॉइनडेस्क ने एक लीक बैलेंस शीट पर रिपोर्ट पब्लिश की थी। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद FTX में उथल-पुथल शुरू हो गई। FTX के पास तीन दिनों में अनुमानित 6 बिलियन डॉलर की विड्रॉल रिक्वेस्ट आ गई। FTX अचानक आई इतनी विड्रॉल रिक्वेस्ट से लिक्विडिटी क्रंच में आ गया यानी वो विड्रॉल रिक्वेस्ट को प्रोसेस करने की स्थिति में नहीं था। इसके बाद उसने बैंकरप्ट होने की रिक्वेस्ट डाली।