देवरिया नरसंहार में प्रेम के घर चलेगा बुलडोजर:घर पर चस्पा हुई नोटिस, सुबह 10 तक जवाब नहीं मिला तो पहुंच जाएगा ‘बाबा का बुलडोजर’

देवरिया नरसंहार मामले में यूपी सरकार पूरी तरह एक्शन मोड में है। गुरुवार को SDM-CO समेत राजस्व और पुलिस विभाग के 15 अफसरों को सस्पेंड करने के बाद अब बुलडोजर चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। यह बुलडोजर रुद्रपुर के फतेहपुर गांव के अभयपुर टोले के रहने वाले दबंग प्रेमचंद यादव के आलीशान भवन पर बुलडोजर चलेगा।

इसके लिए शुक्रवार की शाम तहसील प्रशासन ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य के घर पर नोटिस भी चस्पा की है। नोटिस में कहा गया है कि मृतक के पिता को स्वयं अथवा अपने अधिवक्ता के माध्यम से आज यानी कि 7 अक्टूबर की सुबह 10 बजे तक अपना पक्ष रखना है। नोटिस को लेकर मृतक का परिवार सदमे में है। क्योंकि, मृतक प्रेम यादव के पित और भाई समेत परिवार के अन्य लोग सत्य प्रकाश दुबे समेत उनके परिजनों की हत्या में जेल जा चुके हैं।

दोपहर तक पहुंच सकता है बुलडोजर
ऐसे में फिलहाल प्रेम यादव के परिवार के कोई सदस्य के तहसील पहुंचकर नोटिस का जवाब देने की उम्मीद नहीं है। अगर जवाब दाखिल भी किया जाता है तो उन्हें अवैध कब्जे को खुद का होना साबित करना पड़ेगा। लेकिन, ऐसा कर पाना प्रेम यादव के परिवार के लिए मुश्किल है। ऐसे में प्रेम के घर पर आज दोपहर तक प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर पहुंच जाएगी। जिसके बाद उसके अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया जाएगा।

लेखपाल ने 4 अक्टूबर को दाखिल किया था वाद
वहीं, इससे पहले अवैध कब्जा हटाने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेखपाल अखिलेश यादव (अब निलंबित) की ओर से 4 अक्टूबर को उप्र राजस्व संहिता 2006 की धारा-67 के तहत तहसीलदार रुद्रपुर के कोर्ट में प्रेमचंद के पिता रामभवन के खि‍लाफ दो और परशुराम के खि‍लाफ बेदखली का एक वाद दाखिल किया गया है। कुछ अन्य लोगों के कटरैन और दीवार चलाकर किए गए अस्थायी कब्जा पर भी बुलडोजर चलेगा।

3 अक्टूबर को हुई थी पैमाइश
सामूहिक नरसंहार के बाद आनन-फानन में बीते 3 अक्टूबर को राजस्वकर्मियों की टीम ने गांव में पैमाइश के बाद अवैध कब्जों को चिह्नित किया, जिसमें प्रेमचंद का आलीशान भवन का कुछ हिस्सा खलिहान और नवीन परती की भूमि में बने होने की पुष्टि हुई। एक अन्य व्यक्ति परशुराम ने भी अवैध निर्माण कराया है। जबकि कटरैन और टीनशेड टालकर अस्थायी रूप से कब्जा करने वाले कई लोग चिह्नित किए गए।

वापस लौट गया था बुलडोजर
हालांकि, सीआरओ रजनीश राय के नेतृत्व में दो दिन हुई पैमाइश के बाद यह माना जाने लगा कि प्रेम चंद के मकान पर बुलडोजर की कार्रवाई होगी। दोनों पक्षों से राजनैतिक पेशबंदी के बाद बुलडोजर बुलाने के बाद बुधवार को बुलडोजर वापस लौट गया। ताकि, कोई कानूनी पेंच न फंसे। इसके बाद 4 अक्टूबर को तहसीलदार रुद्रपुर कोर्ट में उप्र राजस्व संहिता 2006 की धारा-67 के तहत बेदखली का वाद दाखिल किया है। अवैध कब्जा हटाने व जुर्माना लगाने का अनुरोध किया है।

32,920 रुपए पेनाल्टी भरने को कहा
तहसील रुद्रपुर कोर्ट से स्वीकृति मिलते ही शुक्रवार की शाम प्रेमचंद के मकान पर उनके पिता रामभवन यादव के नाम तहसील प्रशासन ने नोटिस चस्पा कर दिया। जिसमें सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने के एवज में 31 हजार 920 रुपए जमा करने का निर्देश दिया है।

2 अक्टूबर को हुई थी 6 हत्याएं
दरअसल, 2 अक्टूबर की सुबह रुद्रपुर के फतेहपुर गांव में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की जमीनी विवाद में हत्या हो गई। इसके बाद गुस्साए प्रेम के परिवार और उसके लोगों ने सत्य प्रकाश दुबे समेत उनके परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी। इस मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लेते हुए प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और डीजी स्पेशल प्रशांत कुमार को हेलीकाप्टर से ग्राउंड रिपोर्ट लेने देवरिया भेजा।

सीएम के निर्देश पर शासन ने जब पूरे मामले की जांच शुरू कराई गई तो मृतक प्रेम यादव के सभी काले चिट्ठे खुलकर सामने आ गए। जिसमें सीएम योगी के निर्देश पर गुरुवार को शासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए SDM-CO समेत राजस्व और पुलिस विभाग के 15 अफसरों को सस्पेंड कर दिया।