जननायक जनता पार्टी (JJP) इन दिनों राजस्थान में पांव पसार रही है। राजस्थान में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले JJP ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ छात्र संघ चुनाव बहाल कराने को लेकर आंदोलन शुरू किया है।
हरियाणा की बात करें तो यहां भी पिछले 5 सालों से छात्र संघ चुनाव नहीं हुए हैं। प्रदेश में सरकार का हिस्सा होने के कारण जजपा की छात्र इकाई INSO ने अभी तक आंदोलन शुरू नहीं किया। ऐसे में जजपा छात्र संघ चुनावों को लेकर दोहरी नीति अपना रही है। 22 सालों बाद अक्टूबर 2018 में छात्र संघ चुनाव हुए। इन चुनावों में विजयी पदाधिकारियों का कार्यकाल एक साल का था। एक साल बाद विश्वविद्यालयों में कभी चुनाव नहीं हुए।
INSO का 6 अगस्त को प्रदेश स्तरीय सम्मेलन हिसार में हुआ था। इस सम्मेलन में छात्र संघ चुनावों पर भी चर्चा हुई। हालांकि प्रदेश में INSO ने 2018 से पहले छात्र संघ चुनावों के लिए विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन और भूख हड़ताल की थी।
दिग्विजय को पुलिस ने लिया था हिरासत में
राजस्थान में 16 अगस्त को INSO ने छात्र संघ चुनाव को लेकर सीएम अशोक गहलोत के घर का घेराव करने का प्रयास किया था। इस दौरान प्रदर्शन में शामिल दिग्विजय चौटाला और अन्य छात्र नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके अगले दिन बाद दिग्विजय और राजस्थान INSO ने राज्यपाल को छात्र संघ चुनाव के लिए मांग पत्र सौंपा।
जाट बाहुल्य सीटों पर नजर
JJP इन दिनों राजस्थान में चुनावों को लेकर अपना संगठन खड़ा कर रही है। पार्टी ने अधिकांश प्रकोष्ठों का गठन कर दिया है और राजस्थान में रैली भी कर चुकी है। जजपा की नजर जाट बाहुल्य सीटों पर है। परंतु राजस्थान के जाट नेता हनुमान बेनीवाल से उन्हें टक्कर मिल रही है। हनुमान बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद है।