वैज्ञानिकों को समर्पित होगी द वैक्सीन वार:विवेक अग्निहोत्री बोले- जिन साइंटिस्ट ने इतने कम समय में वैक्सीन बनाई, उनके बारे में दुनिया को बताना बहुत जरूरी

दुनियाभर में कोविड के खिलाफ सफल टीकाकरण अभियान चलाने वालों में देशों में भारत का नाम प्रमुखता से आता है। उस महामारी के खिलाफ बेहद कम डेडलाइन में वैक्सीन बनाने में ICMR के वैज्ञानिकों का अहम योगदान था।

पिछले साल ‘ द कश्मीर फाइल्स’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म दे चुके विवेक रंजन अग्निहोत्री की अगली फिल्म ‘द वैक्सीन वॉर ‘ उसी टॉपिक पर बेस्ड है।

फिल्म वैज्ञानिकों के बारे में है न कि अदार पूनावाला के बारे में
इसकी शूटिंग इन दिनों लखनऊ में जारी है। सोर्सेस के मुताबिक वहां फिल्म की शूटिंग 15 जनवरी तक होगी। फिल्म के डायरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने कहा, ‘ यह पूरी तरह साइंस फिल्म है। जिन साइंटिस्ट के चलते बेहद कम टाइम में वैक्सीन बन सकी, उन सभी के असल नाम बतौर किरदार फिल्म में यूज होंगे। हमारी यह कहानी सौ फीसदी ट्रू स्टोरी पर बेस्ड है।
खासकर जितने भी ICMR के साइंटिस्ट रहें हैं, उन सभी के नाम होंगे। उनकी जो मेहनत और शिद्दत वैक्सीन बनाने में गई है, उन सभी की चुनौतियों और उपलब्धियों को हम फिल्म में रख रहें हैं। हमारी फिल्म वैज्ञानिकों के बारे में है। अदार पूनावाला के बारे में नहीं।’

फिल्म में ज्यादातर किरदार फीमेल्स एक्टर करेंगी
विवेक जोर देकर कहते हैं, ‘ हमारी फिल्म तो ICMR के उन अनसंग हीरो (वैज्ञानिकों) के बारे में है, जिनके बारे में हम जानते भी नहीं हैं। सबसे बड़ी बात यह कि कोविड का सफल टीका बनाने में उन वैज्ञानिकों में एक बड़ी तादाद फीमेल साइंटिस्ट की है। उन सभी ने दिन रात एक कर दिया था और दुनिया की सबसे फास्टेस्ट वैक्सीन बनाई।

उन फीमेल साइंटिस्ट को कौन एक्ट्रेसेज प्ले कर रही हैं, उन्हें हम शूटिंग कंप्लीट करने पर अनाउंस करेंगे।’हमारी फिल्म में 8 से 10 मुख्य किरदार रहने वाले हैं। उनमें से 8 तो महिलाएं हैं। वैसे भी भारत में जो साइंस की प्रगति हुई है, उसे महिलाओं ने ही लीड किया है।’

फिल्म को पूरी तरह विवेक अग्निहोत्री प्रोड्यूस कर रहे
विवेक आगे बताते हैं, ‘ फिल्म का पहला शेड्युल तो लखनऊ में हो रहा है । यहां 10 से 12 दिनों का काम बाकी है। फिर हम जाएंगे हैदराबाद। उसके बाद हम दिल्ली, पुणे और मुंबई में शूट करेंगे। यह हिंदी और देश की शायद पहली फिल्म होगी, जो हैदराबाद की जीनोम वैली में शूट होगी। जीनोम वैली वह जगह है, जहां वैक्सीन निर्माता कंपनियों का हब है।

हम वहां 8 से 10 दिनों तक शूट करेंगे। खासकर भारत बायोटेक के प्रेमाइस में। इस फिल्म को कंप्लीटली हम प्रोड्युस कर रहें हैं। ‘द कश्मीर फाइल्स ‘ में ऐसा नहीं था। उसमें जी स्टूडियोज प्रोड्युसर था। यहां हम सब अपने दम पर कर रहें हैं। बॉलीवुड में एक ऑल्टरनेटिव खड़ा करना बेहद जरूरी है।’

फिल्म के रिसर्च में लगे हैं डेढ़ साल
विवेक ने यहां फिल्म के टेक्नीशिएंस में तब्दीली नहीं की है। उनके शब्दों में, ‘ हम अमूमन अपनी तकनीकी टीम को नहीं बदलते। जो हमारे साथ ‘ ताशकंद फाइल्स’ में थे, वही ‘ द कश्मीर फाइल्स’ में थे। यहां भी हैं। अगली फिल्म में भी वही साथ रहने वाले हैं।

रहा सवाल ‘द वैक्सीन वॉर ‘ की रिसर्च का तो उसमें डेढ़ सालों का वक्त गया है। इस बार हम कहीं बाहर नहीं गए। ICMR के वैज्ञानिकों से हुई बातचीत के आधार पर हमने तथ्य जुटाए और कहानी में पिरोए हैं।

फिल्म को देख कर आंखें नम हो जाएंगी
विवेक दावा करते हैं, ‘ इसमें साइंस नाम सुनकर लोग यह न सोचें कि फिल्म में कहानी का ट्रीटमेंट किसी साइंस जर्नल की तरह होगा। वैसा नहीं है। वैज्ञानिकों के जुनून और उनकी मेहनत के किस्से को देख और सुन लोगों की आंखें जरूर नम और दिल गर्व के भाव से भर उठेंगे।’

दिल्ली फाइल्स की शूटिंग भी इसी साल शुरू होगी
विवेक अग्निहोत्री ‘द वैक्सीन वॉर ‘ से पहले ‘दिल्ली फाइल्स’ शूट करने को थे। हालांकि वह नहीं हो पाई। विवेक ने कहा, ‘ हम वह फिल्म भी इसी साल शुरू करेंगे क्योंकि 2024 में उसकी रिलीज तय है। तो हम ‘द वैक्सीन वॉर ‘ खत्म होते ही उसे शुरू करेंगे।