पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमारन खान और उनके 400 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मर्डर और आतंकवाद का केस दर्ज हुआ है। लाहौर पुलिस ने 100 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया है। ये कार्रवाई इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कार्यकर्ताओं की रैली में पुलिस के साथ हुई झड़प के बाद की गई है।
झड़प के दौरान PTI के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं के खिलाफ ही केस दर्ज कर दिया। इस पर PTI के नेता फवाद चौधरी ने कहा- पुलिस ने हमारे कार्यकर्ता की हत्या के आरोप में अपने साथियों पर FIR दर्ज करने की जगह इमरान और 400 कार्यकर्ताओं पर मर्डर का आरोप लगाया है।
झड़प में PTI कार्यकर्ता अली बिलाल की हत्या
दरअसल, 8 मार्च को PTI के कार्यकर्ता इमरान के घर से एक रैली निकालने वाले थे, जिसे देखते हुए लाहौर में धारा 144 लगा दी गई थी। इसके बाद जमान पार्क के बाहर इकट्ठा हुए PTI कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प हो गई। पुलिस ने उन्हें हटाने के लिए आंसू गैस और वॉटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। झड़प को बढ़ता देख इमरान ने रैली वापस लेने की घोषणा की थी।
PTI के मुताबिक, झड़प में पुलिस ने एक कार्यकर्ता अली बिलाल की हत्या कर दी थी और कई कार्यकर्ता घायल हुए थे। वहीं FIR के मुताबिक, PTI के मेंबर्स ने पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेके, जिसमें 11 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
11 महीनों में इमरान पर 80वां केस
इमरान ने कहा- सरकार पंजाब में चुनाव टालने का बहाना ढूंढ रही है और इसके लिए उसे शवों की जरूरत है। पुलिस ने हमारे 100 कार्यकर्ताओं को उठा लिया है। हम सरकार और उनके नेताओं के नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। शाहबाज शरीफ की पार्टी PML-N के सत्ता में आने के 11 महीनों में इमरान के खिलाफ ये 80वां केस दर्ज हुआ है।
IG ने झड़प की जांच के लिए कमेटी बनाई
PTI ने इस मामले में पंजाब के केयरटेकर चीफ मिनिस्टर मोहसिन नकवी सहित गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह, पंजाब IG उसमान अनवर और लाहौर पुलिस के चीफ बिलाल कामयान के खिलाफ केस दर्ज करवाने की घोषणा की है। वहीं पंजाब IG ने जमान पार्क के बाहर हुई झड़प की जांच के लिए 2 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।
रविवार को गिरफ्तारी से बचने गायब हुए थे इमरान
इससे पहले रविवार को इस्लामाबाद और लाहौर पुलिस तोशाखाना मामले में इमरान को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची थी। हालांकि, उस समय पुलिस इमरान के गायब होने के कारण उन्हें पकड़ नहीं पाई थी और खाली हाथ वापस लौट गई थी। इस दौरान गिरफ्तारी से बचने के लिए इमरान खान ने अपने समर्थकों को जमान पार्क के बाहर जुटा लिया था। जमान की तरफ चार रास्ते जाते हैं और इन चारों पर लाठी-डंडों के साथ उनके समर्थक मौजूद थे।