REET मेंस कैसे होगी पास, 12 एक्सपर्ट से जानिए:7 दिन में तैयारी के स्पेशल टिप्स, कौनसे टॉपिक बढ़ाएंगे स्कोर

शिक्षक भर्ती परीक्षा-2022 में अब कुछ दिन ही बचे हैं। जैसे-जैसे एग्जाम के दिन नजदीक आते हैं, डर सताने लगता है। ऐसा लगता है कि याद किया सब कुछ भूल रहे हैं। लेकिन इतने कम समय में भी लाखों अभ्यर्थी बेहतरीन तैयारी कर कॉन्फिडेंस के साथ पेपर दे सकते हैं। एग्जाम में पास हो सकते हैं।

ये सब कैसे होगा, यह बताने के लिए भास्कर ऐप लाया है स्पेशल सीरीज, जिसमें हर रोज आपके लिए कुछ न कुछ खास होगा। पहली कड़ी में हमारे साथ जुड़े हैं शिक्षक भर्ती के 12 एक्सपर्ट टीचर्स, जो आपको सक्सेस के टिप्स तो दे ही रहे की साथ ही यह भी बता रहे हैं कौनसी गलती से आपको बचना है और कम समय में किस स्ट्रेटजी के साथ तैयारी करनी है। तैयारी में आसानी हो इसलिए हमने एक्सपर्ट से वो कॉमन सवाल पूछे हैं, जो लगभग हर छात्र के दिमाग में घूमते हैं।

एक्सपर्ट क्रेडिट : परिष्कार कोचिंग इंस्टीट्यूट

सबसे पहले समझ लेते हैं, एग्जाम का पैटर्न क्या है?

  • 2.30 घंटे के एग्जाम में 150 प्रश्नों पूछे जाएंगे।
  • प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का है, कुल 300 अंकों का एग्जाम है।
  • निगेटिव मार्किंग होगी, एक गलत उत्तर देने पर एक तिहाई अंक कटेगा।

जो नहीं आए, उस सवाल को छोड़कर आगे बढ़ जाएं- डॉ. राघव प्रकाश
जाने-माने शिक्षाविद और परिष्कार कोचिंग क्लासेस के संचालक डॉ. राघव प्रकाश ने बताया कि शिक्षक भर्ती मुख्य परीक्षा में महज कुछ दिन का वक्त बचा है, लेकिन इससे डरे नहीं, बल्कि कॉन्फिडेंट रहे। जो भी आपने पढ़ रखा है, वह काफी इंपोर्टेंट है। इस बात को हमेशा अपने दिमाग में रखें। क्योंकि पेपर में उसमें से कितना कुछ आएगा यह तो आपको नहीं पता है। लेकिन जो भी उस टॉपिक से रिलेटेड आएगा। उसमें आप अपना बेस्ट स्कोर हासिल कर सकते हैं। इसलिए ज्यादा नया पढ़ने से बेहतर यही होगा कि जो अब तक पढ़ रखा है। उसका अच्छे से रिवीजन किया जाए। ताकि पेपर में उस टॉपिक से रिलेटेड कोई भी सवाल गलत न हो।

पेपर में जनरल नॉलेज से जुड़े सवाल भी आएंगे, लेकिन उन सवालों में उलझना नही है। जो सवाल नहीं आए, उसे छोड़ आगे बढ़ जाएं। क्योंकि गलत जवाब देने पर नेगेटिव मार्किंग भी होगी। जो आपके स्कोर को बिगाड़ सकती है। ऐसे में स्कूल के सब्जेक्ट पर फोकस करते हुए ज्यादा से ज्यादा सवाल सॉल्व करने की कोशिश करें। अगर आप सब्जेक्ट आधारित सवालों का सही जवाब देने में कामयाब हो गए। तो आपको फाइनल सिलेक्शन से कोई नहीं रोक पाएगा।

REET की तैयारी को बेस बनाएं
शिक्षा मनोविज्ञान के प्रोफेसर डॉ. मोहित दीक्षित की सलाह है कि कम समय बचा है, इसलिए नए टॉपिक नहीं छेड़ने चाहिए। अब तक हम जो पढ़ चुके हैं, उसे ही अच्छे से रिवाइज करना चाहिए। पिछले सालों के सवालों को सॉल्व करना चाहिए। थर्ड ग्रेड के एग्जाम में रीट की तैयारी ही स्टूडेंट का बेस है। ऐसे में उस तैयारी को बरकरार रखते हुए हमें ज्यादा से ज्यादा सवालों को सॉल्व करने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से स्टूडेंट अच्छा स्कोर हासिल कर सकते हैं।

सरकारी योजनाएं अच्छे से कर लें तैयार
असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नमिता शर्मा ने बताया कि इस बार एग्जाम में यूनिट I, II, V, VI का पाठ्यक्रम सभी के लिए कॉमन हैं। जबकि यूनिट III और IV सब्जेक्ट के आधार पर होगी। अगर स्टूडेंट रीट में आप लेवल एक और दो पहले से पढ़ चुके हैं। तो ये टॉपिक्स आपके मजबूत होंगे। ऐसे में नए टॉपिक को फिर से दोहरालें।

अगर यूनिट 2 में राजस्थान का सामान्य ज्ञान की आपने कुछ पहले पढ़ा हुआ है। तो सरकारी योजनाओं को अच्छी तरह से देख लें। खासतौर से राजस्थान की योजनाओं पर फोकस कर लें। इस बार शैक्षिक परिदृश्य नया जुड़ा है। इसलिए उसे अच्छे से देखने की जरूरत है। यूनिट-5 में शिक्षा मनोविज्ञान भी रीट में पढ़ लिया था। ऐसे में इसे महज रिवीजन की जरूरत है। यूनिट-6 में से केवल 5 प्रश्न ही आएंगे।

कौन-कौन से सब्जेक्ट स्कोरिंग हैं?
चाहे लेवल फर्स्ट या सेकंड हो। दोनों में सब्जेक्ट का वेटेज सबसे ज्यादा है। उम्मीद है छात्रों ने इसकी तैयारी तो बहुत अच्छे से की ही होगी। लेकिन दोनों ही लेवल में शिक्षण विधियों का बहुत बड़ा रोल है। हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत या अन्य सब्जेक्ट की शिक्षण विधियां आती हैं। जिनकी मार्किंग बहुत ज्यादा है। इसलिए शिक्षण विधियों को सबसे ज्यादा फोकस करें। दूसरे नंबर पर शिक्षा मनोविज्ञान का रोल है। इसके अलावा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के 5 प्रश्न काफी मायने रखते हैं। ये स्कोरिंग करने में मददगार साबित हो सकते हैं। बाकी जो सब्जेक्ट ग्रेजुएशन लेवल या बीएसटीसी लेवल पर सभी पढ़ ही चुके हैं, उनका रिवीजन कर लें।

पुराने पेपर अच्छे से पढ़ लें, वहीं से बनेंगे नए सवाल
मैथमेटिक्स के असिस्टेंट प्रोफेसर धर्मेंद्र गुप्ता ने बताया कि कर्मचारी चयन बोर्ड का शुरुआत से यही पैटर्न रहा है कि वह पिछले सालों में हुए पेपर में पूछे गए सवालों को भी रिपीट करता है। या फिर उन सवालों के इर्द-गिर्द ही नया सवाल पूछता है। इसलिए स्टूडेंट्स को एग्जाम देने से पहले पुराने पेपर्स को जरूर सॉल्व करना चाहिए। उसे स्टूडेंट को भी आइडिया लग जाता है कि किस तरह के सवाल एग्जाम में पूछे जा सकते हैं। यह स्टूडेंट्स के लिए रामबाण साबित हो सकता है।

मॉडल टेस्ट के जरिए टाइम मैनेजमेंट अभी से तैयार करें
टाइम मैनेजमेंट दुनिया की सबसे बड़ी पूंजी है। अपने घर पर प्रैक्टिस करने की कोशिश करें। सभी प्रश्नों को अटेंड करने का अभ्यास करें। 150 प्रश्नों के हिसाब से अभ्यास करना है। घड़ी में टाइम देखकर खुद परीक्षा देने की कोशिश करें।

2 पार्ट में पेपर को सॉल्व करने की प्रैक्टिस करें
भारतीय राजव्यवस्था के असिस्टेंट प्रोफेसर अशोक कुमार शर्मा ने कहा कि स्टूडेंट्स को एग्जाम को 2 पार्ट में सॉल्व करने की प्रैक्टिस करनी चाहिए। पहले पार्ट में उसे सिर्फ उन्हीं सवालों का जवाब देना चाहिए, जो उसे अच्छे से आते हों। इसके बाद उसे डाउटफुल सवालों को सॉल्व करने की कोशिश करनी चाहिए। लेकिन इनमें से भी सिर्फ वही सवाल सॉल्व करने चाहिए, जिसके 2 जवाब को लेकर स्टूडेंट कंफ्यूज हैं। यह थोड़ा जोखिम भरा हो सकता है। लेकिन एग्जाम में इतना जोखिम लेना जरूरी होता है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप हर सवाल जिसका जवाब आपको नहीं पता उसमें भी जोखिम लें। क्योंकि ऐसा करने से आप का स्कोर नेगेटिव हो सकता है।

शॉर्ट नोट्स से करें रिवीजन
असिस्टेंट प्रोफेसर भव्य शर्मा के मुताबिक इस वक्त में स्टूडेंट्स को पूरे नोट्स पढ़ने की जगह मेन पॉइंट (सारांश) पढ़ने चाहिए। इससे कम वक्त में रिवीजन के साथ ही वह अपने टॉपिक का रिव्यू कर सकते हैं। ऐसा करने पर अगर कोई गलती भी सामने आती है। तो स्टूडेंट को डरना नहीं है। बल्कि कॉन्फिडेंस के साथ अपनी गलती को सुधार करते हुए एग्जाम में बेस्ट परफॉर्मेंस देनी है। क्योंकि कॉन्फिडेंस और तैयारी ही आपको सक्सेस दिला सकती हैं।

ज्योग्राफी सब्जेक्ट के एक्सपर्ट सत्य प्रकाश की मानें तो स्टूडेंट्स को डीप स्टडी से बेहतर शॉर्ट नोट्स स्टडी पर काम करना चाहिए। ऐसा करने से वह कम समय में ज्यादा से ज्यादा टॉपिक को कवर कर सकेगा। अगर स्टूडेंट्स ने शॉर्ट नोट्स से सभी टॉपिक को कवर कर लिया, तो एग्जाम हॉल में सवाल देखते ही उसके दिमाग में जवाब रीकॉल हो जाएगा।

जो भी पढ़ रहे है, उसे याद रखने का तरीका?
इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर मधुसूदन जांगिड़ ने कहा कि एग्जाम से पहले कई लोग साइकोलॉजिकली हताश हो जाते हैं। उन्हें लगता है कि उन्हें याद नहीं हो रहा। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं होता है। इन 7 दिनों में स्टूडेंट को अपने दिमाग में यही रखना है। कि मैं जो भी पढ़ रहा हूं, वह मुझे याद हो रहा है। इसका पॉजिटिव असर आपको दिखने लगेगा। ऐसा करने के बाद अगर आप ऑब्जेक्टिव टाइप सवाल याद कर रहे हैं। तो पहली रीडिंग में ही उसमें से 30 सवाल आपको याद हो जाएंगे। इसके बाद अगली रीडिंग में आप 50 सवाल तक पहुंच जाएंगे। ऐसा करने से आप पॉजिटिव माइंडसेट के साथ एग्जाम में अच्छा स्कोर हासिल कर सकते हैं।

मॉर्निंग में करें पढ़ाई, 90% रहेगा याद
इंग्लिश की टीचर डॉक्टर प्रियंका मिश्रा ने कहा कि रीट की तैयारी करने के लिए स्टूडेंट्स को अब मॉर्निंग टाइमिंग में पढ़ाई करनी चाहिए। क्योंकि सुबह के वक्त कंसंट्रेशन बहुत अच्छा होता है। जिस वजह से सुबह के वक्त पढ़ा हुआ 90% तक स्टूडेंट्स के दिमाग में रहता है। इसलिए सिलेबस और टॉपिक के अकॉर्डिंग अब हर दिन सुबह पढ़ाई शुरू कर देनी चाहिए। जिसका सीधा फायदा स्टूडेंट्स को एग्जाम में जरूर मिलेगा।

जो आता है, उसी को करें 100% तैयार
इंग्लिश टीचर राकेश सिरावता ने बताया कि एग्जाम के दौरान स्टूडेंट्स हमेशा जो उसे नहीं आता है। उस पर फोकस करता है। जबकि हमेशा जो हमें आता है। उसे फोकस रखते हुए एग्जाम की प्रिपरेशन करनी चाहिए। इसके साथ ही हमें सिली मिस्टेक नहीं करनी चाहिए। वरना जो हमें आता है, उसे भी एग्जाम में गलत करेंगे। अक्सर एग्जाम सेंटर से बाहर निकलने के बाद हमें लगता है, कि इस सवाल का सही जवाब हमें पता था। लेकिन क्वेश्चन पेपर को ढंग से नहीं पढ़ने की वजह से अक्सर स्टूडेंट सही आंसर पता होते हुए भी उसे गलत करके आ जाते हैं। इसलिए अच्छे से क्वेश्चन पेपर और आंसर ऑप्शन को पढ़ें। इससे जो सवाल हम कर रहे हैं वह तो सही होता ही है। बल्कि दूसरे सवालों के जवाब ढूंढने में भी हमें हेल्प मिलती है।

राजस्थान बोर्ड की किताबों से की करें स्टडी
अक्सर कई प्रश्नों के उत्तर कई बुक्स में अलग-अलग दिए होते हैं। प्रोफेसर दीपक अवस्थी की मानें तो शिक्षक भर्ती परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों को राजस्थान बोर्ड की किताबों पर ज्यादा भरोसा करना चाहिए। क्योंकि पिछले कुछ वक्त से शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर जितने भी एग्जाम हुए हैं, उसमें बोर्ड की किताबों का बहुत कुछ रेफरेंस आ रहा है। हर एग्जाम में काफी सवाल उन किताबों में से ही पूछे जा रहे हैं।

एग्जाम टाइम में लें प्रॉपर डाइट
पिछले कई सालों से स्टूडेंट्स को फिजिक्स पढ़ा रही नीलम पूनिया ने बताया कि एग्जाम से पहले अक्सर बच्चे स्ट्रेस और प्रेशर में आ जाते हैं। इस वजह से वह अपने डाइट शेड्यूल पर भी ध्यान नहीं देते। जिससे उनकी तबीयत बिगड़ जाती है। इसलिए स्टूडेंट्स को एग्जाम टाइम में स्टडी के साथ अपनी सेहत का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि अगर आप प्रॉपर डाइट और नींद नहीं लेंगे। तो आप ना तो अच्छे से पढ़ सकेंगे और ना ही रिवीजन कर सकेंगे। जिसका सीधा असर आप के रिजल्ट पर भी नजर आएगा। इसलिए एग्जाम टाइम में प्रॉपर नींद और टाइट सबसे ज्यादा जरूरी होती है।

शैक्षणिक परिदृश्य के टीचर डॉक्टर गौरव कुमावत ने बताया कि स्टूडेंट्स को एग्जाम का प्रेशर नहीं लेना चाहिए। क्योंकि प्रेशर में कोई भी इंसान अपना हंड्रेड परसेंट परफॉर्मेंस नहीं दे पाता है। हर इंसान की जिंदगी में समस्या हर वक्त चलती है। हमारा काम है इनसे लड़ना और आगे बढ़ना। इसलिए स्टूडेंट को एग्जाम टाइम में बिना किसी टेंशन के सुकून की नींद लेनी चाहिए। इसके साथ ही उसे किसी भी तरह काम मेंटली प्रेशर नहीं लेते हुए अपनी बॉडी को भी प्रॉपर रेस्ट देना चाहिए। ऐसा करने से वह पॉजिटिव माइंडसेट के साथ एग्जाम में परफॉर्म कर सकता है।

9 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स होंगे मुख्य परीक्षा में शामिल
23-24 जुलाई को हुई रीट-2022 के पास अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती परीक्षा में आवेदन कर सकेंगे। ऐसे में शिक्षक भर्ती परीक्षा-2022 के लिए कुल 9,64,965 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इसमें लेवल-1 में कुल 2,12,259 और लेवल-2 में कुल 7,52,706 अभ्यर्थी भाग्य आजमाएंगे। इन अभ्यर्थियों में विशेष शिक्षा के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 16,418 है। लेवल -1 और लेवल-2 में सर्वाधिक आवेदन ओबीसी केटेगरी में है। सबसे कम एमबीसी में है।

लेवल-2 में सर्वाधिक 3.30 लाख आवेदन ओबीसी और सबसे कम 28,566 आवेदन एमबीसी कैटेगरी के हैं। इसी तरह से लेवल-1 में भी सबसे अधिक 77,770 आवेदन ओबीसी के ही है। जबकि सबसे कम 12,350 एमबीसी कैटेगरी में है। इस भर्ती के लिए 25 फरवरी से 1 मार्च तक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इस भर्ती में लेवल-1 में 21 हजार और लेवल-2 में 27 हजार पद हैं।

जानिए- ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती प्रक्रिया
राजस्थान में ग्रेड थर्ड टीचर के कुल 48,000 पदों पर भर्ती होगी। इसमें लेवल-1 में 21,000 और लेवल-2 के 27,000 पद शामिल हैं।
लेवल-1 और लेवल-2 के लिए दो चरण में भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया है। इसमें पहले चरण की पात्रता परीक्षा आयोजित हो चुकी है। दूसरे चरण की परीक्षा का आयोजन टीचर्स के सिलेक्शन के लिए किया जा रहा है। मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए 21 दिसंबर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई थी। अब 25 फरवरी से एग्जाम शुरू हो रहे हैं। जो 1 मार्च तक चलेंगे।