अडाणी ग्रुप ने 2.15 अरब डॉलर के मार्जिन लिंक्ड शेयर बैक्ड फाइनेंसिंग (स्टॉक के बदले लिया गया पैसा) का पेमेंट कर दिया है। समूह ने इसका भुगतान करने के लिए 31 मार्च 2023 तक का समय लिया था, लेकिन समय से पहले ही भुगतान कर दिया गया। ग्रुप ने हाल ही में ऐसे कई कदम उठाए हैं जिससे इन्वेस्टर्स का भरोसा जीता जा सके।
अडाणी ग्रुप ने बताया कि उसने अंबुजा सीमेंट अधिग्रहण के लिए जो 500 मिलियन डॉलर की आर्थिक मदद ली थी, उसका भी भुगतान कर दिया है। अडाणी ग्रुप ने पिछले साल सितंबर में अंबुजा सीमेंट और ACC में होल्सिम ग्रुप की पूरी हिस्सेदारी खरीद ली थी। यह सौदा अडानी ग्रुप ने 10.5 अरब डॉलर में किया था। होल्सिम ने अंबुजा सीमेंट में अपनी 63.19% और ACC में 54.53% हिस्सेदारी बेची थी।
निवेशकों का भरोसा फिर से हासिल करने के लिए ग्रुप अब लगातार कर्ज को कम कर रहा है। दरअसल, 24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से अडाणी ग्रुप के शेयरों में काफी गिरावट आई है। हिंडनबर्ग ने अडाणी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया था।
अडाणी ग्रुप ने 7374 करोड़ रुपए का शेयर-बैक्ड लोन चुकाया
अडाणी ग्रुप ने 7374 करोड़ रुपए का शेयर-बैक्ड लोन समय से पहले चुका दिया है। मंगलवार को ग्रुप ने इसकी जानकारी दी थी। अडाणी ग्रुप अपनी क्रेडिट प्रोफाइल से जुड़ी चिंताओं को कम कर निवेशकों का भरोसा फिर से जीतने की कोशिश कर रहा है।
ग्रुप ने कहा, अडाणी एंटरप्राइजेज के प्रमोटर 3.1 करोड़ शेयर या 4% हिस्सेदारी रिलीज करेंगे, जबकि अडाणी पोर्ट्स के प्रमोटर 15.5 करोड़ शेयर या 11.8% हिस्सेदारी रिलीज करेंगे। अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी ट्रांसमिशन के प्रमोटर 1.2% और 4.5% हिस्सेदारी रिलीज करेंगे। इससे पहले फरवरी में ग्रुप ने 1.11 अरब डॉलर का लोन प्री-पेड किया था।
बताया है। ग्रुप ने 413 पन्नों का जवाब जारी किया। इसमें लिखा है कि अडाणी समूह पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। ग्रुप ने यह भी कहा कि इस रिपोर्ट का असल मकसद अमेरिकी कंपनियों के आर्थिक फायदे के लिए नया बाजार तैयार करना है।
हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद पिछले 2 ट्रेडिंग सेशन में अडाणी ग्रुप के स्टॉक्स के इन्वेस्टर्स को भारी नुकसान हुआ है। देश का सबसे बड़ा इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर ‘लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया’ (LIC) भी उन प्रभावित इन्वेस्टर्स में से एक है।
कंपनियों पर कर्ज की रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स में गिरावट का दौर जारी है। अडाणी टोटल गैस और अडाणी ट्रांसमिशन के शेयर्स में 20-20% की गिरावट आई है। गिरावट का ये दौर तब शुरू हुआ, जब फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। अडाणी ग्रुप पर इसका बड़ा असर पड़ा है।