यूपी में बिजली कटौती से ऊर्जा मंत्री परेशान:एके शर्मा बोले-24 घंटे तनाव रहता है, मैसेज देखने में डर लगता है कि कहीं बिजली तो नहीं चली गई

यूपी में सिर्फ पब्लिक ही नहीं, खुद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा बिजली कटौती और फॉल्ट से परेशान हैं। उनकी टेंशन इस कदर है कि उनको व्हाट्ससऐप तक देखने से डर लगता है। मैसेज आता है तो देखने से पहले टेंशन हो जाती है कि कहीं बिजली सप्लाई तो नहीं कट गई। बुधवार को लखनऊ में विद्युत उपभोक्ता और जनप्रतिनिधि संपर्क अभियान के कार्यक्रम में उन्होंने खुद यह बात कही।

ब्यूरोक्रेट्स से मंत्री बने एके शर्मा ने पहली बार यह माना कि बिजली की रोजाना की समस्याओं से 24 घंटे तनाव रहता है। फॉल्ट और गड़बड़ियों की वजह से बिजली सप्लाई में दिक्कत आ रही है।

“एक जगह बनाया तो दूसरी जगह बिगड़ जाता है”
एके शर्मा ने कार्यक्रम के दौरान कहा,”रोज-रोज की समस्या हो गई। यहां फॉल्ट बनाया, तो वहां बिगड़ा। वहां बनाया तो कहीं और बिगड़ा। आप लोग भरोसा नहीं करोगे। 24 घंटे हम लोगों को इस बात को लेकर तनाव रहता है। स्थिति यह है कि कोई मैसेज आता है तो खोलने से पहले यह चिंता सताने लगती है कि कहीं बिजली तो नहीं चली गई।”

“5 करोड़ उपभोक्ता होने चाहिए, 3.28 करोड़ हैं”
उन्होंने कहा, “मौजूदा समय में यूपी की आबादी के हिसाब से जितने उपभोक्ता होने चाहिए। उतने नहीं हैं। प्रदेश में अभी 5 करोड़ उपभोक्ता होने चाहिए। जबकि 3.28 करोड़ उपभोक्ता हैं।” हालांकि उन्होंने इस दौरान, बिजली चोरी का जिक्र नहीं किया। उन्होंने सभा में मौजूद जनप्रतिनिधियों से बिजली सप्लाई ठीक करने के लिए सलाह भी मांगी।

“फोन नहीं उठाने वाले अफसरों की होगी मॉनिटरिंग”
बुधवार को ही ऊर्जा मंत्री ने मीडिया से बात की। इस दौरान जब उनसे सवाल पूछा गया कि अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं। खुद उन्हीं की पार्टी के सांसद कौशल किशोर इसको लेकर शिकायत कर चुके हैं। इस पर उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सबका फोन उठाना चाहिए और इसकी मॉनिटरिंग होगी।

चीफ इंजीनियर ने कहा-बिजली चोर नए तरीके निकाल ही लेते हैं
कार्यक्रम के दौरान ट्रांस गोमती के चीफ इंजीनियर अनिल तिवारी का मौका आया, तो उन्होंने बिजली चोरी पर अपनी बात रखी। कहा, “उपभोक्ता हर बार चोरी का नया रास्ता निकाल ही लेते हैं। हम कुछ करते हैं, तो वह उसका नया उपाय निकाल लेते हैं।”

उन्होंने कहा, “लखनऊ की बात करें तो 1 लाख 10 हजार कस्टमर्स के यहां स्मार्ट मीटर लगा है। लेकिन, उसमें भी बाईपास कर लोग बिजली चोरी कर लेते हैं। इसके अलावा ABC लाइन तक में लोग कटिया लगा रहे हैं। जबकि कहा जा रहा था कि इसमें बिजली चोरी नहीं हो सकती है। लेकिन, अब लोग स्थाई कटिया डाल लेते हैं।” उन्होंने सभा में इस तरह हो रही बिजली चोरी के फोटो भी दिखाएं।

1-नए ट्रांसफॉर्मर नहीं लगाए
यूपी में औसतन प्रतिदिन जुलाई के महीने में 1000 ट्रांसफॉर्मर प्रतिदिन खराब होते हैं। जूनियर इंजीनियर संगठन और अभियंता संघ ने पत्र भी लिखा कि लोकल स्तर पर ठीक से काम नहीं हो रहे हैं। मंत्री को भी इसके लिए पत्र लिखा गया था। लेकिन, उसके बाद भी उस स्तर पर बजट जारी नहीं हुआ। इससे लगातार फॉल्ट बढ़ते गए। नतीजा यह हुआ कि बिजली संकट बढ़ गया।

2- अप्रैल से पहले होनी चाहिए थी मरम्मत
बिजली विभाग के ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड चल रहे हैं। गर्मी शुरू होने से पहले उनको बदल देना चाहिए था। लेकिन इस बार यह विभागीय काम जुलाई तक नहीं हो पाया। अभियंता संघ ने खुद इसको लेकर चेयरमैन और मंत्री को पत्र लिखा था। इसमें बताया गया कि अप्रैल से पहले होने वाले मरम्मत के काम ठीक से नहीं हो पाए। बताया जा रहा है कि इसके लिए समय से बजट तक जारी नहीं हुआ।

3-22 हजार से ज्यादा शिकायत आती हैं
बिजली विभाग के कस्टमर केयर पर एक दिन में करीब 22 हजार से ज्यादा शिकायत आती हैं। इसमें मध्याचंल, पूर्वांचल, दक्षिणांचल, पश्चिमांचल और केस्को शामिल हैं। मध्यांचल कस्टमर केयर में तैनात एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मध्यांचल कस्टमर केयर पर आम दिनों में 3 से 4 हजार शिकायत आती हैं। ये आंकड़ा गर्मी बढ़ने के साथ 8 से 10 हजार शिकायतों तक पहुंच जाता है। वेटिंग ज्यादा होने से कई कस्टमर के फोन ही नहीं लग पाते हैं।

आखिर में…यूपी में महंगी नहीं होगी बिजली, मंत्री बोले-बिल बढ़ाने की मंशा नहीं
यूपी में बिजली बिल की दरें बढ़ाने की चर्चा के बीच ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बुधवार को एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल शासन और सरकार की मंशा यूपी में बिजली बिल बढ़ाने की नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ कंपनियां वार्षिक तुलना के आधार पर अपनी जो रिपोर्ट दी हैं, उसके आधार पर बिजली बिल की दरें बढ़ाने पर चर्चा हो रही है। लेकिन, सरकार की ऐसी कोई मंशा नहीं है।

उन्होंने कहा कि जो कंपनियां फ्यूल चार्ज के नाम पर बिजली दर बढ़ाने की बात कर रही हैं। यह सरकार का विषय नहीं है। यह UPRC का सब्जेक्ट है। सरकार बिजली बिल की दरें बढ़ाने पर अभी विचार नहीं कर रही। इस बारे में उनका कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा।