बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि अगर लोगों की जो वर्तमान मानिसकता है वो आगे भी कायम रही तो आगामी चुनाव के परिणाम में बदलाव दिखेंगे। बता दें कि उनका इशारा लोकसभा चुनाव की ओर था।
लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर राकांपा प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी और सहयोगियों के कई लोगों का भी यही मत है। हालांकि, पवार ने कहा, “मुझे ऐसा नहीं लगता है कि केंद्र सरकार चाहेगी कि लोकसभा और विधानसभा का चुनाव एक साथ हों।”
तेलांगाना मॉडल की जांच हो: शरद पवार
हाल के दिनों में महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति और हिंसा की कुछ घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर पवार ने दावा किया कि राज्य में कुछ छोटे मुद्दों को धार्मिक रंग दिया जा रहा है। पवार ने कहा कि राज्य में कानून राज कायम करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है।
शरद पवार ने नितिन गडकरी की तारीफ की
शरद पवार से जब पूछा गया कि मौजूदा समय में केंद्र सरकार में कौन सा मंत्री का काम आपको सबसे अच्छा लगा है, तो उन्होंने सड़क परिवहन और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी का नाम लिया। उन्होंने कहा कि नितिन गडकरी अपने काम में राजनीति नहीं करते। अगर हम कोई समस्या लेकर उनके पास जाते हैं तो वो उस समस्या को गंभीरता से सुनते हैं।
पवार ने कृषि संबंधी मुद्दों पर जताई चिंता
पवार ने कहा कि सरकार का नजरिया किसानों उतना सकारात्मक नहीं है जितना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मौजूदा अर्थव्यवस्था कृषि उत्पादकों के लिए फायदेमंद नहीं है।